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अंतरराष्ट्रीय कुश्ती खिलाड़ी शिवानी पवार की दर्द भरी दास्तां, विनेश फोगाट के गोल्ड गंवाने पर बड़ा खुलासा - Wrestler Shivani Pawar

पेरिस ओलंपिक में विनेश फोगाट के अयोग्य घोषित होने पर पूरे देश में निराशा का माहौल है. कई हस्तियों सहित देशवासियों ने कुश्ती खिलाड़ी विनेश फोगाट को चैंपियन बताया है. वहीं एमपी के छिंदवाड़ा जिले की कुश्ती खिलाड़ी शिवानी पवार ने ईटीवी भारत से बात कर कई खुलासे किए हैं.

WRESTLER SHIVANI PAWAR
अंतरराष्ट्रीय कुश्ती खिलाड़ी शिवानी पवार ने किए कई बड़े खुलासे (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Sports Team

Published : Aug 8, 2024, 4:01 PM IST

Updated : Aug 8, 2024, 5:21 PM IST

छिंदवाड़ा: पेरिस ओलंपिक में कुश्ती खिलाड़ी विनेश फोगाट को डिस्क्वालिफाई कर दिया गया है. इस फैसले के बाद गोल्ड मेडल की आस लगाए बैठे भारतवासियों को गहरा झटका लगा है. सभी को उम्मीद थी कि विनेश फोगाट फाइनल खेलतीं तो गोल्ड मेडल लेकर आतीं, लेकिन 100 ग्राम वजन ज्यादा होने के चलते वे अयोग्य घोषित हो गईं. वहीं कुश्ती को लेकर मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले की कुश्ती खिलाड़ी शिवानी पवार ने ईटीवी भारत से फोन पर बात की. जहां उन्होंने कई खुलासे किए.

PARIS OLYMPICS 2024
लोगों से अभिवादन स्वीकारते हुए की तस्वीर (ETV Bharat)

50 किलोग्राम में गोल्ड ला चुकी हैं शिवानी

छिंदवाड़ा के छोटे से गांव उमरेठ की कुश्ती खिलाड़ी शिवानी पवार ने बताया की 'ओलंपिक के लिए उनका ट्रायल चल रहा था. वहां कुछ ऐसा हुआ कि उन्हें मौका नहीं मिला, यह भारत का दुर्भाग्य कहें या शिवानी पवार की किस्मत, क्योंकि पहले कहा गया था कि ट्रायल होगा और ट्रायल की डेट के पहले अचानक कैंसिल कर दी गई. 57 किलो में खेलने वाली विनेश फोगाट को 50 किलो वजन में खिलाया गया. उसके लिए विनेश ने बहुत मेहनत की और अपना वजन मेंटेन किया. शिवानी पवार बताती हैं कि जब उनके साथ गलत हुआ था, तो उस टाइम उन्होंने इसका विरोध भी किया था, लेकिन किसी ने आवाज नहीं उठाई. हमारी स्कोरिंग में कुछ प्रॉब्लम्स आई थी.'

WRESTLER SHIVANI PAWAR
मेडल के साथ शिवानी पवार (ETV Bharat)

विनेश ने की थी बहुत मेहनत

कुश्ती खिलाड़ी शिवानी पवार का कहना है कि 'खेल के नियम के अनुसार जो होना था, वह हुआ है, लेकिन उन्हें दुख है कि भारत में गोल्ड नहीं आया. विनेश फोगाट ने भारत को गोल्ड दिलाने के लिए बेहद मेहनत की थी. उनका वजन गरीब 57 किलो था. उन्होंने मेंटेन करने के लिए बहुत मेहनत की और गोल्ड के नजदीक पहुंच गईं थी, लेकिन कुछ कारणों के चलते उनका वजन 100 ग्राम बढ़ गया. जिसकी वजह से उन्हें डिसक्वालीफाई होना पड़ा.'

