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कनाडा में शोषण और दुर्व्यवहार का सामना कर रहे प्रवासी मजदूर, UN की रिपोर्ट में खुलासा - United Nation

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Aug 14, 2024, 4:23 PM IST

Rights Of Migrant Workers: संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में कनाडा में मानवाधिकारों की जांच की गई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि कनाडा का टेंपरेरी फॉरेन वर्कर प्रोग्राम मजदूरों को उनके अधिकारों से वंचित करता है.

कनाडा में शोषण और दुर्व्यवहार का सामना कर रहे हैं प्रवासी मजदूर
कनाडा में शोषण और दुर्व्यवहार का सामना कर रहे हैं प्रवासी मजदूर (IANS)

नई दिल्ली: प्रवासी मजदूरों के अधिकारों की पर्याप्त सुरक्षा न करने के लिए संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में कनाडा में मानवाधिकारों की जांच की गई है. रिपोर्ट में इस बात पर जोर दिया गया है कि कनाडा का 'टेंपरेरी फॉरेन वर्कर प्रोग्राम' (TFWP) गुलामी के आधुनिक रूपों का जन्म देने वाला है, जो नियोक्ताओं के पक्ष में शक्ति असंतुलन को संस्थागत बनाता है और मजदूरों को उनके अधिकारों से वंचित करता है.

टेंपरेरी फॉरेन वर्कर प्रोग्राम कनाडा के नियोक्ताओं को टेंपरेरी लेबर और स्किल की कमी को दूर करने के लिए विदेशी नागरिकों को काम पर रखने की अनुमति देता है. TFWP के अलावा कनाडा में काम करने के इच्छुक विदेशी नागरिकों के लिए अन्य इमिग्रेशन प्रोग्राम भी उपलब्ध हैं. 2018 में अस्थायी विदेशी कर्मचारी कार्यक्रम के तहत 84,004 परमिट धारक थे, जबकि 2022 तक यह संख्या बढ़कर 135,818 हो गई थी.

रिपोर्ट को प्रोफोसर तोमोया ओबोकाटा ने लिखा है कि अगर कनाडा कमजोर वर्कर्स के शोषण करने वाले कानूनों-नीतियों में सुधार करने और शोषण और दुर्व्यवहार पीड़ितों को पर्याप्त निवारण और पुनर्वास प्रदान करने के लिए अधिक निर्णायक कार्रवाई नहीं करता है, तो इससे वह मानवाधिकारों की प्रतिष्ठा को खतरे में डालेगा.

स्लेवरी की मॉडर्न फॉर्म पर ध्यान दे कनाडा
रिपोर्ट में कनाडाई ऑथोरिटीज से स्लेवरी की मॉडर्न फॉर्म के अंतर्निहित कारणों पर ध्यान देने का आग्रह किया गया है, जिनमें गरीबी, असमानता और भेदभाव शामिल हैं. यह उपनिवेशवाद और नस्लवाद की विरासतों के कारण और भी बढ़ गए हैं. साथ ही आवास संकट, विशेष रूप से सामाजिक और संक्रमणकालीन आवास की भारी कमी पर भी ध्यान दिया गया है.

ओबोकाटा ने 23 अगस्त से 6 सितंबर 2023 तक कनाडा का दौरा किया और हाल ही में रिपोर्ट सार्वजनिक की गई है. उन्होंने रिपोर्ट में आधुनिक गुलामी के रूपों को रोकने और संबोधित करने के लिए कनाडा सरकार के प्रयासों का आकलन करने के लिए ओटावा, मॉन्कटन, मॉन्ट्रियल, टोरंटो और वैंकूवर का दौरा किया.

भेदभाव से निपटने के लिए अधिक प्रयास की जरूरत
रिपोर्ट में कहा गया है कि कनाडा को स्वदेशी लोगों, महिलाओं, लिंग-विविध व्यक्तियों, प्रवासियों और विकलांग व्यक्तियों द्वारा सामना किए जाने वाले भेदभाव के व्यवस्थित, परस्पर विरोधी रूपों से निपटने के लिए और अधिक प्रयास करने चाहिए.

रिपोर्ट में सिफारिश की गई है कि कनाडाई सरकार सभी प्रवासी मजदूरों को स्थायी निवास की गारंटी और स्वास्थ्य सेवा में बाधाओं को दूर करके उनकी की स्थिति को संबोधित करे. इसने प्रवासी श्रमिकों के लिए श्रम, आवास और स्वास्थ्य सेवा मुद्दों सहित सभी प्रकार के दुर्व्यवहार की रिपोर्ट करने के लिए एकल संपर्क बिंदु बनाने का भी सुझाव दिया है.

