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'नास्त्रेदमस' राष्ट्रपति चुनाव में बाइडेन की जीत की भविष्यवाणी क्यों कर रहे हैं? - US Presidential Polls 2024 - US PRESIDENTIAL POLLS 2024

US Presidential Polls Prediction: अमेरिकी इतिहासकार एलन लिक्टमैन 'नास्त्रेदमस' अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों की सटीक भविष्यवाणियों के लिए जाने जाते हैं. हालांकि उन्होंने इस साल नवंबर में होने वाले चुनाव में मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन की जीत की अस्थायी भविष्यवाणी की है. उन्होंने क्या भविष्यवाणी की है और वह बाइडेन की जीत की उम्मीद क्यों कर रहे हैं? पढ़ें रिपोर्ट.

Allan Lichtman
एलन लिक्टमैन 'नास्त्रेदमस' (American historian Allan Lichtman (Source: X@AllanLichtman))
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By Aroonim Bhuyan

Published : May 2, 2024, 11:00 PM IST

नई दिल्ली: अमेरिका में अब तक हुए देशव्यापी सर्वेक्षणों से पता चलता है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन इस साल नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले अपने प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप से 1.5 प्रतिशत अंक से पीछे चल रहे हैं. नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी से अब यह माना जा रहा है कि बाइडन अपनी सत्ता बरकरार रख सकते हैं. 2000 के राष्ट्रपति चुनावों को छोड़कर पिछले चार दशकों से नास्त्रेदमस की हर चुनाव में भविष्यवाणी की सही साबित हुई है.

अमेरिकी इतिहासकार एलन लिक्टमैन 'नास्त्रेदमस' का अस्थायी रूप से मानना है कि बाइडेन इस बार भी चुनाव जीत सकते हैं. 'नास्त्रेदमस' ने एक मॉडल विकसित किया है जिसके आधार पर वह राष्ट्रपति चुनावों के परिणामों के बारे में अपनी भविष्यवाणी करते हैं. लिक्टमैन आमतौर पर चुनावी वर्ष के दौरान अगस्त महीने के आसपास अपनी आखिरी भविष्यवाणी करते हैं.

दरअसल, वर्ष 2020 में ईटीवी भारत ने लिक्टमैन का हवाला देते हुए उस साल अगस्त में भविष्यवाणी की थी कि बाइडेन तत्कालीन राष्ट्रपति ट्रंप के खिलाफ विजयी होंगे. इस बार यह चर्चा है कि लिक्टमैन मई की शुरुआत में अपनी अस्थायी भविष्यवाणी कर रहे हैं.

अमेरिकी समयानुसार मंगलवार को फॉक्स 5 टीवी ने उनके हवाले से कहा कि लिक्टमैन ने अभी तक अंतिम भविष्यवाणी नहीं की है, क्योंकि उनके भविष्यवाणी मॉडल 13 'कीज टू द व्हाइट हाउस' पर चीजें अभी भी बहुत अस्थिर हैं. लिक्टमैन ने कहा कि उन सभी राजनीति पंडितों को भूल जाइए जो कहते हैं कि बाइडेन को एक युवा उम्मीदवार के लिए पद छोड़ना चाहिए. डेमोक्रेट्स के जीतने का एकमात्र मौका बाइडेन के राष्ट्रपति चुनाव की रेस में बने रहना है.

एलन लिक्टमैन कौन हैं, उन्हें राष्ट्रपति चुनावों का नास्त्रेदमस क्यों कहा जाता है?
एलन जे लिक्टमैन एक अमेरिकी इतिहासकार हैं, उनका जन्म 4 अप्रैल 1947 को हुआ था. वह 1973 से वॉशिंगटन स्थित अमेरिकी विश्वविद्यालय में पढ़ा रहे हैं. इसके अलावा लिक्टमैन ने अमेरिकी न्याय विभाग और एनएएसीपी जैसे नागरिक अधिकार समूहों के लिए 70 से अधिक मामलों में नागरिक अधिकारों पर विशेषज्ञ गवाह के रूप में गवाही दी है. वह पूर्व उपराष्ट्रपति अल गोर और सीनेटर टेड कैनेडी को भी परामर्श दे चुके हैं. उन्होंने 2000 के राष्ट्रपति चुनाव के दौरान फ्लोरिडा में मतदान संबंधी अनियमितताओं की जांच में अमेरिकी नागरिक अधिकार आयोग की सहायता की और मतदान समस्याओं का अपना सांख्यिकीय विश्लेषण पेश किया. लिक्टमैन ने निष्कर्ष निकाला था कि मतपत्र खारिज होने की दरों में बड़ी नस्लीय असमानताएं थीं.

