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व्हाइट हाउस ने क्वाड की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला, भारत के मेजबान वर्ष के तहत प्रगति पर नजर रखी

White House On Quad Achievements : अमेरिका इस साल भारत की मेजबानी में क्वाड गठबंधन की योजना में और प्रगति होने की उम्मीद रखता है. व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन पियरे ने एक संवाददाता सम्मेलन में ये बातें कहीं. इसके साथ ही उन्होंने I2U2 और एच1बी वीजा प्रक्रिया से संबंधित सवालों का भी जवाब दिया. पढ़ें पूरी खबर...

White House On Quad Achievements
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन पियरे. (AP)
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By ANI

Published : Feb 29, 2024, 6:54 AM IST

वाशिंगटन: अमेरिका ने पिछले तीन वर्षों में क्वाड की ओर से गठबंधन में की गई महत्वपूर्ण प्रगति पर जोर दिया. इसके साथ ही साल 2024 में जब भारत को इसकी मेजबानी करनी है इश गति को जारी रखने के महत्व को भी रेखांकित किया. एक प्रेस ब्रीफिंग में, व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन पियरे ने क्वाड की आगामी वर्षगांठ के बारे में बात की. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति बाइडेन ने क्वाड की प्रगति और स्वतंत्र, खुले और समृद्ध इंडो-पैसिफिक के साझा दृष्टिकोण पर बार-बार गर्व व्यक्त किया है.

पियरे ने कहा कि मैं यह कहूंगी कि पिछले तीन वर्षों में क्वाड ने जो प्रगति की है, उस पर राष्ट्रपति को अविश्वसनीय रूप से गर्व है. उन्होंने कहा कि हम साल 2024 जिसमें भारत क्वाड की मेजबानी करेगा को भी काफी सकारात्मक रूप से देख रहे हैं. हम उम्मीद कर रहे हैं कि गठबंधन में योजनाओं को लेकर प्रगति की गति बरकरार रहेगी.

पियरे ने कहा कि हम न केवल अमेरिका के बारे में बात कर रहे हैं, बल्कि जाहिर तौर पर भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया के बारे में भी बात कर रहे हैं. हम सभी का दृष्टिकोण एक स्वतंत्र, खुले और समृद्ध इंडो-पैसिफिक का साझा करने के बारे में समान है. अमेरिका, भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया से युक्त क्वाड का लक्ष्य भारत-प्रशांत क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण क्षेत्रों में ठोस लाभ पहुंचाना है. उन्होंने कहा कि क्वाड हमारे सभी देशों को इंडो-पैसिफिक के साथ-साथ कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में ठोस लाभ पहुंचाने में मदद कर रहा है. इसलिए हम 2024 में भी क्वाड में योजनाओं पर प्रगति को जारी रखने के लिए तत्पर हैं.

I2U2 पहल पर ध्यान केंद्रित करते हुए, पियरे ने कहा कि इसके लिए राष्ट्रपति बाइडेन प्रतिबद्ध हैं. इस पहल का उद्देश्य खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा, अंतरिक्ष संचालन, जल संरक्षण, अपशिष्ट प्रबंधन और अन्य उद्यमों से संबंधित चुनौतियों का समाधान करना है. I2U2 समूह भारत, इजराइल, संयुक्त अरब अमीरात और अमेरिका का एक समूह है. उन्होंने कहा कि I2U2 गंभीर रूप से महत्वपूर्ण बना हुआ है. राष्ट्रपति यह सुनिश्चित करने के लिए गहराई से प्रतिबद्ध हैं कि हम I2U2 के साथ जारी रहें. पियरे ने इस बात पर जोर दिया कि I2U2 एक प्राथमिकता बनी हुई है.

एच1बी वीजा प्रक्रिया के बारे में चिंताओं को संबोधित करते हुए, पियरे ने प्रणाली में सुधार के लिए प्रशासन की ओर से हाल ही में की गई कार्रवाइयों पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि होमलैंड सिक्योरिटी विभाग (डीएचएस) की ओर से पिछले महीने एच1बी वीजा से संबंधित एक अंतिम नियम प्रकाशित किया गया था.

उन्होंने कहा कि अगर हम एच1बी वीजा प्रक्रिया को देखें, तो हमने उसमें और प्रक्रिया में सुधार के लिए कार्रवाई की है. वैध स्थायी निवासियों के लिए कानून बनाए हैं जो अमेरिकी नागरिक बनने के योग्य हैं. व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव ने कहा कि उदाहरण के लिए, पिछले महीने ही, इसे मजबूत करने के हमारे प्रयासों के एक हिस्से के रूप में हमारी आव्रजन प्रणाली की अखंडता और धोखाधड़ी की संभावना को कम करने के लिए, डीएचएस ने एच1बी वीजा से संबंधित एक अंतिम नियम प्रकाशित किया.

