मास्को: राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मंगलवार को 5वीं बार रूसी राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली. जानकारी के मुताबिक, पुतिन ने ग्रैंड क्रेमलिन पैलेस के सेंट एंड्रयू हॉल में राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली है. बता दें कि, यह वही जगह है, जहां रूस के जार परिवार के 3 राजाओं एलेक्जेंडर 2, एलेक्जेंडर 3 और निकोलस 2 की ताजपोशी हुई थी. शपथ ग्रहण के बाद राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि 'हम मजबूत होंगे, हम उन देशों के साथ रिश्ते मजबूत करेंगे जो हमें अपना दुश्मन समझते हैं.' रूस में मार्च में हुए चुनाव में पुतिन को 88 फीसदी वोट मिले थे. उनके प्रतिद्वंदी निकोले खारितोनोव को सिर्फ 4 फीसदी वोट प्राप्त हुए. वहीं, यूक्रेन जंग को लेकर संयुक्त राज्य अमेरिका और कई अन्य पश्चिमी देशों ने शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार किया. बता दें कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को दोबारा राष्ट्रपति चुने जाने पर बधाई दी थी.
रूस में व्लादिमीर पुतिन के 24 वर्षों की सत्ता की प्रमुख घटनाएं
31 दिसंबर, 1999 में राष्ट्र के नाम एक आश्चर्यजनक संबोधन में, रूसी राष्ट्रपति बोरिस येल्तसिन ने अपने इस्तीफे की घोषणा की और चार महीने पहले नियुक्त किए गए प्रधान मंत्री पुतिन को कार्यवाहक राष्ट्रपति बनाया. वहीं, 7 मई, 2000 में लगभग 53 प्रतिशत वोट के साथ चुनाव जीतने के बाद, पुतिन को उनके पहले चार साल के कार्यकाल के लिए नियुक्त किया गया. 11 मई, 2000 में टैक्स पुलिस ने एनटीवी के कार्यालयों पर छापा मारा, जो क्रेमलिन की आलोचनात्मक कवरेज के लिए प्रसिद्ध एक लोकप्रिय स्वतंत्र प्रसारक है. पुतिन युग की विशेषता बताने वाले प्रमुख स्वतंत्र मीडिया के खिलाफ यह पहला कदम था.
पुतिन का राजनीतिक सफर
12 अगस्त, 2000 में पनडुब्बी कुर्स्क 118 लोगों के साथ बैरेंट्स सागर में डूब गई, जिसको लेकर पुतिन की पहली व्यापक आलोचना हुई, जो संकट की शुरुआत में छुट्टी पर रहे और मदद के पश्चिमी प्रस्तावों को स्वीकार करने से पहले पांच दिन इंतजार किया. 23 अक्टूबर, 2002 में रूस के चेचन्या क्षेत्र के उग्रवादियों ने मॉस्को के एक थिएटर में लगभग 850 लोगों को बंधक बना लिया था. तीन दिन बाद, रूसी विशेष बलों ने संकट को समाप्त करने के लिए थिएटर में एक अज्ञात गैस छोड़ा, जिसमें आतंकवादियों के साथ-साथ कम से कम 130 बंधकों की मौत हो गई. पुतिन ने इस ऑपरेशन का बचाव करते हुए कहा था कि इससे सैकड़ों लोगों की जान बचाई गई. वहीं, 25 अक्टूबर, 2003 में तेल व्यवसायी मिखाइल खोदोरकोव्स्की, जो रूस के सबसे अमीर आदमी थे और पुतिन के लिए संभावित चुनौती के रूप में देखे जाने वाले, को गिरफ्तार किया गया और बाद में कर चोरी और धोखाधड़ी के लिए 10 साल जेल की सजा सुनाई गई. जिसके बाद उनकी तेल कंपनी ध्वस्त हो गई और इसका अधिकांश हिस्सा सरकारी तेल कंपनी रोसनेफ्ट ने अधिग्रहीत कर लिया गया.
प्रमुख घटनाएं
14 मार्च, 2004 में पुतिन को राष्ट्रपति के रूप में दूसरे कार्यकाल के लिए चुना गया. 1 सितंबर, 2004 में इस्लामिक आतंकवादियों ने दक्षिणी शहर बेसलान में एक स्कूल पर कब्ज़ा कर लिया. इस दौरान हुए भीषण विस्फोटों और गोलीबारी में 300 से अधिक लोग मारे गए. जिसके दो दिन बाद घेराबंदी समाप्त हो गया. पुतिन ने इसके लिए क्षेत्रीय नेताओं की अक्षमता को जिम्मेदार ठहराया और घोषणा की कि राज्यपालों को निर्वाचित के बजाय व्यक्तियों को नियुक्त किया जाएगा.
