नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की विजिलेंस यूनिट ने रिश्वत लेने के आरोप में कृष्णा नगर थाने के एक एएसआई को गिरफ्तार किया है. आरोपी एएसआई के पास से विजिलेंस यूनिट ने रिश्वत के तौर पर लिए गए 10 हजार रुपए बरामद किए हैं. गिरफ्तार एएसआई की पहचान प्रमोद कुमार के तौर पर हुई है.
डीसीपी विजिलेंस ने मंगलवार को बताया कि भ्रष्ट पुलिसकर्मियों के खिलाफ अभियान जारी रखते हुए, दिल्ली पुलिस की सतर्कता इकाई (विजिलेंस यूनिट), बाराखंभा रोड ने शाहदरा जिले के कृष्णा नगर थाने के सहायक उपनिरीक्षक (एएसआई) प्रमोद कुमार को उस समय गिरफ्तार किया, जब वह हरियाणा के रोहतक जिले के निवासी शिकायतकर्ता से 10,000 रुपये की रिश्वत ले रहे थे.
उनहोने बताया कि सोमवार को एक शिकायतकर्ता सतर्कता इकाई कार्यालय में आया और शिकायत दर्ज कराई जिसमें उसने बताया कि उसे वित्तीय विवाद के एक मामले में पीएस कृष्णा नगर के एएसआई प्रमोद ने बुलाया है और उस पर मामला निपटाने का दबाव बनाया जा रहा है. उसने आरोप लगाया कि उसे धमकी दी जा रही है कि अगर उसने मामले को दूसरे पक्ष के हित में नहीं निपटाया तो आपराधिक मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा. इसके अलावा, यह आरोप लगाया गया कि एएसआई प्रमोद मामले को बंद करने के लिए 2 लाख रुपये की रिश्वत मांग रहा था. शिकायतकर्ता ने बताया कि उसके विनती करने पर रिश्वत की राशि घटाकर 50,000 रुपये कर दी गई है, और आज उसे रिश्वत की राशि की पहली किस्त 10,000 रुपये देने के लिए बुलाया गया है.
शिकायत मिलने पर जल बिछाया
रिश्वत की मांग से परेशान होकर शिकायतकर्ता ने सतर्कता इकाई से संपर्क किया. शाम करीब 6 बजे एएसआई प्रमोद ने शिकायतकर्ता को थाना कृष्णा नगर की पहली मंजिल पर स्थित अपने कमरे में बुलाया और फिर से शिकायतकर्ता से रिश्वत के पैसे की मांग की. मांग करने पर शिकायतकर्ता ने रिश्वत के पैसे सौंप दिए, जिसे एएसआई प्रमोद ने स्वीकार कर लिया और अपने कार्यालय की मेज की दराज में रख दिया. इंस्पेक्टर निपुण कुमार, एएसआई हेमंत कुमार, एचसी आनंद कुमार, एएसआई राजकुमार और कांस्टेबल दीपक की देखरेख में विजिलेंस टीम, जो दूर से सभी गतिविधियों को गुप्त रूप से देख रही थी, तुरंत हरकत में आई और एएसआई प्रमोद को पकड़ लिया.
रिश्वत लेना और देना दोनों अपराध
तलाशी लेने पर उसके कार्यालय की मेज की दराज से रिश्वत के पैसे बरामद हुए. आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. एएसआई प्रमोद उत्तर प्रदेश के मुजफ्फर नगर जिले के निवासी हैं और वर्ष 1991 में दिल्ली पुलिस में भर्ती हुए हैं.
नागरिकों को सूचित किया जाता है कि वे किसी भी प्रकार की रिश्वत न दें. डीसीपी ने बताया कि पुलिसकर्मी द्वारा अधिकारों के दुरुपयोग से संबंधित किसी भी शिकायत को सतर्कता हेल्पलाइन नंबर - 1064 पर साझा करें. वे बाराखंभा रोड स्थित दिल्ली पुलिस सतर्कता इकाई के कार्यालय में भी जा सकते हैं और व्यक्तिगत रूप से अपनी शिकायत साझा कर सकते हैं.
नागरिकों द्वारा साझा की गई जानकारी का तुरंत सत्यापन किया जाएगा और उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी. शिकायतकर्ता की पहचान सुरक्षित रखी जाएगी. नागरिक, चाहे वे आपराधिक मामलों में पीड़ित हों या आरोपी, उन्हें उचित और निष्पक्ष व्यवहार पाने का कानूनी अधिकार है. किसी भी पुलिसकर्मी द्वारा कानून के अधिकार का दुरुपयोग करने की सूचना तुरंत दिल्ली पुलिस की सतर्कता इकाई को दी जानी चाहिए, ताकि ऐसे दोषी अधिकारियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जा सके.
ये भी पढ़ें: