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ब्रिटेन आम चुनाव : क्या लेबर पार्टी ऋषि सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी पर भारी पड़ रही ? - UK Election 2024

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jul 3, 2024, 6:13 PM IST

Updated : Jul 4, 2024, 12:04 PM IST

UK General Election 2024: ब्रिटेन में आम चुनाव के लिए प्रचार अभियान खत्म हो गया है. गुरुवार को मतदान होगा. प्रचार अभियान के दौरान हजारों मील की यात्रा कर चुके पीएम ऋषि सुनक ने अंतिम घंटों तक संघर्ष किया. हालांकि, मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस बार चुनावी माहौल लेबर पार्टी के नेता कीर स्टारमर के पक्ष में दिख रहा है.

UK election 2024
पीएम ऋषि सुनक - लेबर पार्टी के नेता कीर स्टारमर (AP)

लंदन: ब्रिटन में गुरुवार को आम चुनाव होंगे. प्रधानमंत्री और कंजर्वेटिव पार्टी के नेता ऋषि सुनक ने प्रचार अभियान के दौरान पिछले कुछ हफ्तों में हजारों मील की यात्रा की. लेकिन फिर भी उनकी पार्टी के जीतने की संभावना बहुत कम दिख रही है. आम चुनाव में ब्रिटेन के मतदाता पीएम सुनक के 20 महीने के कार्यकाल और उनसे पहले कंजर्वेटिव पार्टी के चार प्रधानमंत्रियों के कामकाज पर अपने फैसला सुनाएंगे. सर्वेक्षणों में लेबर पार्टी की सरकार बनने की भविष्यवाणी की गई है, जो 2005 से सत्ता से बाहर है.

पीएम सुनक ने प्रचार अभियान के अंतिम दो दिनों के दौरान खाद्य वितरण गोदाम, सुपरमार्केट, खेत और अन्य जगहों का दौरा किया और उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस चुनाव का परिणाम अभी तय नहीं है. अक्टूबर 2022 में ब्रिटिश पीएम का पद संभालने वाले सुनक ने कहा कि लोग देख सकते हैं कि हम सबसे कठिन दौरे से आगे निकल चुके हैं. हमारे लिए पिछले कुछ साल मुश्किल रहे हैं, लेकिन निस्संदेह अब चीजें पहले से बेहतर स्थिति में हैं.

पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने मंगलवार रात को कंजर्वेटिव पार्टी की रैली को संबोधित किया, लेकिन अंतिम समय में किया गया उनका यह संबोधन भी पार्टी का हौसला नहीं बढ़ा पाया. कंजर्वेटिव पार्टी की कैबिनेट मंत्री मेल स्ट्राइड ने बुधवार को कहा कि उन्हें ऐसा लगता है कि लेबर पार्टी एकतरफा जीत की ओर बढ़ रही है.

वहीं, सभी सर्वेक्षणों में जीत की भविष्यवाणी के बाद भी लेबर पार्टी चुनाव को लेकर पूरी तरह चौंकन्नी है. पार्टी ने अपने समर्थकों से चुनाव परिणाम आने तक संघर्ष जारी रखने और ओपिनिय पोल के नतीजों को लेकर आत्मसंतुष्ट न होने का आग्रह किया है. लेबर पार्टी के नेता कीर स्टारमर ने छह सप्ताह के प्रचार अभियान में मतदाताओं से अपनी वामपंथी पार्टी को एक मौका देने और बदलाव के लिए वोट करने का आग्रह किया. राजनीतिक विश्लेषकों और नेताओं सहित अधिकांश लोगों को उम्मीद है कि ब्रिटेन की जनता इस बार बदलाव के वोट करेगी.

लेबर पार्टी ने ब्रिटेन की सुस्त अर्थव्यवस्था को बढ़ाने, बुनियादी ढांचे में निवेश करने और ब्रिटेन को 'स्वच्छ ऊर्जा महाशक्ति' बनाने का वादा किया है. पार्टी ने अपने वादों से लोगों के साथ साथ व्यापारिक समुदाय के बड़े हिस्से का समर्थन जीता है. लेबर पार्टी को इस चुनाव में रूपर्ट मर्डोक के स्वामित्व वाले संडे टाइम्स सहित ब्रिटेन के रूढ़िवादी समाचार पत्रों से भी समर्थन प्राप्त है. लेबर पार्टी के पूर्व नेता और हाउ लेबर विन्स पुस्तक के लेखक डगलस बीट्टी ने कहा कि स्टारमर की दृढ़ता इस समय देश के मूड से मेल खाती है. उन्होंने कहा कि देश नए विचारों की तलाश कर रहा है और एक थकी हुई और विभाजित सरकार से छुटकारा पाना चाहता है, इसलिए लेबर पार्टी आगे बढ़ रही है.