लिक्टमैन को 'कीज' सिस्टम के लिए जाना जाता है, जिसे उन्होंने अपनी पुस्तकों 'द थर्टीन कीज टू द प्रेसीडेंसी' और 'द कीज टू द व्हाइट हाउस' में पेश किया है. 'कीज' सिस्टम यह अनुमान लगाने के लिए 13 ऐतिहासिक कारकों का उपयोग करता है कि क्या अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में लोकप्रिय वोट राष्ट्रपति पद पर रहने वाली पार्टी के उम्मीदवार को मिलेगा (इस बात की परवाह किए बिना कि राष्ट्रपति उम्मीदवार है या नहीं).

'व्हाइट हाउस का द कीज टू द व्हाइट हाउस' मॉडल क्या है?

लिक्टमैन की भविष्यवाणी 'द कीज टू द व्हाइट हाउस', 13 सच्चे/झूठे स्टेटमेंट या कुंजियों के एक सिस्टम पर आधारित है जो राजनीतिक परिदृश्य को प्रभावित करने वाले विभिन्न फैक्टर का मूल्यांकन करता है. इस सिस्टम को रूसी भूकंपविज्ञानी व्लादिमीर केइलिस-बोरोक के सहयोग से विकसित किया गया था, जिन्होंने भूकंप की भविष्यवाणी में इस्तेमाल किए जाने वाले पैटर्न रेकॉग्निशन मैथड को राजनीति विज्ञान में लागू किया था. इसका बेसिक सिद्धांत यह है कि चुनाव मुख्य रूप से सत्ता में पार्टी पर जनमत संग्रह है, न कि उम्मीदवारों के व्यक्तिगत गुणों या अभियान घटनाओं का रिफ्लेकशन.

क्या हैं 13 कुंजियां?
पार्टी का जनादेश: मध्यावधि चुनावों के बाद मौजूदा पार्टी के पास अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में पिछले मध्यावधि चुनावों की तुलना में अधिक सीटें होती हैं.
कॉन्टेस्ट: निवर्तमान पार्टी के नामांकन के लिए कोई गंभीर कॉनेस्ट नहीं है.
सत्तासीनता: मौजूदा पार्टी का उम्मीदवार मौजूदा राष्ट्रपति है.
थर्ड पार्टी: कोई महत्वपूर्ण थर्ड-पार्टी या स्वतंत्र अभियान नहीं है.
अल्पकालिक अर्थव्यवस्था: चुनाव प्रचार के दौरान अर्थव्यवस्था मंदी में नहीं होती है.
लॉन्ग टर्म इकोनॉमी: इस अवधि के दौरान वार्षिक प्रति व्यक्ति आर्थिक वृद्धि पिछले दो कार्यकाल के दौरान औसत वृद्धि के बराबर या उससे अधिक होती है.
पॉलिसी चेंज: मौजूदा प्रशासन राष्ट्रीय नीति में बड़े बदलाव लाता है.
सामाजिक अशांति: कार्यकाल के दौरान कोई निरंतर सामाजिक अशांति नहीं होती.
घोटाला: प्रशासन बड़े घोटालों से बेदाग होता है.
विदेशी/सैन्य विफलता: प्रशासन को विदेशी या सैन्य मामलों में कोई बड़ी विफलता नहीं होती है.
विदेशी/सैन्य सफलता: प्रशासन को विदेशी या सैन्य मामलों में बड़ी सफलता मिलती है.
मौजूदा करिश्मा: मौजूदा पार्टी का उम्मीदवार करिश्माई या राष्ट्रीय नायक होता है.
चुनौती देने वाले का करिश्मा: चुनौती देने वाला पार्टी उम्मीदवार करिश्माई या राष्ट्रीय नायक नहीं होता है.

लिक्टमैन सिस्टम के अनुसार अगर इनमें से छह या अधिक कुंजियां झूठी हैं, तो मौजूदा पार्टी चुनाव हार जाएगी. अगर छह से कम चाबियां झूठी हैं, तो मौजूदा पार्टी जीत जाएगी. लिक्टमैन का दृष्टिकोण इस मायने में यूनीक है कि यह जनमत सर्वे, अभियान रणनीतियों या उम्मीदवार के व्यक्तित्व पर निर्भर नहीं करता है. इसके बजाय, यह मौजूदा पार्टी के प्रशासन के प्रदर्शन के साथ-साथ राजनीतिक और आर्थिक परिदृश्य पर ध्यान फोकस करता है.

