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सीरिया संकट: देश छोड़कर भागे अपदस्थ राष्ट्रपति अल असद, रूस ने दी शरण - SYRIA CRISIS

सीरिया की राजधानी दमिश्क पर विद्रोही गुटों ने कब्जा कर लिया है. इस दौरान अपदस्थ राष्ट्रपति बसर अल असद देश छोडकर भाग गए.

Syria crisis
सीरिया के दमिश्क में राष्ट्रपति बशर असद के राष्ट्रपति भवन के एक हॉल में सोफे पर बैठकर परिवार के साथ फोटो खिंचवाते लोगों का एक समूह (AP)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Dec 9, 2024, 7:44 AM IST

Updated : Dec 9, 2024, 7:50 AM IST

मॉस्को: सीरिया में राजनीतिक संकट के बाद रूस ने बशर अल-असद और उनके परिवार को शरण दी है. विद्रोही गुटों ने रविवार को दमिश्क पर कब्जा कर लिया. विद्रोही सरकारी टेलीविजन पर दिखाई दिए. विद्रोहियों को राष्ट्रपति भवन में तोड़फोड़ करते हुए देखा गया.

सीरिया में स्थिति सभी पड़ोसी देशों के लिए चिंता का विषय बनी हुई है, क्योंकि रविवार को सीरियाई विद्रोहियों ने राजधानी दमिश्क पर कब्जा कर लिया. इससे असद को भागने पर मजबूर होना पड़ा और देश में उनका दो दशक से अधिक पुराना शासन समाप्त हो गया. असद और उनका परिवार मास्को पहुंच चुका है. रूस ने मानवीय कारणों से उन्हें शरण दे दी है.

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सीरिया के दमिश्क में विपक्षी लड़ाकों के कब्जा के बाद सीरियाई लोग जश्न मनाते हुए (AP)

रूसी समाचार एजेंसी के अनुसार रूस ने हमेशा सीरियाई संकट के राजनीतिक समाधान के पक्ष में बात की है. रूस संयुक्त राष्ट्र के हस्तक्षेप से शांति बहाली के पक्ष में है. रिपोर्ट के अनुसार रूसी अधिकारी सशस्त्र सीरियाई विपक्ष के प्रतिनिधियों के संपर्क में है. उनके नेताओं ने सीरियाई क्षेत्र में रूसी सैन्य ठिकानों और राजनयिक मिशनों की सुरक्षा की गारंटी दी है.

उल्लेखनीय है कि रूसी विदेश मंत्रालय ने रविवार को सीरिया में हो रही घटनाओं पर अत्यधिक चिंता व्यक्त की और वार्ता में शामिल सभी पक्षों से हिंसा का त्याग करने और राजनीतिक तरीकों से सभी मुद्दों को हल करने का कड़ा आह्वान किया. इसके अलावा मंत्रालय ने कहा कि बशर अल-असद ने पद छोड़ दिया है और शांतिपूर्ण तरीके से सत्ता हस्तांतरण के निर्देश देते हुए देश छोड़ दिया है.

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सीरियाई लोग सीरिया की सीमा के पास लेबनान के बार एलियास शहर में बशर असद की सरकार के पतन का जश्न मनाते हुए (AP)

रूसी विदेश मंत्रालय ने कहा, 'हम सीरिया में हो रही नाटकीय घटनाओं पर नजर रख रहे हैं. बशर अल-असद और एसएआर में सशस्त्र आंदेलन में भाग लेने वालों के बीच बातचीत के बाद सत्ता सौंपा गया. पूरी प्रक्रिया शांतिपूर्ण तरीके से हुई. अल असद ने देश छोड़ दिया. रूस इस दौरान कहीं भी शामिल नहीं हुआ.

साथ ही हम सभी संबंधित पक्षों से हिंसा का इस्तेमाल छोड़ने और राजनीतिक तरीकों से सभी शासन संबंधी मुद्दों को हल करने का आह्वान करते हैं.' बयान में कहा गया, 'इस संबंध में रूसी संघ सीरियाई विपक्ष के सभी समूहों के संपर्क में है. हम सीरियाई समाज की सभी जातीय-साम्प्रदायिक ताकतों के विचारों का सम्मान करने का आह्वान करते हैं. साथ ही सर्वसम्मति से अपनाए गए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 2254 के आधार पर समावेशी राजनीतिक प्रक्रिया स्थापित करने के प्रयासों का समर्थन करते हैं.'

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सीरिया के दमिश्क में राष्ट्रपति बशर असद के राष्ट्रपति भवन के हॉल में लोग चलते हुए (AP)

उल्लेखनीय है कि देश में कुछ वर्षों से शांत पड़ा गृह युद्ध फिर से उभर आया है. कुछ ही सप्ताह के भीतर सीरियाई विद्रोही समूहों ने अलेप्पो, होम्स और दारारा जैसे कई प्रमुख शहरों पर कब्जा कर लिया.

इसके बाद रविवार को दमिश्क पर भी उन्होंने निर्विरोध नियंत्रण कर लिया और असद परिवार के लगभग छह दशकों के निरंकुश शासन का अंत कर दिया. यह घटनाक्रम विद्रोहियों द्वारा देश के उत्तर में स्थित सीरिया के तीसरे सबसे बड़े शहर होम्स पर कब्जा करने का दावा करने के कुछ घंटों बाद हुआ.

