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इजराइल पर 7 अक्टूबर के हमले के मास्टरमाइंड याह्या सिनावर होगा हमास का नया प्रमुख - CHIEF OF HAMAS YAHYA SINWAR - CHIEF OF HAMAS YAHYA SINWAR

NEW CHIEF OF HAMAS YAHYA SINWAR: हमास ने अपने गाजा प्रमुख याह्या सिनावर को पूर्व राजनीतिक प्रमुख इस्माइल हनिया के उत्तराधिकारी के रूप में नामित किया है. हनिया की पिछले हफ्ते तेहरान में हत्या कर दी गई थी. समूह ने एक बयान जारी कर मीडिया को इसकी जानकारी दी.

NEW CHIEF OF HAMAS YAHYA SINWAR
हमास के नये राजनीतिक प्रमुख याह्या सिनावर की फाइल फोटो. (AP)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Aug 7, 2024, 8:15 AM IST

काहिरा: इजराइल पर 7 अक्टूबर के हमले के मास्टरमाइंड याह्या सिनावर अब हमास के नए प्रमुख होंगे. एएफपी के अनुसार, हमास ने एक बयान जारी कर कहा कि इस्लामिक प्रतिरोध आंदोलन हमास ने आंदोलन के राजनीतिक ब्यूरो के प्रमुख के रूप में नेता याह्या सिनावर के चयन की घोषणा की.

सिनावर इस्माइल हनिया की जगह लेंगे. हनिया की पिछले सप्ताह ईरान की राजधानी तेहरान में हत्या कर दी गई थी. 2017 के बाद से, सिनवर गाजा पट्टी में हमास के प्रमुख रहे हैं. हमास के सैन्य प्रमुख मोहम्मद दईफ के साथ, सिनावर को इजराइल पर 7 अक्टूबर के हमले का प्रमुख वास्तुकार माना जाता है. जिसके बाद गाजा में युद्ध शुरू हो गया था जो अबतक चल रहा है. पिछले महीने इजराइली हमले में दईफ की भी हत्या कर दी गई थी.

सिनावर के इतिहास को देखते हुए माना जा रहा है कि नई भूमिका में वह शांतिवार्ता और संघर्ष विराम के लिए सकारात्मक नहीं साबित होंगे. इसके साथ ही बंधकों की रिहाई को संभावना भी निकट भविष्य में कम हो गई है. इससे पहले, खालिद माशल को हनिया का उत्तराधिकारी माना जा रहा था. खालिद ने 1996-2017 के दौरान हमास का नेतृत्व किया था. जिसके बाद हनिया ने पदभार ग्रहण किया था.

सिनावर की पहचान क्रूर हिंसक रणनीति है. उन्होंने ऐसे समय में हमास के राजनीतिक प्रमुख का पद संभाला है जब मध्य पूर्व के देश एक युद्ध के कगार पर खड़े हैं. ईरान हनिया की हत्या का बदला लेने की तैयारी कर रहा है. ईरान समर्थित आतंकवादी समूह हिजबुल्लाह भी अपने सैन्य प्रमुख फुआद शुक्र की हत्या के बाद से बदले की ताक में है. जानकारी के मुताबिक कभी भी इजरायल पर हमला एक और बड़ा हमला किया जा सकता है.

नया गाजा प्रमुख याह्या सिनावर कौन है? :सिनावर का जन्म 1962 में गाजा के खान यूनिस सिटी में हुआ था. वह हमास से संस्थापक सदस्यों में रहे हैं. सिनावर 1980 के दशक में फिलिस्तीनी इस्लामवादी आंदोलन में शामिल हो गए. सिनावर में मुनमत अल-जीहद वा अल-दावह (अल-मजद) को व्यवस्थित करने में मदद की. 1987 में, जब हमास की स्थापना की गई थी, तो सिनावर ने अल-मजद का हमास में विलय कर दिया. अल-माजद ने नए फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह के सुरक्षा कैडर का गठन किया.

बरसों इजराइली जेल में रहे बंद, 2011 में ऐसे आये बाहर: 1988 में, सिनावर को हत्या के आरोप में हिरासत में लिया था. जहां उनपर मुकदमा चला और बाद में उम्र कैद की सजा सुनाई गई थी. उन्होंने अपना पूरा जीवन जेल में बिताया होता अगर 2011 में एक कैदी की अदला -बदली में इजराइल ने उन्हें मुक्त नहीं किया होता. तब हमास ने एक इजराइली सैनिक के बदले सैकड़ों आतंकवादियों की रिहाई की मांग की थी. 2011, सिनावर को एक नया जीवनदान मिला. वह फिर से संगठन में सक्रिय हो गये. 2017 में, उन्हें हमास के राजनीतिक ब्यूरो की सदस्यता मिल गई. इसके साथ ही हमास ने उन्हें गाजा में ऑपरेशन का प्रमुख बनाया.

जिस यहूदी डॉक्टर ने जान बचाई उसी के भतीजे को बनाया बंधक : बताया जाता है जेल में उन्हें कई बार गंभीर बीमारी का सामना करना पड़ा. तब एक यहूदी डॉक्टर युवल बिटन ने उनका इलाज किया. रिपोर्ट्स के मुताबिक जेल में रहने के दौरान उन्हें कई बार स्ट्रोक का सामना करना पड़ा था. बताया जाता है कि बिटन की सलाह और पैरवी पर जेल में रहने के दौरान सिनावर को अस्पताल ले जाया गया था. इस दौरान भी बिटन ने उनका पूरा ख्याल रखा. इस कहानी का दूसरा सिरा 7 अक्टूबर के हमले से जुड़ता है जब हमास के आतंकवादियों ने डॉ. बिटन के घर पर हमला करके बिटन के भतीजे का अपहरण कर लिया. बताया जाता है कि डॉ. बिटन का भतीजा भी उन इजराइली बंधकों में शामिल है जो अब भी हमास के बंधक हैं.