वे कौन सी कुंजिया हैं जिनके बारे में बाइडेन को चिंता करनी होगी?
लिक्टमैन के अनुसार बाइडेन ने निश्चित रूप से दो कुंजिया खो दी हैं. उनकी पहली कुंजी यानी जनादेश खत्म हो चुकी है क्योंकि वे 2022 में यूएस हाउस की सीटें हार गए थे. इसके अलावा उनके पास 12 वीं कुंजी यानी मौजूदा करिश्मा भी नहीं है. लिक्टमैन ने स्वीकार किया कि बाइडेन के पास चार कुंजियां हैं जिनकी स्थिति अनिश्चित बनी हुई है.

इसमें थर्ड पार्टी, सामाजिक अशांति, विदेशी/सैन्य विफलता और विदेशी/सैन्य सफलता शामिल है. लैक्टमैन के मुताबिक चुनाव नजदीक आने पर बाइडेन पर स्वतंत्र उम्मीदवार रॉबर्ट एफ कैनेडी जूनियर के अभियान का संभावित प्रभाव देखने को मिल सकता है, जो थर्ड पार्टी कुंजि को दर्शाता है.

वहीं, अमेरिका में इजरायल-हमास संघर्ष से संबंधित कॉलेज परिसरों में विरोध प्रदर्शन हो रहा है, जो सामाजिक अशांति का प्रतीक है. इसके अलावा पश्चिम एशिया और यूक्रेन में इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्धों का प्रशासन की विदेश नीति बेअसर है, जो उनकी सैन्य विफलता है. लिक्टमैन ने कहा कि बाइडेन को हारने के लिए, इन सभी अनिश्चित कुंजियों को ठीक करना होगा.

कितनी है डोनाल्ड ट्रंप के जीत की संभावना?
स्वतंत्र थिंक टैंक इमेज इंडिया के अध्यक्ष रोबिंदर सचदेव के अनुसार इस साल होने वाला अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव इस मायने में बहुत अजीब और यूनीर है कि आपराधिक आरोपों का सामना करने वाला एक पूर्व राष्ट्रपति (ट्रंप) को विपक्षी रिपब्लिकन पार्टी का आधिकारिक उम्मीदवार बन गया है. वहीं, अमेरिकन यूनिवर्सिटी में लिक्टमैन के पूर्व छात्र सचदेव ने कहा कि परिणाम की अंतिम भविष्यवाणी अभी तक नहीं की गई है.

ये भी पढ़ें- अमेरिका में महंगाई ने तोड़ा 23 साल का रिकॉर्ड, अमेरिकी फेड ने किया बड़ा ऐलान

नई दिल्ली: अमेरिका में अब तक हुए देशव्यापी सर्वेक्षणों से पता चलता है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन इस साल नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले अपने प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप से 1.5 प्रतिशत अंक से पीछे चल रहे हैं. नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी से अब यह माना जा रहा है कि बाइडन अपनी सत्ता बरकरार रख सकते हैं. 2000 के राष्ट्रपति चुनावों को छोड़कर पिछले चार दशकों से नास्त्रेदमस की हर चुनाव में भविष्यवाणी की सही साबित हुई है.

अमेरिकी इतिहासकार एलन लिक्टमैन 'नास्त्रेदमस' का अस्थायी रूप से मानना है कि बाइडेन इस बार भी चुनाव जीत सकते हैं. 'नास्त्रेदमस' ने एक मॉडल विकसित किया है जिसके आधार पर वह राष्ट्रपति चुनावों के परिणामों के बारे में अपनी भविष्यवाणी करते हैं. लिक्टमैन आमतौर पर चुनावी वर्ष के दौरान अगस्त महीने के आसपास अपनी आखिरी भविष्यवाणी करते हैं.

दरअसल, वर्ष 2020 में ईटीवी भारत ने लिक्टमैन का हवाला देते हुए उस साल अगस्त में भविष्यवाणी की थी कि बाइडेन तत्कालीन राष्ट्रपति ट्रंप के खिलाफ विजयी होंगे. इस बार यह चर्चा है कि लिक्टमैन मई की शुरुआत में अपनी अस्थायी भविष्यवाणी कर रहे हैं.

