Vivah Muhurat July 2024। जुलाई महीने की शुरुआत हो गई है. जुलाई महीने की शुरुआत के साथ ही जुलाई महीने में शादी विवाह के एक बार फिर से मुहूर्त हैं, हालांकि शादी के कम ही मुहूर्त हैं, लेकिन कुछ मुहूर्त हैं. जिसमें शादी ब्याह एक बार फिर से होंगे. ऐसे में ज्यादातर जगहों पर देखा जाता है कि रात्रि कालीन शादियां होती हैं, तो कुछ जगहों पर दिन में शादियां होती हैं. ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री से जानते हैं कि दिन में शादी करना ज्यादा बेहतर होता है या रात में होता है. सबसे अच्छा शुभ मुहूर्त दिन का होता है या रात्रि का होता है.
जुलाई में शादी के शुभ मुहूर्त
ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि जुलाई का महीना चल रहा है. जुलाई के इस महीने में शादी के कई शुभ मुहूर्त हैं. 7 जुलाई से शादी विवाह के शुभ मुहूर्त शुरू हो जाएंगे और 15 जुलाई तक रहेंगे, हालांकि शादी विवाह के इस महीने कम ही शुभ मुहूर्त हैं, लेकिन जितने भी हैं, उसमें बहुत ज्यादा शादी विवाह का अनुमान लगाया जा रहा है. जिसकी तैयारियां भी कुछ जगहों पर शुरू हो चुकी है. जुलाई के महीने में केवल 7 दिन 9,10,11,12, 13,14 और 15 तारीख को शादी-विवाह का शुभ मुहूर्त है.
17 जुलाई से चातुर्मास की शुरुआत हो जाएगी. यानि सभी देवता सोने चले जाएंगे. बता दें कि जुलाई से दिसंबर माह तक शादी-विवाह के 24 दिन ही शुभ मुहूर्त है. जुलाई में 15 तारीख के बाद शादी के लिए नवंबर तक इंतेजार करना होगा.
शादी करना कब बेहतर दिन या रात ?
अक्सर देखा जाता है कि हिंदू समाज में ज्यादातर शादियां रात्रि कालीन होती हैं और 24 घंटे में ही आजकल शादियां हो जाती हैं. पहले के समय में देखा जाता था कि 2 से 3 दिन तक घरों में बारात रुकती थी. रस्म होती थी, लेकिन अब 24 घंटे के अंदर अंदर शादी ब्याह हो जाते हैं और रात्रि कालीन ही पूरी शादी हो जाती है, तो वहीं कुछ जगहों पर दिन में भी शादियां होती हैं. ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि दिन में ज्यादा अच्छा शुभ मुहूर्त माना जाता है या रात्रि में ज्यादा अच्छा शुभ मुहूर्त माना जाता है.
शादी ब्याह के लिए कौन सा समय अच्छा होता है दिन का या रात्रि का, इसे लेकर ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं की पौराणिक कथाओं की माने तो पहले जो विवाह हुआ करते थे. वो दिन में ही हुआ करते थे, लेकिन फिर रात में शादियां होनी शुरू हुई और अब ये एक परंपरा बन गई कि अब रात्रि में ही शादियां होती हैं. ज्योतिष आचार्य बताते हैं शास्त्र संवत विवाह के नक्षत्र हों और दिन में अगर विवाह हो तो वो सर्वोत्तम माना गया है. बहुत ही फलदाई माना गया है, इसलिए शास्त्र संवत दिन में अगर नक्षत्र हो मुहूर्त हो तो दिन में विवाह करना चाहिए.
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दिन का मुहूर्त शास्त्र संवत
दिन में भोजन भी कराना बहुत शुभकारी माना गया है. शास्त्रों के हिसाब से भी बहुत शुभ माना जाता है. ज्योतिष आचार्य कहते हैं कि हालांकि रात में भी शादी के मुहूर्त होते हैं, लेकिन शास्त्र संवत दिन वाला मुहूर्त ज्यादा बेहतर होता है. आप देखिए सिंधी समाज, जैन समाज, मद्रासी, उड़िया तेलुगू यह आज भी दिन में ही अपने घरों में विवाह करते हैं. मात्र हिंदुओं में प्रथा हो गई है की रात्रि कालीन ही शादियां होंगी, कुछ साल पहले तक तो 3 दिन तक बरात रुका करती थी. दिन में हमेशा प्रातः कालीन भोर में ही शादियां होती कराई जाती थी, लेकिन आजकल लोग रात में ही शादी कराते हैं. शादी के दिन में बहुत अच्छे मुहूर्त रहते हैं. रात्रि में यही प्रथा अभी भी चल रही है, कि रात्रि कालीन लोगों की शादियां हो रही है. जबकि दिन में शादी करना बहुत शु कारी माना जाता है और फलदाई माना जाता है.