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सुबह के नाश्ते में रोटी-पराठा खाना हेल्दी है या उपमा-ओट्स, जानिए क्या कहते हैं डॉक्टर?

सुबह का नाश्ता काफी जरूरी और फायदेमंद होता है. ऐसे में इस खबर में जाने कि नाश्ते में रोटी-पराठा बेहतर है या उपमा-जई-ओट्स जैसे ऑप्शन...

Is it healthier to eat roti-paratha or upma-oats for breakfast
सुबह के नाश्ते में रोटी-पराठा खाना हेल्दी है या उपमा-ओट्स, जानिए क्या कहते हैं डॉक्टर? (CANVA)
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By ETV Bharat Lifestyle Team

Published : 11 hours ago

आमतौर पर लोगों के मन में इस बात को लेकर सवाल रहते हैं की सुबह सवेरे नाश्ते में क्या खाना बेहतर रहता है. कुछ लोग कहते हैं कि सुबह सब्जी रोटी खाना बेहतर होता है, कुछ कहते हैं कि उपमा या ओट्स वाला नाश्ता बेहतर होता है, तो कुछ लोगों की राय कुछ और ही होती है. आइए जानते हैं कि जानकारों कि राय में कौन सा नाश्ता है बेहतर और क्यों...

सुबह के नाश्ते में रोटी-पराठा बेहतर है या उपमा-जई-ओट्स जैसे ऑप्शन ?
सुबह का नाश्ता हमारे दिन की शुरुआत का सबसे जरूरी हिस्सा है. नाश्ता ना केवल हमें एनर्जी देता है बल्कि हमारे मेटाबॉलिज्म को भी दुरुस्त रखता है. हालांकि, अक्सर लोग इस बात को लेकर उलझन में रहते हैं कि सुबह के नाश्ते में क्या खाना बेहतर है. रोटी-पराठा और सब्जी जैसे पारंपरिक ऑप्शन या उपमा, ओट्स, जई और पोहा जैसे हल्के भोजन? आइए जानते हैं कि न्यूट्रिशनिस्ट इस बारे में क्या कहते हैं...

क्या कहते हैं डॉक्टर?
आहार एवं पोषण विशेषज्ञ डॉ. दिव्या शर्मा बताती है कि सुबह का नाश्ता ना केवल स्वादिष्ट होना चाहिए, बल्कि पोषण से भरपूर और संतुलित भी होना चाहिए. रोटी-पराठा और उपमा-ओट्स सभी अच्छे ऑप्शन हैं, लेकिन इन्हें सही मात्रा और कंबीनेशन में खाना जरूरी है. यदि नाश्ते में प्रोटीन,विटामिन, कार्बोहाइड्रेट, और फाइबर का सही संतुलन रहेगा तो ना सिर्फ दिन की शुरुआत एनर्जी और उत्साह के साथ होगी बल्कि पुरे दिन शरीर में एनर्जी बनी रहेगी.

अलग-अलग प्रकार के नाश्ते के फायदे और नुकसान
डॉ. दिव्या शर्मा बताती हैं कि अलग-अलग प्रकार के नाश्ते के अलग अलग फायदे होते हैं बशर्ते उन्हे सही तरह से खाया जाए. जैसे पारंपरिक नाश्ता जैसे रोटी-पराठा और सब्जी आपको लंबी अवधि तक एनर्जी दे कर सकता हैं, लेकिन अगर इन्हें ज्यादा घी और तेल में बनाया जाए तो यह काफी भारी हो सकता है और दिन भर शरीर में आलस्य और कुछ अन्य समस्याओं का कारण बन सकता है. दूसरी ओर, उपमा, ओट्स और पोहा जैसे विकल्प हल्के और पचने में आसान होते हैं. लेकिन अगर हम उन्हें आइडल कंबीनेशन के साथ ना बनाएं तो उनमें पोषक तत्वों की मात्रा जरूरत से कम हो सकती है. लेकिन यहां यह जानना भी जरूरी है कि इस प्रकार के आहार आपके पेट को ज्यादा देर तक भरा रखते हैं और वजन कम करने वालों के लिए बेहतर विकल्प हो सकते हैं.

इसके अलावा कई बार नाश्ते से जुड़ी कुछ ऐसी आदतें भी हो सकती हैं जो परेशानियों का कारण बन सकती हैं जैसे कई बार लोग नाश्ते में या तो ज्यादा भारी खाना खा लेते हैं या समय की कमी, वजन घटाने की कोशिश में या अन्य कारणों से नाश्ता नहीं करते हैं, यह सभी आदतें शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकती हैं.