अमेरिकी समयानुसार मंगलवार को फॉक्स 5 टीवी ने उनके हवाले से कहा कि लिक्टमैन ने अभी तक अंतिम भविष्यवाणी नहीं की है, क्योंकि उनके भविष्यवाणी मॉडल 13 'कीज टू द व्हाइट हाउस' पर चीजें अभी भी बहुत अस्थिर हैं. लिक्टमैन ने कहा कि उन सभी राजनीति पंडितों को भूल जाइए जो कहते हैं कि बाइडेन को एक युवा उम्मीदवार के लिए पद छोड़ना चाहिए. डेमोक्रेट्स के जीतने का एकमात्र मौका बाइडेन के राष्ट्रपति चुनाव की रेस में बने रहना है.

एलन लिक्टमैन कौन हैं, उन्हें राष्ट्रपति चुनावों का नास्त्रेदमस क्यों कहा जाता है?
एलन जे लिक्टमैन एक अमेरिकी इतिहासकार हैं, उनका जन्म 4 अप्रैल 1947 को हुआ था. वह 1973 से वॉशिंगटन स्थित अमेरिकी विश्वविद्यालय में पढ़ा रहे हैं. इसके अलावा लिक्टमैन ने अमेरिकी न्याय विभाग और एनएएसीपी जैसे नागरिक अधिकार समूहों के लिए 70 से अधिक मामलों में नागरिक अधिकारों पर विशेषज्ञ गवाह के रूप में गवाही दी है. वह पूर्व उपराष्ट्रपति अल गोर और सीनेटर टेड कैनेडी को भी परामर्श दे चुके हैं. उन्होंने 2000 के राष्ट्रपति चुनाव के दौरान फ्लोरिडा में मतदान संबंधी अनियमितताओं की जांच में अमेरिकी नागरिक अधिकार आयोग की सहायता की और मतदान समस्याओं का अपना सांख्यिकीय विश्लेषण पेश किया. लिक्टमैन ने निष्कर्ष निकाला था कि मतपत्र खारिज होने की दरों में बड़ी नस्लीय असमानताएं थीं.

लिक्टमैन को 'कीज' सिस्टम के लिए जाना जाता है, जिसे उन्होंने अपनी पुस्तकों 'द थर्टीन कीज टू द प्रेसीडेंसी' और 'द कीज टू द व्हाइट हाउस' में पेश किया है. 'कीज' सिस्टम यह अनुमान लगाने के लिए 13 ऐतिहासिक कारकों का उपयोग करता है कि क्या अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में लोकप्रिय वोट राष्ट्रपति पद पर रहने वाली पार्टी के उम्मीदवार को मिलेगा (इस बात की परवाह किए बिना कि राष्ट्रपति उम्मीदवार है या नहीं).

'व्हाइट हाउस का द कीज टू द व्हाइट हाउस' मॉडल क्या है?

लिक्टमैन की भविष्यवाणी 'द कीज टू द व्हाइट हाउस', 13 सच्चे/झूठे स्टेटमेंट या कुंजियों के एक सिस्टम पर आधारित है जो राजनीतिक परिदृश्य को प्रभावित करने वाले विभिन्न फैक्टर का मूल्यांकन करता है. इस सिस्टम को रूसी भूकंपविज्ञानी व्लादिमीर केइलिस-बोरोक के सहयोग से विकसित किया गया था, जिन्होंने भूकंप की भविष्यवाणी में इस्तेमाल किए जाने वाले पैटर्न रेकॉग्निशन मैथड को राजनीति विज्ञान में लागू किया था. इसका बेसिक सिद्धांत यह है कि चुनाव मुख्य रूप से सत्ता में पार्टी पर जनमत संग्रह है, न कि उम्मीदवारों के व्यक्तिगत गुणों या अभियान घटनाओं का रिफ्लेकशन.