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काहिरा: इजराइल पर 7 अक्टूबर के हमले के मास्टरमाइंड याह्या सिनावर अब हमास के नए प्रमुख होंगे. एएफपी के अनुसार, हमास ने एक बयान जारी कर कहा कि इस्लामिक प्रतिरोध आंदोलन हमास ने आंदोलन के राजनीतिक ब्यूरो के प्रमुख के रूप में नेता याह्या सिनावर के चयन की घोषणा की.

सिनावर इस्माइल हनिया की जगह लेंगे. हनिया की पिछले सप्ताह ईरान की राजधानी तेहरान में हत्या कर दी गई थी. 2017 के बाद से, सिनवर गाजा पट्टी में हमास के प्रमुख रहे हैं. हमास के सैन्य प्रमुख मोहम्मद दईफ के साथ, सिनावर को इजराइल पर 7 अक्टूबर के हमले का प्रमुख वास्तुकार माना जाता है. जिसके बाद गाजा में युद्ध शुरू हो गया था जो अबतक चल रहा है. पिछले महीने इजराइली हमले में दईफ की भी हत्या कर दी गई थी.

सिनावर के इतिहास को देखते हुए माना जा रहा है कि नई भूमिका में वह शांतिवार्ता और संघर्ष विराम के लिए सकारात्मक नहीं साबित होंगे. इसके साथ ही बंधकों की रिहाई को संभावना भी निकट भविष्य में कम हो गई है. इससे पहले, खालिद माशल को हनिया का उत्तराधिकारी माना जा रहा था. खालिद ने 1996-2017 के दौरान हमास का नेतृत्व किया था. जिसके बाद हनिया ने पदभार ग्रहण किया था.

सिनावर की पहचान क्रूर हिंसक रणनीति है. उन्होंने ऐसे समय में हमास के राजनीतिक प्रमुख का पद संभाला है जब मध्य पूर्व के देश एक युद्ध के कगार पर खड़े हैं. ईरान हनिया की हत्या का बदला लेने की तैयारी कर रहा है. ईरान समर्थित आतंकवादी समूह हिजबुल्लाह भी अपने सैन्य प्रमुख फुआद शुक्र की हत्या के बाद से बदले की ताक में है. जानकारी के मुताबिक कभी भी इजरायल पर हमला एक और बड़ा हमला किया जा सकता है.

नया गाजा प्रमुख याह्या सिनावर कौन है? :सिनावर का जन्म 1962 में गाजा के खान यूनिस सिटी में हुआ था. वह हमास से संस्थापक सदस्यों में रहे हैं. सिनावर 1980 के दशक में फिलिस्तीनी इस्लामवादी आंदोलन में शामिल हो गए. सिनावर में मुनमत अल-जीहद वा अल-दावह (अल-मजद) को व्यवस्थित करने में मदद की. 1987 में, जब हमास की स्थापना की गई थी, तो सिनावर ने अल-मजद का हमास में विलय कर दिया. अल-माजद ने नए फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह के सुरक्षा कैडर का गठन किया.

बरसों इजराइली जेल में रहे बंद, 2011 में ऐसे आये बाहर: 1988 में, सिनावर को हत्या के आरोप में हिरासत में लिया था. जहां उनपर मुकदमा चला और बाद में उम्र कैद की सजा सुनाई गई थी. उन्होंने अपना पूरा जीवन जेल में बिताया होता अगर 2011 में एक कैदी की अदला -बदली में इजराइल ने उन्हें मुक्त नहीं किया होता. तब हमास ने एक इजराइली सैनिक के बदले सैकड़ों आतंकवादियों की रिहाई की मांग की थी. 2011, सिनावर को एक नया जीवनदान मिला. वह फिर से संगठन में सक्रिय हो गये. 2017 में, उन्हें हमास के राजनीतिक ब्यूरो की सदस्यता मिल गई. इसके साथ ही हमास ने उन्हें गाजा में ऑपरेशन का प्रमुख बनाया.

जिस यहूदी डॉक्टर ने जान बचाई उसी के भतीजे को बनाया बंधक : बताया जाता है जेल में उन्हें कई बार गंभीर बीमारी का सामना करना पड़ा. तब एक यहूदी डॉक्टर युवल बिटन ने उनका इलाज किया. रिपोर्ट्स के मुताबिक जेल में रहने के दौरान उन्हें कई बार स्ट्रोक का सामना करना पड़ा था. बताया जाता है कि बिटन की सलाह और पैरवी पर जेल में रहने के दौरान सिनावर को अस्पताल ले जाया गया था. इस दौरान भी बिटन ने उनका पूरा ख्याल रखा. इस कहानी का दूसरा सिरा 7 अक्टूबर के हमले से जुड़ता है जब हमास के आतंकवादियों ने डॉ. बिटन के घर पर हमला करके बिटन के भतीजे का अपहरण कर लिया. बताया जाता है कि डॉ. बिटन का भतीजा भी उन इजराइली बंधकों में शामिल है जो अब भी हमास के बंधक हैं.

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