क्या है आदर्श नाश्ता?
डॉ. दिव्या शर्मा बताती हैं कि आदर्श नाश्ता ऐसा होना चाहिए जो पोषण से भरपूर हो और शरीर को जरूरी मात्रा में एनर्जी दें. इसलिए नाश्ते का चुनाव और संयोजन उस आहार से मिलने वाले पोषण के आधार पर करना फायदेमंद हो सकता है. डॉ. दिव्या शर्मा के अनुसार सुबह के नाश्ते में प्रचलित कुछ विशेष आहार और उनसे मिलने वाले पोषक तत्व इस प्रकार हैं.

कार्बोहाइड्रेट: रोटी, पराठा, ब्राउन ब्रेड, ओट्स, या पोहा.

प्रोटीन: उबले अंडे, पनीर, मूंगफली, या स्प्राउट्स.

फाइबर और विटामिन: हरी सब्जियां, फल, या सूखे मेवे.

तरल पदार्थ: दूध, नारियल पानी, या हर्बल चाय

वह बताती हैं कि इस सूची के आधार पर लोग यदि अपना ब्रेकफास्ट पैटर्न डिजाइन करें तो उन्हे कई फायदे मिल सकते हैं. इसके अलावा नाश्ते से जुड़ी कुछ अन्य बातें व सावधानियां भी हैं जिनका ध्यान रखने से कई फायदे मिल सकते हैं जैसे कि...

बैलेंस बनाए रखें: नाश्ते में हल्का और भारी दोनों का संतुलन बनाए रखें. उदाहरण के लिए, पराठे के साथ एक कटोरी दही और सलाद लें.

प्रोटीन शामिल करें: ओट्स या पोहा खा रहे हैं तो उसके साथ मूंगफली या दही लें.

घी और तेल का ध्यान रखें: रोटी-पराठा बनाते समय घी और तेल का सीमित उपयोग करें.

फ्रूट्स और ड्राई फ्रूट्स शामिल करें: नाश्ते के बाद एक फल या कुछ बादाम- अखरोट खाना फायदेमंद होगा.

समय पर नाश्ता करें: नाश्ता सुबह 7 से 9 बजे के बीच करें ताकि आपका मेटाबॉलिज्म सही ढंग से काम करे.

(डिस्क्लेमर: यहां आपको दी गई सभी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सलाह केवल आपकी जानकारी के लिए है. हम यह जानकारी वैज्ञानिक अनुसंधान, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य पेशेवर सलाह के आधार पर प्रदान कर रहे हैं. बेहतर होगा कि इन पर अमल करने से पहले आप अपने निजी डॉक्टर की सलाह ले लें.)

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आमतौर पर लोगों के मन में इस बात को लेकर सवाल रहते हैं की सुबह सवेरे नाश्ते में क्या खाना बेहतर रहता है. कुछ लोग कहते हैं कि सुबह सब्जी रोटी खाना बेहतर होता है, कुछ कहते हैं कि उपमा या ओट्स वाला नाश्ता बेहतर होता है, तो कुछ लोगों की राय कुछ और ही होती है. आइए जानते हैं कि जानकारों कि राय में कौन सा नाश्ता है बेहतर और क्यों...

सुबह के नाश्ते में रोटी-पराठा बेहतर है या उपमा-जई-ओट्स जैसे ऑप्शन ?
सुबह का नाश्ता हमारे दिन की शुरुआत का सबसे जरूरी हिस्सा है. नाश्ता ना केवल हमें एनर्जी देता है बल्कि हमारे मेटाबॉलिज्म को भी दुरुस्त रखता है. हालांकि, अक्सर लोग इस बात को लेकर उलझन में रहते हैं कि सुबह के नाश्ते में क्या खाना बेहतर है. रोटी-पराठा और सब्जी जैसे पारंपरिक ऑप्शन या उपमा, ओट्स, जई और पोहा जैसे हल्के भोजन? आइए जानते हैं कि न्यूट्रिशनिस्ट इस बारे में क्या कहते हैं...

क्या कहते हैं डॉक्टर?
आहार एवं पोषण विशेषज्ञ डॉ. दिव्या शर्मा बताती है कि सुबह का नाश्ता ना केवल स्वादिष्ट होना चाहिए, बल्कि पोषण से भरपूर और संतुलित भी होना चाहिए. रोटी-पराठा और उपमा-ओट्स सभी अच्छे ऑप्शन हैं, लेकिन इन्हें सही मात्रा और कंबीनेशन में खाना जरूरी है. यदि नाश्ते में प्रोटीन,विटामिन, कार्बोहाइड्रेट, और फाइबर का सही संतुलन रहेगा तो ना सिर्फ दिन की शुरुआत एनर्जी और उत्साह के साथ होगी बल्कि पुरे दिन शरीर में एनर्जी बनी रहेगी.