क्या हैं 13 कुंजियां?
पार्टी का जनादेश: मध्यावधि चुनावों के बाद मौजूदा पार्टी के पास अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में पिछले मध्यावधि चुनावों की तुलना में अधिक सीटें होती हैं.
कॉन्टेस्ट: निवर्तमान पार्टी के नामांकन के लिए कोई गंभीर कॉनेस्ट नहीं है.
सत्तासीनता: मौजूदा पार्टी का उम्मीदवार मौजूदा राष्ट्रपति है.
थर्ड पार्टी: कोई महत्वपूर्ण थर्ड-पार्टी या स्वतंत्र अभियान नहीं है.
अल्पकालिक अर्थव्यवस्था: चुनाव प्रचार के दौरान अर्थव्यवस्था मंदी में नहीं होती है.
लॉन्ग टर्म इकोनॉमी: इस अवधि के दौरान वार्षिक प्रति व्यक्ति आर्थिक वृद्धि पिछले दो कार्यकाल के दौरान औसत वृद्धि के बराबर या उससे अधिक होती है.
पॉलिसी चेंज: मौजूदा प्रशासन राष्ट्रीय नीति में बड़े बदलाव लाता है.
सामाजिक अशांति: कार्यकाल के दौरान कोई निरंतर सामाजिक अशांति नहीं होती.
घोटाला: प्रशासन बड़े घोटालों से बेदाग होता है.
विदेशी/सैन्य विफलता: प्रशासन को विदेशी या सैन्य मामलों में कोई बड़ी विफलता नहीं होती है.
विदेशी/सैन्य सफलता: प्रशासन को विदेशी या सैन्य मामलों में बड़ी सफलता मिलती है.
मौजूदा करिश्मा: मौजूदा पार्टी का उम्मीदवार करिश्माई या राष्ट्रीय नायक होता है.
चुनौती देने वाले का करिश्मा: चुनौती देने वाला पार्टी उम्मीदवार करिश्माई या राष्ट्रीय नायक नहीं होता है.

लिक्टमैन सिस्टम के अनुसार अगर इनमें से छह या अधिक कुंजियां झूठी हैं, तो मौजूदा पार्टी चुनाव हार जाएगी. अगर छह से कम चाबियां झूठी हैं, तो मौजूदा पार्टी जीत जाएगी. लिक्टमैन का दृष्टिकोण इस मायने में यूनीक है कि यह जनमत सर्वे, अभियान रणनीतियों या उम्मीदवार के व्यक्तित्व पर निर्भर नहीं करता है. इसके बजाय, यह मौजूदा पार्टी के प्रशासन के प्रदर्शन के साथ-साथ राजनीतिक और आर्थिक परिदृश्य पर ध्यान फोकस करता है.

वे कौन सी कुंजिया हैं जिनके बारे में बाइडेन को चिंता करनी होगी?
लिक्टमैन के अनुसार बाइडेन ने निश्चित रूप से दो कुंजिया खो दी हैं. उनकी पहली कुंजी यानी जनादेश खत्म हो चुकी है क्योंकि वे 2022 में यूएस हाउस की सीटें हार गए थे. इसके अलावा उनके पास 12 वीं कुंजी यानी मौजूदा करिश्मा भी नहीं है. लिक्टमैन ने स्वीकार किया कि बाइडेन के पास चार कुंजियां हैं जिनकी स्थिति अनिश्चित बनी हुई है.

इसमें थर्ड पार्टी, सामाजिक अशांति, विदेशी/सैन्य विफलता और विदेशी/सैन्य सफलता शामिल है. लैक्टमैन के मुताबिक चुनाव नजदीक आने पर बाइडेन पर स्वतंत्र उम्मीदवार रॉबर्ट एफ कैनेडी जूनियर के अभियान का संभावित प्रभाव देखने को मिल सकता है, जो थर्ड पार्टी कुंजि को दर्शाता है.

वहीं, अमेरिका में इजरायल-हमास संघर्ष से संबंधित कॉलेज परिसरों में विरोध प्रदर्शन हो रहा है, जो सामाजिक अशांति का प्रतीक है. इसके अलावा पश्चिम एशिया और यूक्रेन में इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्धों का प्रशासन की विदेश नीति बेअसर है, जो उनकी सैन्य विफलता है. लिक्टमैन ने कहा कि बाइडेन को हारने के लिए, इन सभी अनिश्चित कुंजियों को ठीक करना होगा.

कितनी है डोनाल्ड ट्रंप के जीत की संभावना?
स्वतंत्र थिंक टैंक इमेज इंडिया के अध्यक्ष रोबिंदर सचदेव के अनुसार इस साल होने वाला अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव इस मायने में बहुत अजीब और यूनीर है कि आपराधिक आरोपों का सामना करने वाला एक पूर्व राष्ट्रपति (ट्रंप) को विपक्षी रिपब्लिकन पार्टी का आधिकारिक उम्मीदवार बन गया है. वहीं, अमेरिकन यूनिवर्सिटी में लिक्टमैन के पूर्व छात्र सचदेव ने कहा कि परिणाम की अंतिम भविष्यवाणी अभी तक नहीं की गई है.

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