पियरे के अनुसार, परिवर्तनों का उद्देश्य आव्रजन प्रणाली की अखंडता को मजबूत करते हुए और धोखाधड़ी की संभावना को कम करते हुए निष्पक्ष और अधिक न्यायसंगत परिणामों को बढ़ावा देना है. उन्होंने कहा कि यह निश्चित रूप से एक प्राथमिकता रही है. हम उसे बहुत गंभीरता से लेते हैं और हम वीजा प्रक्रिया में सुधार के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं.

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वाशिंगटन: अमेरिका ने पिछले तीन वर्षों में क्वाड की ओर से गठबंधन में की गई महत्वपूर्ण प्रगति पर जोर दिया. इसके साथ ही साल 2024 में जब भारत को इसकी मेजबानी करनी है इश गति को जारी रखने के महत्व को भी रेखांकित किया. एक प्रेस ब्रीफिंग में, व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन पियरे ने क्वाड की आगामी वर्षगांठ के बारे में बात की. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति बाइडेन ने क्वाड की प्रगति और स्वतंत्र, खुले और समृद्ध इंडो-पैसिफिक के साझा दृष्टिकोण पर बार-बार गर्व व्यक्त किया है.

पियरे ने कहा कि मैं यह कहूंगी कि पिछले तीन वर्षों में क्वाड ने जो प्रगति की है, उस पर राष्ट्रपति को अविश्वसनीय रूप से गर्व है. उन्होंने कहा कि हम साल 2024 जिसमें भारत क्वाड की मेजबानी करेगा को भी काफी सकारात्मक रूप से देख रहे हैं. हम उम्मीद कर रहे हैं कि गठबंधन में योजनाओं को लेकर प्रगति की गति बरकरार रहेगी.

पियरे ने कहा कि हम न केवल अमेरिका के बारे में बात कर रहे हैं, बल्कि जाहिर तौर पर भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया के बारे में भी बात कर रहे हैं. हम सभी का दृष्टिकोण एक स्वतंत्र, खुले और समृद्ध इंडो-पैसिफिक का साझा करने के बारे में समान है. अमेरिका, भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया से युक्त क्वाड का लक्ष्य भारत-प्रशांत क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण क्षेत्रों में ठोस लाभ पहुंचाना है. उन्होंने कहा कि क्वाड हमारे सभी देशों को इंडो-पैसिफिक के साथ-साथ कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में ठोस लाभ पहुंचाने में मदद कर रहा है. इसलिए हम 2024 में भी क्वाड में योजनाओं पर प्रगति को जारी रखने के लिए तत्पर हैं.

I2U2 पहल पर ध्यान केंद्रित करते हुए, पियरे ने कहा कि इसके लिए राष्ट्रपति बाइडेन प्रतिबद्ध हैं. इस पहल का उद्देश्य खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा, अंतरिक्ष संचालन, जल संरक्षण, अपशिष्ट प्रबंधन और अन्य उद्यमों से संबंधित चुनौतियों का समाधान करना है. I2U2 समूह भारत, इजराइल, संयुक्त अरब अमीरात और अमेरिका का एक समूह है. उन्होंने कहा कि I2U2 गंभीर रूप से महत्वपूर्ण बना हुआ है. राष्ट्रपति यह सुनिश्चित करने के लिए गहराई से प्रतिबद्ध हैं कि हम I2U2 के साथ जारी रहें. पियरे ने इस बात पर जोर दिया कि I2U2 एक प्राथमिकता बनी हुई है.

एच1बी वीजा प्रक्रिया के बारे में चिंताओं को संबोधित करते हुए, पियरे ने प्रणाली में सुधार के लिए प्रशासन की ओर से हाल ही में की गई कार्रवाइयों पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि होमलैंड सिक्योरिटी विभाग (डीएचएस) की ओर से पिछले महीने एच1बी वीजा से संबंधित एक अंतिम नियम प्रकाशित किया गया था.

उन्होंने कहा कि अगर हम एच1बी वीजा प्रक्रिया को देखें, तो हमने उसमें और प्रक्रिया में सुधार के लिए कार्रवाई की है. वैध स्थायी निवासियों के लिए कानून बनाए हैं जो अमेरिकी नागरिक बनने के योग्य हैं. व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव ने कहा कि उदाहरण के लिए, पिछले महीने ही, इसे मजबूत करने के हमारे प्रयासों के एक हिस्से के रूप में हमारी आव्रजन प्रणाली की अखंडता और धोखाधड़ी की संभावना को कम करने के लिए, डीएचएस ने एच1बी वीजा से संबंधित एक अंतिम नियम प्रकाशित किया.

पियरे के अनुसार, परिवर्तनों का उद्देश्य आव्रजन प्रणाली की अखंडता को मजबूत करते हुए और धोखाधड़ी की संभावना को कम करते हुए निष्पक्ष और अधिक न्यायसंगत परिणामों को बढ़ावा देना है. उन्होंने कहा कि यह निश्चित रूप से एक प्राथमिकता रही है. हम उसे बहुत गंभीरता से लेते हैं और हम वीजा प्रक्रिया में सुधार के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं.

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