पुतिन ने सबको चौंकाया
25 अप्रैल, 2005 में पुतिन ने सोवियत संघ के पतन को सदी की सबसे बड़ी भू-राजनीतिक तबाही बताकर अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों को चौंका दिया था.10 फरवरी, 2007 में म्यूनिख में एक सम्मेलन में भाषण में, पुतिन संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ घनिष्ठ संबंध विकसित करने के पहले के प्रयासों से पूरी तरह से दूर हो गए. बात 8 मई, 2008 की करें तो, संविधान द्वारा लगातार तीसरी बार चुनाव लड़ने से रोके गए, पुतिन को नए राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव द्वारा प्रधान मंत्री नियुक्त किया गया, लेकिन प्रभावी रूप से वे रूस के राजनीतिक नेता बने रहे. 8 से 12 अगस्त, 2008 में रूस ने जॉर्जिया के साथ एक छोटा युद्ध लड़ा. जिसमें रूस ने अलगाववादी अब्खाज़िया और दक्षिण ओसेशिया क्षेत्रों पर पूर्ण नियंत्रण हासिल कर लिया. 4 मार्च, 2012 में पुतिन को नए राष्ट्रपति पद के लिए चुना गया. वे इस बार छह साल के लिए राष्ट्रपति पद के लिए चुने गए. मतदान से पहले और उनके उद्घाटन की पूर्व संध्या पर हजारों लोगों के विरोध प्रदर्शन के कारण अनधिकृत राजनीतिक विरोध प्रदर्शनों के लिए दंड को सख्त करने वाले कानून बने.
रूस ने सीरिया में हवाई हमले शुरू किए
बता 6 जून, 2013 की है जब पुतिन ने सरकारी टेलीविजन पर घोषणा की कि वह और उनकी पत्नी ल्यूडमिला तलाक ले रहे हैं. 7 फरवरी, 2014 में पुतिन ने सोची में शीतकालीन ओलंपिक का उद्घाटन किया. यह एक महंगी प्रतिष्ठा वाली परियोजना थी जिसे रूस के लिए जीतने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. 18 मार्च, 2014 में कीव में विरोध प्रदर्शनों के बीच यूक्रेन के रूस-समर्थक राष्ट्रपति को हटाने के बाद, क्रेमलिन द्वारा बिना प्रतीक चिन्ह वाली वर्दी पहने सैनिकों को भेजने के बाद मॉस्को ने क्रीमिया पर कब्ज़ा कर लिया. प्रायद्वीप को यूक्रेन से अलग करते हुए एक त्वरित जनमत संग्रह कराया जाता है. पुतिन ने एक साल बाद स्वीकार किया कि उन्होंने समय से कुछ सप्ताह पहले ही विलय की योजना बना ली थी. वहीं, अप्रैल 2014 में पूर्वी यूक्रेन में यूक्रेनी सेना और रूस समर्थित अलगाववादी विद्रोहियों के बीच लड़ाई शुरू हुई. इसी बीच 27 फरवरी, 2015 में रूस के संकटग्रस्त राजनीतिक विपक्ष के शीर्ष नेता बोरिस नेमत्सोव को क्रेमलिन के बगल में एक पुल पर गोली मार दी गई. नेमत्सोव पूर्वी यूक्रेन में रूसी सैनिकों के बारे में एक रिपोर्ट पर काम कर रहे थे. 30 सितंबर, 2015 में रूस ने सीरिया में हवाई हमले शुरू किए, जिसे पुतिन ने आतंकवादी समूहों को नष्ट करने के लिए आवश्यक बताया. इस कार्रवाई से लंबे समय से सहयोगी रहे सीरियाई राष्ट्रपति बशर असद को सत्ता में बने रहने में मदद मिली.
