पटना: श्रेयसी सिंह से बिहार के साथ पूरे देश को बहुत उम्मीद है. श्रेयसी के प्रदर्शन को लेकर बिहार के निशानेबाज को उम्मीद है कि आज उनके प्रेरणाश्रोत बिहार का नाम रौशन करेंगी. श्रेयसी सिंह को लेकर पाटलिपुत्र गन्स शूटिंग अकादमी के संचालक राष्ट्रीय स्तर के निशानेबाज और विधायक चेतन आनंद भी काफी उत्साहित हैं. चेतन आंनद को उम्मीद है कि आज श्रेयसी सिंह इतिहास रचेंगी. चेतन ने श्रेयसी सिंह के आज के मुकाबले को लेकर ईटीवी भारत से खास बातचीत की.
सवाल: आज श्रेयसी सिंह से कितनी उम्मीद है?
चेतन आनंद: "उम्मीद तो बहुत है अपने गोल्डन गर्ल से, आप लोगों को याद होगा कि कॉमनवेल्थ गेम में उनका बहुत ही शानदार प्रदर्शन रहा है. देश का पहले भी उन्होंने नाम रौशन किया है, खास तौर पर एक सूत्र होने के नाते मैं यह बात कर सकता हूं कि हमारा जो स्पोर्ट्स है वह बिहार में भी धीरे-धीरे गति लेने लगा है. उन पर दवाव देने की जरूरत नहीं है लेकिन यदि वह मेडल लेकर आती हैं तो बिहार के लिए बहुत ही बड़ी बात होगी."
सवाल: आप खुद निशानेबाज हैं और पटना में पाटलिपुत्र शूटिंग अकादमी चलाते हैं. बिहार में इसको लेकर कितनी समस्याएं हैं? क्योंकि श्रेयसी सिंह को ट्रेनिंग के लिए दिल्ली जाना पड़ता था.
चेतन आंनद: "जो उनका खेल है 12 बोर वाला ट्रैप शूटिंग उसको लेकर बिहार में इंफ्रास्ट्रक्चर की कुछ कमी है. हालांकि दूसरे इवेंट में जैसे 10 या 25 मीटर पिस्टल हो गया या 50 मीटर राइफल का शूटिंग हो इसमें बीएसआरए बहुत अच्छा काम कर रहा है. पिछले 3 साल से उनका क्लब बीएसआरए से जुड़ा हुआ है. लगातार मेडल आ रहे हैं, पिछली बार हमारे यहां का एक लड़के आरव और मुंगेर की एक लड़की मिक्स इवेंट में बिहार फोर्थ रैंक पर आए थे. लगातार हम लोग जो चाह रहे हैं वह अचीव कर रहे हैं."
सवाल: देश को श्रेयसी सिंह से बहुत ज्यादा उम्मीद है, क्योंकि कॉमनवेल्थ गेम में उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया था.
चेतन आंनद: "चुनौती हर खेल में होती है यह स्वाभाविक है. जहां तक शूटिंग की बात है तो उसमें यह एक मेंटल स्पोर्ट है. श्रेयसी सिंह की जिस तरीके की ट्रेनिंग रही है उनसे उम्मीद लगाई जा रही है कि बिहार का नाम तो रोशन होगा ही पूरे देश को उनसे मेडल की उम्मीद है."
सवाल: आप शूटिंग अकादमी चलाते हैं? बिहार के बच्चों में इसको लेकर कितना झुकाव देख रहे हैं?
चेतन आंनद: "बिहार के बच्चों में इसे लेकर बहुत ज्यादा इंटरेस्ट है. हमारे अकादमी की ऋषिका राज जिनके फादर मिलिट्री में है, उनका बहुत शानदार प्रदर्शन रहा है. आरव का भी इंडियन ट्रेयल में बहुत ही उम्दा प्रदर्शन रहा है. हमारी अकादमी से सात ऐसे बच्चे हैं जो इंडिया ट्रायल में गए हैं. जिसमें दो लड़कियां भी हैं. बिहार के शूटर लगातार नेशनल लेवल पर दस्तक दे रहे हैं. उनको लगता है कि अभी इसमें और बेहतर करने की जरूरत है. जहां तक मेडल की बात है तो उन्हें उम्मीद है कि 2 से 3 साल में यह भी कमी पूरी हो जाएगी."
ट्रेनिंग ले रहे बच्चों को भी श्रेयसी से उम्मीद: पाटलिपुत्र गन्स शूटिंग अकादमी में कई युवा खिलाड़ी ट्रेनिंग ले रहे हैं. इन सभी को भी श्रेयसी सिंह के आज के मुकाबले का बेसब्री से इंतजार है. शिवहर के रहने वाले ट्रेनिंग ले रहे अर्पित कुमार का कहना है कि श्रेयसी सिंह से वह मोटिवेट होते हैं और उन्हीं से इंस्पायर होकर वह शूटिंग सीख रहे हैं. श्रेयसी सिंह के आज के मुकाबले से उनको उम्मीद है कि आज वह देश के लिए गोल्ड मेडल लाएंगी.
श्रेयसी पर है लोगों को गर्व: गोपालगंज के शिवांश नारायण का कहना है कि ओलंपिक में शूटिंग सबसे आगे जा रहा है. पिछले ओलंपिक में भी शूटरों का बेहतरीन प्रदर्शन रहा. पेरिस ओलंपिक में भी पहला मेडल मनु भाकर ने देश को दिया है. इस बार सबसे ज्यादा उन लोगों को उम्मीद श्रेयसी सिंह से है. गोल्ड लाना या ना लाना अलग बात है लेकिन वह देश का नाम पहले ही रोशन कर चुकी हैं, उन पर उन लोगों को बहुत ज्यादा गर्व महसूस हो रहा है.
सवाल: बिहार में शूटिंग को लेकर कितनी संभावना है? इसके लिए बिहार सरकार के तरफ से क्या-क्या होना चाहिए?
चेतन आंनद: "सरकार के तरफ से शूटिंग को बढ़ावा देने के लिए कल्याण विभाग में एक इंस्टिट्यूट खोला गया है. बहुत सारे शूटर वहां से निकलकर नेशनल स्तर पर जा रहे हैं. उन्हें नेशनल स्तर पर खेलने का सौभाग्य भी प्राप्त हुआ. यह अकादमी खोलने का निर्णय लिया. इसे खोलने का मकसद यही है कि बहुत कम फीस देकर ट्रेनिंग दी जा सके. शूटिंग बहुत ही खर्चीला स्पोर्ट्स है, अपना वेपन देकर इन लोगों को ट्रेनिंग देने का मुख्य मकसद है."
श्रेयसी के हाथों अकादमी का उद्घाटन: पाटलिपुत्र गन्स शूटिंग अकादमी का का उद्घाटन श्रेयसी सिंह ने अपने हाथों किया था. श्रेयसी सिंह बिहार का इतना नाम रोशन कर चुकी हैं कि बिहार के जितने भी शूटर हैं उनको अलग नजरिए से देखा जाता है. सभी उन्हें वह इस खेल में अपना इंस्पिरेशन मानते हैं. चेतन आनंद ने बताया कि पेरिस ओलंपिक में जाने से पहले उनकी श्रेयसी सिंह से बात हुई थी और उन्होंने शुभकामनाएं भी दी थी. जिस एनर्जी से वह ओलंपिक में गईं हैं, उन्हें पक्का उम्मीद है कि इस बार भारत के लिए वह पदक जीत कर आएंगी.
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