मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले को पर्यटन के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए सार्थक प्रयास किये जा रहे हैं. जिसका सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिल रहा है. दरअसल, जशपुर जिले का नाम www.easemytrip.com में शामिल हो गया है. इसके साथ ही जशपुर पर्यटन वेबसाइट में शामिल होने वाला प्रदेश का पहला जिला बन गया है.
जशपुर के हरी भरी वादियों को घूमने के लिए पर्यटन प्रेमी www.easemytrip.com वेबसाइट का उपयोग कर सकते हैं. इस वेबसाइट के माध्यम से लोगों को यहां के पर्यटन स्थलों, होटलों से लेकर अन्य संबंधी पूरी जानकारी मिल जाएगी. इस वेबसाइट के माध्यम से पर्यटन प्रेमियों को जशपुर के तमाम जगहों की जानकारी आसानी से मिल जाएगी.
दरअसल, जशपुर आने के लिए सड़क मार्ग माध्यम है. इसके लिए पर्यटन प्रेमी पड़ोसी राज्य झारखंड की राजधानी रांची से हवाई यात्रा या ट्रेन के माध्यम से जशपुर आ सकते हैं. इसके साथ ही रांची से जशपुर आने के लिए बस की सुविधा उपलब्ध रहती है. वहीं, प्राइवेट टैक्सी या खुद के वाहन से भी जशपुर पहुंचा जा सकता है. इसी प्रकार उड़ीसा मार्ग से झारसुगुड़ा से भी आसानी से जशपुर पहुंचा जा सकता है.
बता दें, जिला प्रशासन के द्वारा पर्यटन के क्षेत्र में सूबे में कई प्रकार की गतिविधियां आयोजित की जाती है. पर्यटन के लिए जशपुर, जहां रोमांच, संस्कृति और प्रकृति का संगम है. वहीं, छत्तीसगढ़ के उत्तरी भाग में स्थित, यह छिपा हुआ रत्न शहरी जीवन शैली से और भागदौड़ की जिंदगी से सुकून का अहसास दिलाता है. प्रकृति को नजदीक से जानने के लिए यह एक आदर्श स्थान है.
चाहे वह यहां के हरे-भरे चाय बागानों हो, रॉक क्लाइम्बिंग के रोमांच को अपनाना हो, या अपने आदिवासी समुदायों की जीवंत परंपराओं में खुद को नजदीक से जानना हो, जशपुर हर यात्री के लिए एक अनूठा अनुभव प्रदान करता है. अपने मनमोहक परिदृश्य, ठंडी जलवायु और आदिवासी संस्कृति रीति रिवाज, रहन सहन, खानपान पारंपरिक व्यंजन और आत्मीयता से समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के साथ, जशपुर एक कायाकल्प का वादा करता है जो आपकी यात्रा के बाद लंबे समय तक आपके साथ रहता है.
जशपुर हवाई मार्ग या ट्रेन मार्ग से रांची से आसानी पहुंचा जा सकता है. रेलवे स्टेशन या हवाई अड्डे के बाहर जशपुर पहुंचने के लिए आसानी से वाहन मिल जाएगी. जशपुर में रूकने के लिए एक सुंदर और आकर्षक सुविधा युक्त सरना एथनिक रिजॉर्ट है. जहां पर्यटकों को सभी तरह की सुविधा आसानी से मिल सकती है. इसके आलावा जिले में कई छोटे होटल की भी सुविधा आसानी से उपलब्ध है.
बता दें, जशपुर में स्थानीय आदिवासी लोगों के द्वारा आत्मीय स्वागत, रात्रि अलाव में परिचय सत्र, उसके बाद स्थानीय भोजन, स्थानीय प्रशिक्षक द्वारा योग और ध्यान सत्र, स्थानीय घर का दौरा, स्थानीय भोजन और पत्तों के बर्तन बनाने के बारे में जानने का मौका, स्थानीय आदिवासी घरों में दोपहर के भोजन का मौका, आदिवासी नृत्य सत्र, बॉन फायर के साथ नाइट लाइट संगीत, साइलेंट जंगल वॉक के बाद नाश्ता और चाय , फार्म वॉक आदि के साथ दर्शनीय स्थलों की यात्रा, अलाव के साथ स्टार गेजिंग सत्र के लिए देश देखा तक की सुविधा सरना एथनिक रिजॉर्ट के द्वारा उपलब्ध कराई जाती है.
जशपुर में घूमने के लिए कई पर्यटन स्थल जिसमें दमेरा, देशदेखा, चाय बगान, सोगड़ा आश्रम, रानीदाह, बगीचा विकास खंड में कैलाश गुफा, खुडियारानी,राजपुरी ,दनगरी , मकरभंजा , कुनकुरी विकास खंड में एशिया का सबसे दूसरा बड़ा चर्च, मधेश्वर पहाड़ सबसे बड़ा शिवलिंग, मयाली नेचर कैम्प आदि और भी बहुत सारे पर्यटन स्थल शामिल है.