SHIVANI GRIEF OVER VINESH PHOGAT
अंतरराष्ट्रीय कुश्ती खिलाड़ी शिवानी पवार की तस्वीर (ETV Bharat)

गांव के मैदान से खेलते हुए दुनिया भर में बजाया डंका

उमरेठ की शिवानी पवार नेकनाडा के विनिपेग में आयोजित वर्ल्ड पुलिस एंड फायर गेम में सेमीफाइनल में कोलंबिया और फाइनल में कनाडा की पहलवान को 50 किलो वर्ग कुश्ती में दस शून्य के अंतर से पराजित कर गोल्ड मेडल जीता था. कनाडा के विनिपेग में 28 जुलाई 2023 से वर्ल्ड पुलिस एंड फायर गेम्स प्रारंभ हुए थे. मध्य प्रदेश की शिवानी पवार ने इंडियन रेसलर के तौर पर इसमें भाग लिया था. उमरेठ के खेत खलिहानों से निकली इस बेटी ने विदेश की धरती पर कोलंबिया और कनाडा के पहलवानों को अपने विरुद्ध एक भी प्वाइंट हासिल नहीं करने दिया था.

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विनेश फोगाट को अभी भी मिल सकता है सिल्वर मेडल, आज होगा किस्मत का फैसला

ये होते हैं नियम, लेकिन किए गए दरकिनार

शिवानी पवार ने ईटीवी भारत से फोन पर बताया कि 'ओलंपिक क्वालिफिकेशन के लिए आइओए (IOA) ने ट्रायल्स कराए थे. अंतरराष्ट्रीय कुश्ती संघ का नियम है कि पहलवान किसी एक वजन वर्ग में खेल सकता है, लेकिन विनेश को दो वजन वर्गों में खिलाया गया. वह 50 किग्रा वर्ग और 53 किग्रा वर्ग में भी खेलीं. जब मैंने इसका विरोध किया, तब जाकर मुकाबले कराए गए. इसके बाद मैं मुकाबले में करीब पांच अंक के अंतर से आगे थी, लेकिन अचानक से मेरे खिलाफ अंक दिए गए और अंत में विनेश को विजेता घोषित कर दिया गया. मैंने इसके खिलाफ भारतीय कुश्ती संघ और भारतीय ओलिंपिक संघ को भी शिकायत दर्ज कराई थी. शिवानी परिवार पिछले 3 सालों से 50 किलोग्राम वर्ग की कुश्ती के ओलंपिक की तैयारी कर रही थीं.'

छिंदवाड़ा: पेरिस ओलंपिक में कुश्ती खिलाड़ी विनेश फोगाट को डिस्क्वालिफाई कर दिया गया है. इस फैसले के बाद गोल्ड मेडल की आस लगाए बैठे भारतवासियों को गहरा झटका लगा है. सभी को उम्मीद थी कि विनेश फोगाट फाइनल खेलतीं तो गोल्ड मेडल लेकर आतीं, लेकिन 100 ग्राम वजन ज्यादा होने के चलते वे अयोग्य घोषित हो गईं. वहीं कुश्ती को लेकर मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले की कुश्ती खिलाड़ी शिवानी पवार ने ईटीवी भारत से फोन पर बात की. जहां उन्होंने कई खुलासे किए.

PARIS OLYMPICS 2024
लोगों से अभिवादन स्वीकारते हुए की तस्वीर (ETV Bharat)