इस बीच, कंजर्वेटिव पार्टी को कई गलतियों का खामियाजा भुगतना पड़ा है. 22 मई को लंदन के 10 डाउनिंग स्ट्रीट (प्रधानमंत्री कार्यालय) के बाहर बारिश में भीगते हुए पीएम सुनक ने आम चुनाव की घोषणा की थी, जो पार्टी के लिए अशुभ मानी जा रही है. इसके बाद 6 जून को, पीएम सुनक फ्रांस में डी-डे आक्रमण की 80वीं वर्षगांठ मनाने के लिए आयोजित समारोह से जल्दी घर चले गए, जिससे वह अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ समारोह में शामिल नहीं हो पाए.

ब्रिटिश सट्टेबाजी नियामक पीएम सुनक के करीबी माने जाने वाले कई कंजर्वेटिव नेताओं की जांच कर रहा है, क्योंकि संदेह है कि उन्होंने चुनाव की तारीख की घोषणा से पहले ही अंदरूनी जानकारी का इस्तेमाल कर दांव लगा दिया. इन सब गलतियों के कारण पीएम सुनक के लिए राजनीतिक अराजकता और कुप्रबंधन के दाग को दूर करना मुश्किल हो गया है.

पूर्व प्रधानमंत्री जॉनसन और उनके कर्मचारियों ने कोविड-19 महामारी के दौरान लॉकडाउन का उल्लंघन कर पार्टियां कीं. जॉनसन के बाद उनकी उत्तराधिकारी लिज ट्रस ने कोविड-19 महामारी झेल रही अर्थव्यवस्था को भारी टैक्स कटौती से हिला दिया, जिससे जीवन-यापन की लागत भी बढ़ गई. लिज ट्रस सिर्फ 49 दिनों तक ही पीएम पद पर रहीं. इसके अलावा खराब सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा प्रणाली से लेकर ढहते बुनियादी ढांचे तक कई मुद्दों पर लोगों के बीच भारी असंतोष है.

यह भी पढ़ें- ब्रिटेन आम चुनाव: ऋषि सुनक या कीर स्टारमर...कौन किस पर भारी, क्या हैं प्रमुख मुद्दे, जानें

लंदन: ब्रिटन में गुरुवार को आम चुनाव होंगे. प्रधानमंत्री और कंजर्वेटिव पार्टी के नेता ऋषि सुनक ने प्रचार अभियान के दौरान पिछले कुछ हफ्तों में हजारों मील की यात्रा की. लेकिन फिर भी उनकी पार्टी के जीतने की संभावना बहुत कम दिख रही है. आम चुनाव में ब्रिटेन के मतदाता पीएम सुनक के 20 महीने के कार्यकाल और उनसे पहले कंजर्वेटिव पार्टी के चार प्रधानमंत्रियों के कामकाज पर अपने फैसला सुनाएंगे. सर्वेक्षणों में लेबर पार्टी की सरकार बनने की भविष्यवाणी की गई है, जो 2005 से सत्ता से बाहर है.

पीएम सुनक ने प्रचार अभियान के अंतिम दो दिनों के दौरान खाद्य वितरण गोदाम, सुपरमार्केट, खेत और अन्य जगहों का दौरा किया और उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस चुनाव का परिणाम अभी तय नहीं है. अक्टूबर 2022 में ब्रिटिश पीएम का पद संभालने वाले सुनक ने कहा कि लोग देख सकते हैं कि हम सबसे कठिन दौरे से आगे निकल चुके हैं. हमारे लिए पिछले कुछ साल मुश्किल रहे हैं, लेकिन निस्संदेह अब चीजें पहले से बेहतर स्थिति में हैं.

पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने मंगलवार रात को कंजर्वेटिव पार्टी की रैली को संबोधित किया, लेकिन अंतिम समय में किया गया उनका यह संबोधन भी पार्टी का हौसला नहीं बढ़ा पाया. कंजर्वेटिव पार्टी की कैबिनेट मंत्री मेल स्ट्राइड ने बुधवार को कहा कि उन्हें ऐसा लगता है कि लेबर पार्टी एकतरफा जीत की ओर बढ़ रही है.

