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अमेरिका ने गाजा को लेकर इजराइल को चेताया, नेतन्याहू ने कहा- राष्ट्रीय हित में लेंगे फैसला

अमेरिका गाजा में मानवीय संकट को लेकर इजराइल को चेताया. हालांकि इजराइल ने भी इसका बेबाकी से जवाब दिया है.

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : 3 hours ago

US President Joe Biden and Israel PM Benjamin Netanyahu
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और इजराइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू (AP)

वाशिंगटन: अमेरिका ने इजरायल को चेतावनी दी है कि अगर वह गाजा में मानवीय संकट को सुधारने के लिए कदम नहीं उठाता है तो उसे सैन्य सहायता प्रतिबंधित की जा सकती है. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने इस मुद्दे पर इजराइल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट और सामरिक मामलों के मंत्री रॉन डर्मर को एक पत्र भेजा है. इस बीच इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि वह अमेरिका की राय की अनदेखी नहीं करता लेकिन निर्णय अपने राष्ट्रीय हितों के आधार पर लेंगे हैं.

अमेरिका ने इजरायल से कहा है कि वह गाजा में मानवीय संकट का समाधान करे या फिर सैन्य सहायता में कटौती का जोखिम उठाए. इजरायल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट और सामरिक मामलों के मंत्री रॉन डर्मर को लिखे पत्र में अमेरिका ने इजरायल से 30 दिनों में कई कदम उठाने को कहा है. इसमें गाजा में राहत सामग्री की आवाजाही को आसान बनाना और उत्तरी गाजा से दक्षिणी गाजा में नागरिकों को जबरन नहीं निकालना शामिल है.

पत्र में कहा गया है कि मानवता की गिरावट को रोकने के लिए आश्वासनों के अनुरूप इजरायल को अभी से और 30 दिनों के ठोस उपायों पर काम करना चाहिए. अमेरिका ने इजरायल को चेतावनी दी है कि ऐसा नहीं पर अमेरिकी नीति पर प्रभाव पड़ सकता है.

गाजा और अब लेबनान में भयावह स्थिति के खिलाफ बढ़ती निंदा के साथ अब इजरायल को अमेरिकी सहायता की आलोचना बढ़ती जा रही है. पिछले हफ्ते स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इजरायल को हथियार बेचना बंद करने का आग्रह किया था.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इससे पहले मई में राफा में इजरायल को जमीनी हमला करने से रोकने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजराइल को बमों की खेप रोक दी थी. हालांकि, रिपब्लिकन के विरोध के बीच जल्द ही हथियारों की आपूर्ति फिर से शुरू कर दी गई.

वर्तमान मामले में अमेरिका ने पत्र में इजराइल के खिलाफ कड़े शब्दों का प्रयोग किया लेकिन दूसरी ओर ये भी है कि अमेरिका ने घोषणा की कि वह इजराइल को अपनी उन्नत थाड (THAAD) मिसाइल रक्षा प्रणाली प्रदान करेगा. पत्र में गाजा की स्थिति पर चिंता व्यक्त की गई है तथा इजरायल से कई कदम उठाने का आग्रह किया गया है.

पत्र में कहा गया है कि इजरायल सरकार की हालिया कार्रवाइयां चिंताजनक है. इसमें प्रमुख रूप से कमर्शियल इम्पोर्ट रोकना, उत्तरी और दक्षिणी गाजा के बीच लगभग 90 फीसदी मानवीय गतिविधियों को बाधित करना, दोहरे प्रतिबंध जारी रखना, सीमा शुल्क को लागू करना साथ ही बढ़ती अराजकता और लूटपाट का हवाला दिया गया.

पत्र में इजरायल से कहा गया है कि वह सर्दियों से पहले गाजा में प्रवेश करने के लिए प्रति दिन कम से कम 350 ट्रकों को मान्यता दे. कम से कम अगले चार महीनों के लिए टीकाकरण, डिलीवरी और वितरण सहित मानवीय गतिविधियों को सक्षम करने के लिए गाजा में पर्याप्त मानवीय व्यवस्था करे. उत्तरी गाजा से दक्षिणी गाजा में नागरिकों को जबरन निकालने की कोई इजरायली सरकार की नीति नहीं होगी.

पत्र में उल्लेख किया गया है कि इजरायल की कार्रवाइयों का अमेरिकी नीति पर प्रभाव पड़ सकता है. अमेरिकी नीति के अनुसार अमेरिकी रक्षा सामग्री प्राप्त करने वाले देश को यह आश्वासन देना होता है कि वे हथियारों का इस्तेमाल अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून और अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार करेंगे. साथ ही यह वादा भी करेंगे कि जब ऐसे हथियारों का इस्तेमाल किया जा रहा हो तो वे मानवीय सहायता पहुंचाने में बाधा नहीं डालेंगे.

इजरायल को दुनिया के किसी भी अन्य देश की तुलना में अधिक अमेरिकी सैन्य सहायता मिली है. हालांकि अमेरिकी सरकार ने आधिकारिक तौर पर यह घोषणा नहीं की है कि पिछले साल गाजा युद्ध शुरू होने के बाद उसने इजरायल को कितनी सैन्य सहायता भेजी है.

