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आज है श्रावण कृष्ण पक्ष त्रयोदशी व सर्वार्थ सिद्धि योगऔर सावन शिवरात्रि, जानिए पूजा का शुभ मुहूर्त - Sawan Shivratri - SAWAN SHIVRATRI

Sawan Shivratri 2 August : आज शुक्रवार के दिन श्रावण महीने की कृष्ण पक्ष त्रयोदशी तिथि है. आज सावन शिवरात्रि है और सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है.

Guru PRADOSH VRAT EKADASI PARAN AAJ KA PANCHANG SHUBH MUHURAT
सावन शिवरात्रि (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Aug 2, 2024, 12:03 AM IST

Updated : Aug 2, 2024, 7:00 AM IST

हैदराबाद : आज है सावन शिवरात्रि आज 2 अगस्त शुक्रवार के दिन श्रावण महीने की कृष्ण पक्ष त्रयोदशी तिथि है. इस तिथि पर नंदी का अधिकार है, जो भगवान शिव के वाहन हैं. पुराने पापों के प्रायश्चित के साथ योग और ध्यान करने के लिए सबसे अच्छा दिन है. आज सावन शिवरात्रि है. आज के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है. सावन शिवरात्रि में चार प्रहर की पूजा का पूजा का विशेष महत्व होता है.

ऐसे करें सावन शिवरात्रि व्रत : जयंती देवी मंदिर के आचार्य नवीन शास्त्री के अनुसार सावन शिवरात्रि के दिन सूर्योदय से पहले उठकर स्नान आदि कर शिवरात्रि व्रत का संकल्प लें. इसके बाद घर या मंदिर में जा कर भगवान भोलेनाथ की पूजा करें. शिवलिंग का रुद्राभिषेक जल, घी, दूध, शक्कर, शहद, दही आदि से करें. शिवलिंग पर बेलपत्र, धतूरा और श्रीफल चढ़ाएं. भोलेनाथ की धूप, दीपक, फल, फूल और नैवेद्य आदि से पूजा करें. साथ ही भगवान भोलेनाथ की पूजा करते समय यथाशक्ति शिव पुराण, शिव स्तुति, शिवाष्टक, शिव चालीसा, शिव तांडव स्त्रोत का पाठ और भगवान शिव के पंचाक्षर मंत्र ॐ नमः शिवाय का जाप करें.

  • प्रदोष पूजा समय : 2 अगस्त को शाम 06:49 से 07:11 शाम तक
  • रात्रि प्रथम प्रहर पूजा समय : शाम 06:49 से रात्रि 09:36 तक
  • रात्रि द्वितीय प्रहर पूजा समय : रात्रि 09:36 पी एम से रात्रि 12:22 तक
  • रात्रि तृतीय प्रहर पूजा समय : रात्रि 12:22 ए एम से रात्रि 03:09 तक
  • रात्रि चतुर्थ प्रहर पूजा समय : रात्रि 03:09 ए एम से रात्रि 05:56 तक
Guru PRADOSH VRAT EKADASI PARAN AAJ KA PANCHANG SHUBH MUHURAT
सावन शिवरात्रि (ETV Bharat)

इस नक्षत्र में यात्रा और खरीदारी से बचें
आज के दिन चंद्रमा मिथुन राशि और आर्द्रा नक्षत्र में रहेंगे. यह नक्षत्र मिथुन राशि में 6:40 से लेकर 20:00 डिग्री तक विस्तार लिया हुआ है. इसके अधिष्ठाता देवता रुद्र हैं और इस नक्षत्र के स्वामी ग्रह राहु हैं. दुश्मनों से लड़ने, विष संबंधी काम करने, आत्माओं का आह्वान करने, किसी कार्य से खुद को अलग करने या खंडहर गिराने के अलावा बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद पाने के लिए यह नक्षत्र अच्छा माना जाता है. हालांकि यात्रा और खरीदारी से इस नक्षत्र में बचना चाहिए.

आज के दिन का वर्जित समय
आज के दिन 11:06 से 12:45 बजे तक राहुकाल रहेगा. ऐसे में कोई शुभ कार्य करना हो, तो इस अवधि से परहेज करना ही अच्छा रहेगा. इसी तरह यमगंड, गुलिक, दुमुहूर्त और वर्ज्यम् से भी परहेज करना चाहिए.