50 किलोग्राम में गोल्ड ला चुकी हैं शिवानी

छिंदवाड़ा के छोटे से गांव उमरेठ की कुश्ती खिलाड़ी शिवानी पवार ने बताया की 'ओलंपिक के लिए उनका ट्रायल चल रहा था. वहां कुछ ऐसा हुआ कि उन्हें मौका नहीं मिला, यह भारत का दुर्भाग्य कहें या शिवानी पवार की किस्मत, क्योंकि पहले कहा गया था कि ट्रायल होगा और ट्रायल की डेट के पहले अचानक कैंसिल कर दी गई. 57 किलो में खेलने वाली विनेश फोगाट को 50 किलो वजन में खिलाया गया. उसके लिए विनेश ने बहुत मेहनत की और अपना वजन मेंटेन किया. शिवानी पवार बताती हैं कि जब उनके साथ गलत हुआ था, तो उस टाइम उन्होंने इसका विरोध भी किया था, लेकिन किसी ने आवाज नहीं उठाई. हमारी स्कोरिंग में कुछ प्रॉब्लम्स आई थी.'

WRESTLER SHIVANI PAWAR
मेडल के साथ शिवानी पवार (ETV Bharat)

विनेश ने की थी बहुत मेहनत

कुश्ती खिलाड़ी शिवानी पवार का कहना है कि 'खेल के नियम के अनुसार जो होना था, वह हुआ है, लेकिन उन्हें दुख है कि भारत में गोल्ड नहीं आया. विनेश फोगाट ने भारत को गोल्ड दिलाने के लिए बेहद मेहनत की थी. उनका वजन गरीब 57 किलो था. उन्होंने मेंटेन करने के लिए बहुत मेहनत की और गोल्ड के नजदीक पहुंच गईं थी, लेकिन कुछ कारणों के चलते उनका वजन 100 ग्राम बढ़ गया. जिसकी वजह से उन्हें डिसक्वालीफाई होना पड़ा.'

SHIVANI GRIEF OVER VINESH PHOGAT
अंतरराष्ट्रीय कुश्ती खिलाड़ी शिवानी पवार की तस्वीर (ETV Bharat)

गांव के मैदान से खेलते हुए दुनिया भर में बजाया डंका

उमरेठ की शिवानी पवार नेकनाडा के विनिपेग में आयोजित वर्ल्ड पुलिस एंड फायर गेम में सेमीफाइनल में कोलंबिया और फाइनल में कनाडा की पहलवान को 50 किलो वर्ग कुश्ती में दस शून्य के अंतर से पराजित कर गोल्ड मेडल जीता था. कनाडा के विनिपेग में 28 जुलाई 2023 से वर्ल्ड पुलिस एंड फायर गेम्स प्रारंभ हुए थे. मध्य प्रदेश की शिवानी पवार ने इंडियन रेसलर के तौर पर इसमें भाग लिया था. उमरेठ के खेत खलिहानों से निकली इस बेटी ने विदेश की धरती पर कोलंबिया और कनाडा के पहलवानों को अपने विरुद्ध एक भी प्वाइंट हासिल नहीं करने दिया था.

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ये होते हैं नियम, लेकिन किए गए दरकिनार

शिवानी पवार ने ईटीवी भारत से फोन पर बताया कि 'ओलंपिक क्वालिफिकेशन के लिए आइओए (IOA) ने ट्रायल्स कराए थे. अंतरराष्ट्रीय कुश्ती संघ का नियम है कि पहलवान किसी एक वजन वर्ग में खेल सकता है, लेकिन विनेश को दो वजन वर्गों में खिलाया गया. वह 50 किग्रा वर्ग और 53 किग्रा वर्ग में भी खेलीं. जब मैंने इसका विरोध किया, तब जाकर मुकाबले कराए गए. इसके बाद मैं मुकाबले में करीब पांच अंक के अंतर से आगे थी, लेकिन अचानक से मेरे खिलाफ अंक दिए गए और अंत में विनेश को विजेता घोषित कर दिया गया. मैंने इसके खिलाफ भारतीय कुश्ती संघ और भारतीय ओलिंपिक संघ को भी शिकायत दर्ज कराई थी. शिवानी परिवार पिछले 3 सालों से 50 किलोग्राम वर्ग की कुश्ती के ओलंपिक की तैयारी कर रही थीं.'

Last Updated : Aug 8, 2024, 5:21 PM IST
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