यह भी पढ़ें- संयुक्त राष्ट्र ने कहा, गाजा के 90 प्रतिशत लोग हो चुके हैं विस्थापित

नई दिल्ली: प्रवासी मजदूरों के अधिकारों की पर्याप्त सुरक्षा न करने के लिए संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में कनाडा में मानवाधिकारों की जांच की गई है. रिपोर्ट में इस बात पर जोर दिया गया है कि कनाडा का 'टेंपरेरी फॉरेन वर्कर प्रोग्राम' (TFWP) गुलामी के आधुनिक रूपों का जन्म देने वाला है, जो नियोक्ताओं के पक्ष में शक्ति असंतुलन को संस्थागत बनाता है और मजदूरों को उनके अधिकारों से वंचित करता है.

टेंपरेरी फॉरेन वर्कर प्रोग्राम कनाडा के नियोक्ताओं को टेंपरेरी लेबर और स्किल की कमी को दूर करने के लिए विदेशी नागरिकों को काम पर रखने की अनुमति देता है. TFWP के अलावा कनाडा में काम करने के इच्छुक विदेशी नागरिकों के लिए अन्य इमिग्रेशन प्रोग्राम भी उपलब्ध हैं. 2018 में अस्थायी विदेशी कर्मचारी कार्यक्रम के तहत 84,004 परमिट धारक थे, जबकि 2022 तक यह संख्या बढ़कर 135,818 हो गई थी.

रिपोर्ट को प्रोफोसर तोमोया ओबोकाटा ने लिखा है कि अगर कनाडा कमजोर वर्कर्स के शोषण करने वाले कानूनों-नीतियों में सुधार करने और शोषण और दुर्व्यवहार पीड़ितों को पर्याप्त निवारण और पुनर्वास प्रदान करने के लिए अधिक निर्णायक कार्रवाई नहीं करता है, तो इससे वह मानवाधिकारों की प्रतिष्ठा को खतरे में डालेगा.

स्लेवरी की मॉडर्न फॉर्म पर ध्यान दे कनाडा
रिपोर्ट में कनाडाई ऑथोरिटीज से स्लेवरी की मॉडर्न फॉर्म के अंतर्निहित कारणों पर ध्यान देने का आग्रह किया गया है, जिनमें गरीबी, असमानता और भेदभाव शामिल हैं. यह उपनिवेशवाद और नस्लवाद की विरासतों के कारण और भी बढ़ गए हैं. साथ ही आवास संकट, विशेष रूप से सामाजिक और संक्रमणकालीन आवास की भारी कमी पर भी ध्यान दिया गया है.

ओबोकाटा ने 23 अगस्त से 6 सितंबर 2023 तक कनाडा का दौरा किया और हाल ही में रिपोर्ट सार्वजनिक की गई है. उन्होंने रिपोर्ट में आधुनिक गुलामी के रूपों को रोकने और संबोधित करने के लिए कनाडा सरकार के प्रयासों का आकलन करने के लिए ओटावा, मॉन्कटन, मॉन्ट्रियल, टोरंटो और वैंकूवर का दौरा किया.

भेदभाव से निपटने के लिए अधिक प्रयास की जरूरत
रिपोर्ट में कहा गया है कि कनाडा को स्वदेशी लोगों, महिलाओं, लिंग-विविध व्यक्तियों, प्रवासियों और विकलांग व्यक्तियों द्वारा सामना किए जाने वाले भेदभाव के व्यवस्थित, परस्पर विरोधी रूपों से निपटने के लिए और अधिक प्रयास करने चाहिए.

रिपोर्ट में सिफारिश की गई है कि कनाडाई सरकार सभी प्रवासी मजदूरों को स्थायी निवास की गारंटी और स्वास्थ्य सेवा में बाधाओं को दूर करके उनकी की स्थिति को संबोधित करे. इसने प्रवासी श्रमिकों के लिए श्रम, आवास और स्वास्थ्य सेवा मुद्दों सहित सभी प्रकार के दुर्व्यवहार की रिपोर्ट करने के लिए एकल संपर्क बिंदु बनाने का भी सुझाव दिया है.

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