ये भी पढ़ें- इजराइल खुश, करीबी रूस और ईरान ने किया किनारा, सीरिया में तख्तापलट पर किसने क्या कहा

मॉस्को: सीरिया में राजनीतिक संकट के बाद रूस ने बशर अल-असद और उनके परिवार को शरण दी है. विद्रोही गुटों ने रविवार को दमिश्क पर कब्जा कर लिया. विद्रोही सरकारी टेलीविजन पर दिखाई दिए. विद्रोहियों को राष्ट्रपति भवन में तोड़फोड़ करते हुए देखा गया.

सीरिया में स्थिति सभी पड़ोसी देशों के लिए चिंता का विषय बनी हुई है, क्योंकि रविवार को सीरियाई विद्रोहियों ने राजधानी दमिश्क पर कब्जा कर लिया. इससे असद को भागने पर मजबूर होना पड़ा और देश में उनका दो दशक से अधिक पुराना शासन समाप्त हो गया. असद और उनका परिवार मास्को पहुंच चुका है. रूस ने मानवीय कारणों से उन्हें शरण दे दी है.

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सीरिया के दमिश्क में विपक्षी लड़ाकों के कब्जा के बाद सीरियाई लोग जश्न मनाते हुए (AP)

रूसी समाचार एजेंसी के अनुसार रूस ने हमेशा सीरियाई संकट के राजनीतिक समाधान के पक्ष में बात की है. रूस संयुक्त राष्ट्र के हस्तक्षेप से शांति बहाली के पक्ष में है. रिपोर्ट के अनुसार रूसी अधिकारी सशस्त्र सीरियाई विपक्ष के प्रतिनिधियों के संपर्क में है. उनके नेताओं ने सीरियाई क्षेत्र में रूसी सैन्य ठिकानों और राजनयिक मिशनों की सुरक्षा की गारंटी दी है.

उल्लेखनीय है कि रूसी विदेश मंत्रालय ने रविवार को सीरिया में हो रही घटनाओं पर अत्यधिक चिंता व्यक्त की और वार्ता में शामिल सभी पक्षों से हिंसा का त्याग करने और राजनीतिक तरीकों से सभी मुद्दों को हल करने का कड़ा आह्वान किया. इसके अलावा मंत्रालय ने कहा कि बशर अल-असद ने पद छोड़ दिया है और शांतिपूर्ण तरीके से सत्ता हस्तांतरण के निर्देश देते हुए देश छोड़ दिया है.

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सीरियाई लोग सीरिया की सीमा के पास लेबनान के बार एलियास शहर में बशर असद की सरकार के पतन का जश्न मनाते हुए (AP)

रूसी विदेश मंत्रालय ने कहा, 'हम सीरिया में हो रही नाटकीय घटनाओं पर नजर रख रहे हैं. बशर अल-असद और एसएआर में सशस्त्र आंदेलन में भाग लेने वालों के बीच बातचीत के बाद सत्ता सौंपा गया. पूरी प्रक्रिया शांतिपूर्ण तरीके से हुई. अल असद ने देश छोड़ दिया. रूस इस दौरान कहीं भी शामिल नहीं हुआ.

साथ ही हम सभी संबंधित पक्षों से हिंसा का इस्तेमाल छोड़ने और राजनीतिक तरीकों से सभी शासन संबंधी मुद्दों को हल करने का आह्वान करते हैं.' बयान में कहा गया, 'इस संबंध में रूसी संघ सीरियाई विपक्ष के सभी समूहों के संपर्क में है. हम सीरियाई समाज की सभी जातीय-साम्प्रदायिक ताकतों के विचारों का सम्मान करने का आह्वान करते हैं. साथ ही सर्वसम्मति से अपनाए गए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 2254 के आधार पर समावेशी राजनीतिक प्रक्रिया स्थापित करने के प्रयासों का समर्थन करते हैं.'

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सीरिया के दमिश्क में राष्ट्रपति बशर असद के राष्ट्रपति भवन के हॉल में लोग चलते हुए (AP)

उल्लेखनीय है कि देश में कुछ वर्षों से शांत पड़ा गृह युद्ध फिर से उभर आया है. कुछ ही सप्ताह के भीतर सीरियाई विद्रोही समूहों ने अलेप्पो, होम्स और दारारा जैसे कई प्रमुख शहरों पर कब्जा कर लिया.

इसके बाद रविवार को दमिश्क पर भी उन्होंने निर्विरोध नियंत्रण कर लिया और असद परिवार के लगभग छह दशकों के निरंकुश शासन का अंत कर दिया. यह घटनाक्रम विद्रोहियों द्वारा देश के उत्तर में स्थित सीरिया के तीसरे सबसे बड़े शहर होम्स पर कब्जा करने का दावा करने के कुछ घंटों बाद हुआ.

ये भी पढ़ें- इजराइल खुश, करीबी रूस और ईरान ने किया किनारा, सीरिया में तख्तापलट पर किसने क्या कहा
Last Updated : Dec 9, 2024, 7:50 AM IST
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