पुतिन ने संवैधानिक परिवर्तनों को मंजूरी दी
15 मई, 2018 में पुतिन ने रूस से क्रीमिया तक 18 किलोमीटर (12 मील) पुल खोला, जिससे मॉस्को का कब्ज़ा मजबूत हो गया. बाद में यह पुल यूक्रेन के साथ युद्ध के दौरान हमलों का निशाना बन गया. 16 जुलाई, 2018 में पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प हेलसिंकी में एक शिखर सम्मेलन में मिले, जहां ट्रम्प से उन आरोपों के बारे में पूछा गया कि रूस ने 2016 के चुनाव में हस्तक्षेप किया था जिससे वह सत्ता में आए. उन्होंने दावों को खारिज कर दिया. वहीं,1 जुलाई, 2020 में एक जनमत संग्रह ने पुतिन द्वारा प्रस्तावित संवैधानिक परिवर्तनों को मंजूरी दे दी, जिससे उन्हें 2024 से शुरू होने वाले दो और कार्यकालों के लिए चुनाव लड़ने की अनुमति मिल गई. 20 अगस्त, 2020 में साइबेरिया में पुतिन के लिए राजनीतिक विरोध का आयोजन करते समय विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी गंभीर रूप से बीमार पड़ गए और बाद में उन्हें जर्मनी ले जाया गया, जहां उन्हें नर्व-एजेंट विषाक्तता का पता चला। नवलनी ने क्रेमलिन को दोषी ठहराया. हालांकि, क्रेमलिन इससे इनकार करता रहा है. वहीं 22 दिसंबर, 2020 में पुतिन ने पूर्व राष्ट्रपतियों को आजीवन छूट देने वाले विधेयक पर हस्ताक्षर किए.
नवलनी को 19 साल की जेल
बात 17 जनवरी, 2021 की है जब नवलनी को जर्मनी से लौटने पर मास्को हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया गया. बाद में उन्हें कई आरोपों में दोषी ठहराया गया और 19 साल जेल की सजा सुनाई गई. जुलाई 2021 में पुतिन ने रूस और यूक्रेन की ऐतिहासिक एकता की घोषणा करते हुए एक लेख प्रकाशित किया, जो मॉस्को के आक्रमण का एक वैचारिक अग्रदूत था. 24 फरवरी, 2022 में यूक्रेन पर आक्रमण शुरू हुआ, और पुतिन ने इसे रूस की सुरक्षा के लिए आवश्यक एक विशेष सैन्य अभियान बताया. इसके बाद 4 मार्च, 2022 में पुतिन ने एक कानून पर हस्ताक्षर किए, जिसमें सेना के बारे में गलत या अपमानजनक जानकारी फैलाने पर 15 साल तक की जेल की सजा का प्रावधान था. 30 सितंबर, 2023 में अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय ने पुतिन के लिए युद्ध-अपराध अभियोग जारी किया, जिसमें उन पर यूक्रेन के युद्ध क्षेत्र से रूस में बच्चों के गैरकानूनी निर्वासन और परिवहन का आरोप लगाया गया.
नवलनी की मौत पर क्या बोले थे बाइडेन?
23 जून, 2023 मे भाड़े के बल के नेता येवगेनी प्रिगोझिन ने विद्रोह किया जिसमें उनके सैनिकों ने रूस के दक्षिणी सैन्य मुख्यालय पर नियंत्रण कर लिया और मास्को की ओर बढ़ गए. हालांकि,विद्रोह अगले दिन समाप्त हो गया, लेकिन पुतिन की छवि को इससे भारी ठेस पहुंचा. विद्रोह के ठीक दो महीने बाद एक रहस्यमय विमान दुर्घटना में प्रिगोझिन की मौत हो गई.16 फरवरी, 2024 में नवलनी की आर्कटिक जेल कॉलोनी में संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इसके लिए पुतिन और उनके लोगों को जिम्मेदार ठहराया. 17 मार्च, 2024 में पुतिन ने चुनाव में पांचवीं बार जीत हासिल की, जिसमें कथित तौर पर उन्हें 87 फीसदी वोट मिले.
पुतिन 7 मई को राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली
22 मार्च, 2024 में बंदूकधारियों ने मॉस्को के बाहरी इलाके में एक कॉन्सर्ट हॉल पर हमला कर दिया. एक रॉक ग्रुप को सुनने आए लोगों की हत्या कर दी और इमारत में आग लगा दी. हमले, जिसमें 144 लोग मारे गए, की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट समूह की एक शाखा ने ली थी. जिसको लेकर रूस ने ताजिकिस्तान के 11 नागरिकों को संदिग्धों के रूप में गिरफ्तार कर लिया. हालांकि, पुतिन और अन्य अधिकारियों ने सबूत पेश किए बिना दावा किया कि हमला यूक्रेन के निर्देश पर किया गया था. आज यानी की 7 मई, 2024 में पुतिन ने पांचवी बार रूस के राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली.
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