  • 2 अगस्त का पंचांग
  • विक्रम संवत : 2080
  • मास : श्रावण
  • पक्ष : कृष्ण पक्ष त्रयोदशी
  • दिन : शुक्रवार
  • तिथि : कृष्ण पक्ष त्रयोदशी
  • योग : हर्शन
  • नक्षत्र : आर्द्रा
  • करण : वणिज
  • चंद्र राशि : मिथुन
  • सूर्य राशि : कर्क
  • सूर्योदय : सुबह 06:10
  • सूर्यास्त : शाम 07:20
  • चंद्रोदय : सुबह 04.16 बजे (3 अगस्त)
  • चंद्रास्त : शाम 06.01 बजे
  • राहुकाल : 11:06 से 12:45
  • यमगंड : 16:02 से 17:41

ये भी पढ़ें-

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हैदराबाद : आज है सावन शिवरात्रि आज 2 अगस्त शुक्रवार के दिन श्रावण महीने की कृष्ण पक्ष त्रयोदशी तिथि है. इस तिथि पर नंदी का अधिकार है, जो भगवान शिव के वाहन हैं. पुराने पापों के प्रायश्चित के साथ योग और ध्यान करने के लिए सबसे अच्छा दिन है. आज सावन शिवरात्रि है. आज के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है. सावन शिवरात्रि में चार प्रहर की पूजा का पूजा का विशेष महत्व होता है.

ऐसे करें सावन शिवरात्रि व्रत : जयंती देवी मंदिर के आचार्य नवीन शास्त्री के अनुसार सावन शिवरात्रि के दिन सूर्योदय से पहले उठकर स्नान आदि कर शिवरात्रि व्रत का संकल्प लें. इसके बाद घर या मंदिर में जा कर भगवान भोलेनाथ की पूजा करें. शिवलिंग का रुद्राभिषेक जल, घी, दूध, शक्कर, शहद, दही आदि से करें. शिवलिंग पर बेलपत्र, धतूरा और श्रीफल चढ़ाएं. भोलेनाथ की धूप, दीपक, फल, फूल और नैवेद्य आदि से पूजा करें. साथ ही भगवान भोलेनाथ की पूजा करते समय यथाशक्ति शिव पुराण, शिव स्तुति, शिवाष्टक, शिव चालीसा, शिव तांडव स्त्रोत का पाठ और भगवान शिव के पंचाक्षर मंत्र ॐ नमः शिवाय का जाप करें.

  • प्रदोष पूजा समय : 2 अगस्त को शाम 06:49 से 07:11 शाम तक
  • रात्रि प्रथम प्रहर पूजा समय : शाम 06:49 से रात्रि 09:36 तक
  • रात्रि द्वितीय प्रहर पूजा समय : रात्रि 09:36 पी एम से रात्रि 12:22 तक
  • रात्रि तृतीय प्रहर पूजा समय : रात्रि 12:22 ए एम से रात्रि 03:09 तक
  • रात्रि चतुर्थ प्रहर पूजा समय : रात्रि 03:09 ए एम से रात्रि 05:56 तक
Guru PRADOSH VRAT EKADASI PARAN AAJ KA PANCHANG SHUBH MUHURAT
सावन शिवरात्रि (ETV Bharat)

इस नक्षत्र में यात्रा और खरीदारी से बचें
आज के दिन चंद्रमा मिथुन राशि और आर्द्रा नक्षत्र में रहेंगे. यह नक्षत्र मिथुन राशि में 6:40 से लेकर 20:00 डिग्री तक विस्तार लिया हुआ है. इसके अधिष्ठाता देवता रुद्र हैं और इस नक्षत्र के स्वामी ग्रह राहु हैं. दुश्मनों से लड़ने, विष संबंधी काम करने, आत्माओं का आह्वान करने, किसी कार्य से खुद को अलग करने या खंडहर गिराने के अलावा बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद पाने के लिए यह नक्षत्र अच्छा माना जाता है. हालांकि यात्रा और खरीदारी से इस नक्षत्र में बचना चाहिए.

आज के दिन का वर्जित समय
आज के दिन 11:06 से 12:45 बजे तक राहुकाल रहेगा. ऐसे में कोई शुभ कार्य करना हो, तो इस अवधि से परहेज करना ही अच्छा रहेगा. इसी तरह यमगंड, गुलिक, दुमुहूर्त और वर्ज्यम् से भी परहेज करना चाहिए.

  • 2 अगस्त का पंचांग
  • विक्रम संवत : 2080
  • मास : श्रावण
  • पक्ष : कृष्ण पक्ष त्रयोदशी
  • दिन : शुक्रवार
  • तिथि : कृष्ण पक्ष त्रयोदशी
  • योग : हर्शन
  • नक्षत्र : आर्द्रा
  • करण : वणिज
  • चंद्र राशि : मिथुन
  • सूर्य राशि : कर्क
  • सूर्योदय : सुबह 06:10
  • सूर्यास्त : शाम 07:20
  • चंद्रोदय : सुबह 04.16 बजे (3 अगस्त)
  • चंद्रास्त : शाम 06.01 बजे
  • राहुकाल : 11:06 से 12:45
  • यमगंड : 16:02 से 17:41

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Last Updated : Aug 2, 2024, 7:00 AM IST
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