वहीं, सभी सर्वेक्षणों में जीत की भविष्यवाणी के बाद भी लेबर पार्टी चुनाव को लेकर पूरी तरह चौंकन्नी है. पार्टी ने अपने समर्थकों से चुनाव परिणाम आने तक संघर्ष जारी रखने और ओपिनिय पोल के नतीजों को लेकर आत्मसंतुष्ट न होने का आग्रह किया है. लेबर पार्टी के नेता कीर स्टारमर ने छह सप्ताह के प्रचार अभियान में मतदाताओं से अपनी वामपंथी पार्टी को एक मौका देने और बदलाव के लिए वोट करने का आग्रह किया. राजनीतिक विश्लेषकों और नेताओं सहित अधिकांश लोगों को उम्मीद है कि ब्रिटेन की जनता इस बार बदलाव के वोट करेगी.

लेबर पार्टी ने ब्रिटेन की सुस्त अर्थव्यवस्था को बढ़ाने, बुनियादी ढांचे में निवेश करने और ब्रिटेन को 'स्वच्छ ऊर्जा महाशक्ति' बनाने का वादा किया है. पार्टी ने अपने वादों से लोगों के साथ साथ व्यापारिक समुदाय के बड़े हिस्से का समर्थन जीता है. लेबर पार्टी को इस चुनाव में रूपर्ट मर्डोक के स्वामित्व वाले संडे टाइम्स सहित ब्रिटेन के रूढ़िवादी समाचार पत्रों से भी समर्थन प्राप्त है. लेबर पार्टी के पूर्व नेता और हाउ लेबर विन्स पुस्तक के लेखक डगलस बीट्टी ने कहा कि स्टारमर की दृढ़ता इस समय देश के मूड से मेल खाती है. उन्होंने कहा कि देश नए विचारों की तलाश कर रहा है और एक थकी हुई और विभाजित सरकार से छुटकारा पाना चाहता है, इसलिए लेबर पार्टी आगे बढ़ रही है.

इस बीच, कंजर्वेटिव पार्टी को कई गलतियों का खामियाजा भुगतना पड़ा है. 22 मई को लंदन के 10 डाउनिंग स्ट्रीट (प्रधानमंत्री कार्यालय) के बाहर बारिश में भीगते हुए पीएम सुनक ने आम चुनाव की घोषणा की थी, जो पार्टी के लिए अशुभ मानी जा रही है. इसके बाद 6 जून को, पीएम सुनक फ्रांस में डी-डे आक्रमण की 80वीं वर्षगांठ मनाने के लिए आयोजित समारोह से जल्दी घर चले गए, जिससे वह अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ समारोह में शामिल नहीं हो पाए.

ब्रिटिश सट्टेबाजी नियामक पीएम सुनक के करीबी माने जाने वाले कई कंजर्वेटिव नेताओं की जांच कर रहा है, क्योंकि संदेह है कि उन्होंने चुनाव की तारीख की घोषणा से पहले ही अंदरूनी जानकारी का इस्तेमाल कर दांव लगा दिया. इन सब गलतियों के कारण पीएम सुनक के लिए राजनीतिक अराजकता और कुप्रबंधन के दाग को दूर करना मुश्किल हो गया है.

पूर्व प्रधानमंत्री जॉनसन और उनके कर्मचारियों ने कोविड-19 महामारी के दौरान लॉकडाउन का उल्लंघन कर पार्टियां कीं. जॉनसन के बाद उनकी उत्तराधिकारी लिज ट्रस ने कोविड-19 महामारी झेल रही अर्थव्यवस्था को भारी टैक्स कटौती से हिला दिया, जिससे जीवन-यापन की लागत भी बढ़ गई. लिज ट्रस सिर्फ 49 दिनों तक ही पीएम पद पर रहीं. इसके अलावा खराब सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा प्रणाली से लेकर ढहते बुनियादी ढांचे तक कई मुद्दों पर लोगों के बीच भारी असंतोष है.

यह भी पढ़ें- ब्रिटेन आम चुनाव: ऋषि सुनक या कीर स्टारमर...कौन किस पर भारी, क्या हैं प्रमुख मुद्दे, जानें

Last Updated : Jul 4, 2024, 12:04 PM IST
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