ये भी पढ़ें- इजराइल का सुरक्षा कवच होगा और मजबूत, अमेरिका देगा THAAD एंटी-मिसाइल सिस्टम, जानें खूबियां

वाशिंगटन: अमेरिका ने इजरायल को चेतावनी दी है कि अगर वह गाजा में मानवीय संकट को सुधारने के लिए कदम नहीं उठाता है तो उसे सैन्य सहायता प्रतिबंधित की जा सकती है. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने इस मुद्दे पर इजराइल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट और सामरिक मामलों के मंत्री रॉन डर्मर को एक पत्र भेजा है. इस बीच इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि वह अमेरिका की राय की अनदेखी नहीं करता लेकिन निर्णय अपने राष्ट्रीय हितों के आधार पर लेंगे हैं.

अमेरिका ने इजरायल से कहा है कि वह गाजा में मानवीय संकट का समाधान करे या फिर सैन्य सहायता में कटौती का जोखिम उठाए. इजरायल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट और सामरिक मामलों के मंत्री रॉन डर्मर को लिखे पत्र में अमेरिका ने इजरायल से 30 दिनों में कई कदम उठाने को कहा है. इसमें गाजा में राहत सामग्री की आवाजाही को आसान बनाना और उत्तरी गाजा से दक्षिणी गाजा में नागरिकों को जबरन नहीं निकालना शामिल है.

पत्र में कहा गया है कि मानवता की गिरावट को रोकने के लिए आश्वासनों के अनुरूप इजरायल को अभी से और 30 दिनों के ठोस उपायों पर काम करना चाहिए. अमेरिका ने इजरायल को चेतावनी दी है कि ऐसा नहीं पर अमेरिकी नीति पर प्रभाव पड़ सकता है.

गाजा और अब लेबनान में भयावह स्थिति के खिलाफ बढ़ती निंदा के साथ अब इजरायल को अमेरिकी सहायता की आलोचना बढ़ती जा रही है. पिछले हफ्ते स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इजरायल को हथियार बेचना बंद करने का आग्रह किया था.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इससे पहले मई में राफा में इजरायल को जमीनी हमला करने से रोकने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजराइल को बमों की खेप रोक दी थी. हालांकि, रिपब्लिकन के विरोध के बीच जल्द ही हथियारों की आपूर्ति फिर से शुरू कर दी गई.

वर्तमान मामले में अमेरिका ने पत्र में इजराइल के खिलाफ कड़े शब्दों का प्रयोग किया लेकिन दूसरी ओर ये भी है कि अमेरिका ने घोषणा की कि वह इजराइल को अपनी उन्नत थाड (THAAD) मिसाइल रक्षा प्रणाली प्रदान करेगा. पत्र में गाजा की स्थिति पर चिंता व्यक्त की गई है तथा इजरायल से कई कदम उठाने का आग्रह किया गया है.

पत्र में कहा गया है कि इजरायल सरकार की हालिया कार्रवाइयां चिंताजनक है. इसमें प्रमुख रूप से कमर्शियल इम्पोर्ट रोकना, उत्तरी और दक्षिणी गाजा के बीच लगभग 90 फीसदी मानवीय गतिविधियों को बाधित करना, दोहरे प्रतिबंध जारी रखना, सीमा शुल्क को लागू करना साथ ही बढ़ती अराजकता और लूटपाट का हवाला दिया गया.

पत्र में इजरायल से कहा गया है कि वह सर्दियों से पहले गाजा में प्रवेश करने के लिए प्रति दिन कम से कम 350 ट्रकों को मान्यता दे. कम से कम अगले चार महीनों के लिए टीकाकरण, डिलीवरी और वितरण सहित मानवीय गतिविधियों को सक्षम करने के लिए गाजा में पर्याप्त मानवीय व्यवस्था करे. उत्तरी गाजा से दक्षिणी गाजा में नागरिकों को जबरन निकालने की कोई इजरायली सरकार की नीति नहीं होगी.

पत्र में उल्लेख किया गया है कि इजरायल की कार्रवाइयों का अमेरिकी नीति पर प्रभाव पड़ सकता है. अमेरिकी नीति के अनुसार अमेरिकी रक्षा सामग्री प्राप्त करने वाले देश को यह आश्वासन देना होता है कि वे हथियारों का इस्तेमाल अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून और अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार करेंगे. साथ ही यह वादा भी करेंगे कि जब ऐसे हथियारों का इस्तेमाल किया जा रहा हो तो वे मानवीय सहायता पहुंचाने में बाधा नहीं डालेंगे.

इजरायल को दुनिया के किसी भी अन्य देश की तुलना में अधिक अमेरिकी सैन्य सहायता मिली है. हालांकि अमेरिकी सरकार ने आधिकारिक तौर पर यह घोषणा नहीं की है कि पिछले साल गाजा युद्ध शुरू होने के बाद उसने इजरायल को कितनी सैन्य सहायता भेजी है.

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