Apara Ekadashi: शनिवार से जून महीने की शुरुआत हो चुकी है और दो जून को एकादशी है, जिसे अपरा एकादशी के नाम से भी जाना जाता है. ये एकादशी बहुत विशेष मानी जाती है. इस दिन व्रत और पूजा पाठ करने का बहुत विधान है साथ ही कुछ ऐसे उपाय होते हैं जिन्हें करने से जीवन में चमत्कारिक बदलाव आते हैं पापों से मुक्ति मिलती है.
अपरा एकादशी कब
ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि "ये एकादशी बहुत विशेष एकादशी है. इसे अपरा एकादशी तो कहीं-कहीं पर अचला एकादशी के नाम से भी जाना जाता है. इस बार अपरा एकादशी 2 जून को पड़ रही है और इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विधि विधान से पूजा-पाठ, व्रत करना जातकों के लिए फलदाई बताया गया है."
अपरा एकादशी के दिन ऐसे करें पूजन
अपरा एकादशी के दिन व्रत और पूजा पाठ करने का विधान है. ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री कहते हैं कि "अपरा एकादशी को लेकर शास्त्रों में ये नियम है कि प्रातः कालीन स्नान करके भगवान विष्णु को स्नान करवाएं. भगवान विष्णु की विधिवत पूजा अर्चना करें, वहां तुलसीदल चढ़ाएं और वहां फलाहार का भगवान को भोग लगाएं और प्रसाद को बांट दें. भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा अपरा एकादशी के दिन दोनों समय करें. शाम के समय पूजा करते समय तरह तरह के फलों का भोग लगाएं और फिर उसे प्रसाद स्वरूप लोगों के बीच बांटे और खुद भी फलाहार के रूप में ग्रहण करें."
इस मंत्र का करें जाप, होगा लाभ
ज्योतिष आचार्य कहते हैं कि "अपरा एकादशी के दिन कम से कम 108 बार ओम नमो भगवते वासुदेवाय नमः का जाप करें. जाने अनजाने में यदि किसी अस्त्र-शस्त्र से किसी को मार दिया हो और उसकी मृत्यु हो गई हो, जाने अनजाने कोई पाप हो गया हो, ऐसे लोग अगर इस अपरा एकादशी के पावन दिन में इस मंत्र का 108 बार जाप करते हैं तो पापों से मुक्ति मिलती है. जीवन में कई और चमत्कार होते हैं, लाभ ही लाभ मिलता है."
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तुलसी दल से करें ये उपाय
ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री कहते हैं कि अपरा एकादशी के दिन कई उपाय भी कर सकते हैं जिससे लाभ होगा.
- भोजन में तुलसी डालकर भोग लगाएं, जिससे घर में लक्ष्मी का वास होता है.
- भगवान का सुबह और शाम एक-एक माला का जाप करें तो घर के सदस्यों से भी जाने अनजाने कोई पाप हो जाते हैं, तो वो पाप भी कट जाता है, पुण्य के भागी होते हैं.
- ज्येष्ठ के महीने में जल में शक्कर डालकर के शर्बत बनाकर नींबू डाल करके कुमारी कन्याओं को पिलाएं तो घर में शांति आती है और सुख समृद्धि होती है.
- अपरा एकादशी के दिन घर में चावल ना बनाएं. शास्त्रों में लिखा है की चावल का भोग इस दिन नहीं लगाना चाहिए. विशेष कर भगवान के पास तुलसी का 108 दल चढ़ाएं तो स्वर्ग का दरवाजा खुलता है और विशेष पुण्य लाभ मिलता है.