अलग-अलग प्रकार के नाश्ते के फायदे और नुकसान
डॉ. दिव्या शर्मा बताती हैं कि अलग-अलग प्रकार के नाश्ते के अलग अलग फायदे होते हैं बशर्ते उन्हे सही तरह से खाया जाए. जैसे पारंपरिक नाश्ता जैसे रोटी-पराठा और सब्जी आपको लंबी अवधि तक एनर्जी दे कर सकता हैं, लेकिन अगर इन्हें ज्यादा घी और तेल में बनाया जाए तो यह काफी भारी हो सकता है और दिन भर शरीर में आलस्य और कुछ अन्य समस्याओं का कारण बन सकता है. दूसरी ओर, उपमा, ओट्स और पोहा जैसे विकल्प हल्के और पचने में आसान होते हैं. लेकिन अगर हम उन्हें आइडल कंबीनेशन के साथ ना बनाएं तो उनमें पोषक तत्वों की मात्रा जरूरत से कम हो सकती है. लेकिन यहां यह जानना भी जरूरी है कि इस प्रकार के आहार आपके पेट को ज्यादा देर तक भरा रखते हैं और वजन कम करने वालों के लिए बेहतर विकल्प हो सकते हैं.

इसके अलावा कई बार नाश्ते से जुड़ी कुछ ऐसी आदतें भी हो सकती हैं जो परेशानियों का कारण बन सकती हैं जैसे कई बार लोग नाश्ते में या तो ज्यादा भारी खाना खा लेते हैं या समय की कमी, वजन घटाने की कोशिश में या अन्य कारणों से नाश्ता नहीं करते हैं, यह सभी आदतें शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकती हैं.

क्या है आदर्श नाश्ता?
डॉ. दिव्या शर्मा बताती हैं कि आदर्श नाश्ता ऐसा होना चाहिए जो पोषण से भरपूर हो और शरीर को जरूरी मात्रा में एनर्जी दें. इसलिए नाश्ते का चुनाव और संयोजन उस आहार से मिलने वाले पोषण के आधार पर करना फायदेमंद हो सकता है. डॉ. दिव्या शर्मा के अनुसार सुबह के नाश्ते में प्रचलित कुछ विशेष आहार और उनसे मिलने वाले पोषक तत्व इस प्रकार हैं.

कार्बोहाइड्रेट: रोटी, पराठा, ब्राउन ब्रेड, ओट्स, या पोहा.

प्रोटीन: उबले अंडे, पनीर, मूंगफली, या स्प्राउट्स.

फाइबर और विटामिन: हरी सब्जियां, फल, या सूखे मेवे.

तरल पदार्थ: दूध, नारियल पानी, या हर्बल चाय

वह बताती हैं कि इस सूची के आधार पर लोग यदि अपना ब्रेकफास्ट पैटर्न डिजाइन करें तो उन्हे कई फायदे मिल सकते हैं. इसके अलावा नाश्ते से जुड़ी कुछ अन्य बातें व सावधानियां भी हैं जिनका ध्यान रखने से कई फायदे मिल सकते हैं जैसे कि...

बैलेंस बनाए रखें: नाश्ते में हल्का और भारी दोनों का संतुलन बनाए रखें. उदाहरण के लिए, पराठे के साथ एक कटोरी दही और सलाद लें.

प्रोटीन शामिल करें: ओट्स या पोहा खा रहे हैं तो उसके साथ मूंगफली या दही लें.

घी और तेल का ध्यान रखें: रोटी-पराठा बनाते समय घी और तेल का सीमित उपयोग करें.

फ्रूट्स और ड्राई फ्रूट्स शामिल करें: नाश्ते के बाद एक फल या कुछ बादाम- अखरोट खाना फायदेमंद होगा.

समय पर नाश्ता करें: नाश्ता सुबह 7 से 9 बजे के बीच करें ताकि आपका मेटाबॉलिज्म सही ढंग से काम करे.

(डिस्क्लेमर: यहां आपको दी गई सभी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सलाह केवल आपकी जानकारी के लिए है. हम यह जानकारी वैज्ञानिक अनुसंधान, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य पेशेवर सलाह के आधार पर प्रदान कर रहे हैं. बेहतर होगा कि इन पर अमल करने से पहले आप अपने निजी डॉक्टर की सलाह ले लें.)

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