पाटन: राधनपुर के कमालपुर निवासी भरत चौधरी को दुबई में क्रिकेट सट्टा खेलता था. वो वर्षों से दुबई में रह रहा था लेकिन जब वो पाटन आया तो इस दौरान साइबर क्राइम ने उसे पकड़ लिया. उसके मोबाइल में 52.13 अरब अकाउंट मिले, जिसे देख पुलिस भी हैरान रह गई. आपको बता दें कि भुज साइबर क्राइम इस मामले में आगे की जांच कर रहा है.
राधनपुर में रहने वाले सागर दयालभाई लालवानी ने आसपास के इलाकों में रहने वाले जरूरतमंद लोगों को कमीशन का लालच दिया, उनके नाम से एक बैंक खाता खोला और उनसे तत्काल किट और सिम कार्ड प्राप्त किया और दुबई क्रिकेट सट्टेबाजी बाजार में भेज दिया. शुक्रवार को क्रिकेट सट्टेबाजी कांड में भुज पुलिस ने उसे पैसों के अवैध लेनदेन के आरोप में गिरफ्तार किया था. इस संबंध में साइबर क्राइम बॉर्डर रेंज पुलिस ने सागर और तीन अन्य लोगों के खिलाफ राधनपुर थाने में शिकायत दर्ज की है.
वॉयस चैट भी मिला
साइबर क्राइम बॉर्डर रेंज भुज पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि राधनपुर में रहने वाले सागर दयालभाई लालवानी ने जरूरतमंद लोगों को कमीशन का लालच दिया और उनके नाम पर बैंक खाते खोले और सट्टा क्रिकेटरों के साथ अवैध वित्तीय लेनदेन करने के लिए उनका तत्काल किट और सिम कार्ड प्राप्त किया.
इसके अलावा सागर के मोबाइल से 2024 के चल रहे वेस्टइंडीज और दक्षिण अफ्रीका दौरे के दौरान शुरू से अंत तक लाइव प्रसारण के सट्टेबाजी का खेल सामने आया. उसने ऑनलाइन क्रिकेट मैच पर ऑनलाइन भुगतान करें. सागर के दोस्त धवल ठक्कर ने सागर का मोबाइल फोन, बिजनेस व्हाट्सएप चेक किया तो दोनों के बीच वॉइस चैट मिली है.
एमएस धोनी और जोनभाई नाम के व्यक्ति कौन हैं?
धवल ठक्कर के अनुरोध पर सागर ने एक विदेशी नंबर पर वित्तीय लेनदेन करने के लिए सागर के मोबाइल से जोनभाई के नाम से सहेजे गए एक व्यक्ति को सभी बैंक खाते का विवरण भेजा था. साथ ही दूसरे मोबाइल के व्हाट्सएप को चेक करते हुए एमएस धोनी और जोनभाई के नाम से सेव नंबर से हिस्ट्री और वॉइस चैट की जांच करते हुए मोबाइल से किराए पर रखे 22 अलग-अलग बैंक खातों में खाते खोलकर उन्हें दुबई, साइबर क्राइम बॉर्डर रेंज भुज में भेजा. राधनपुर पुलिस स्टेशन में सागर दयालभाई लालवानी, धवल ठक्कर, वीरेन भाई घनश्यामभाई ठक्कर, मिनेश सोलंकी के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है.
इनके खिलाफ शिकायत
भरत मुमजी चौधरी (अहमदाबाद निवासी), सौरभ चंद्राकर, अतुल अग्रवाल, दुबई में रहने वाले रौनक रमेश प्रजापति और मूल रूप से पाटन के रहने वाले और अब दुबई में रहने वाले दिलीप कुमार माधवलाल प्रजापति के अलावा रविकुमार सिंह जो मूल रूप से झारखंड के धनबाद के रहने वाले हैं. इस मामले में पुलिस ने आरोप लगाया है और अब उनके खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है, जो दुबई में रहते हैं.