ETV Bharat / international

द.कोरिया: लिथियम बैटरी फैक्ट्री में मृतकों का बढ़ सकता है आंकड़ा, अधिकारियों ने ली घटनास्थल की तलाशी - lithium battery factory South Korea

lithium battery factory South Korea: दक्षिण सियोल के ह्वासोंग शहर में स्थित फैक्ट्री में सोमवार सुबह जब आग लगी, तब 100 से अधिक लोग काम कर रहे थे. अग्निशमन अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा कैमरों में फैक्ट्री की दूसरी मंजिल पर धुआं उठता हुआ दिखाई दिया, इसके तुरंत बाद उस जगह से चिंगारी निकलने का पता चला जहां लिथियम बैटरियां रखी हुई थीं. अधिकारियों को शक है कि फैक्ट्री में अभी और मजदूरों के शव हो सकते हैं.

Etv Bharat
Etv Bharat (Etv Bharat)
author img

By PTI

Published : Jun 25, 2024, 10:19 AM IST

सियोल: दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में सोमवार को एक लिथियम बैटरी प्लांट में भीषण आग लगने से तकरीबन 22 लोगों की मौत हो गई और 8 अन्य घायल हो गए. जानकारी के मुताबिक, लिथियम बैटरी के फटने से यह घटना घटी, मरने वालों में अधिकतर चीनी प्रवासी श्रमिक थे. वहीं, आज मंगलवार को बचावकर्मी फैक्ट्री भवन में जले हुए अवशेषों की तलाश कर रहे थे, ताकि आग के शिकार अन्य लोगों की तलाश की जा सके.

दक्षिण सियोल के ह्वासोंग शहर में स्थित फैक्ट्री में सोमवार सुबह जब आग लगी, तब 100 से अधिक लोग काम कर रहे थे. अग्निशमन अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा कैमरों में फैक्ट्री की दूसरी मंजिल पर धुआं उठता हुआ दिखाई दिया, इसके तुरंत बाद उस जगह से चिंगारी निकलने का पता चला जहां लिथियम बैटरियां रखी हुई थीं. अधिकारियों को शक है कि फैक्ट्री में और भी मजदूरों की लाश फंसी हो सकती है. जिसके लिए यह तलाशी ली गई.

जानकारी के मुताबिक, इस घटना के एक पीड़ित को आज अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया, वहीं, सोमवार को घटना के बाद अग्निशमन कर्मियों ने फैक्ट्री से एक-एक करके 21 शव निकाले. बताया गया कि मृतकों में अठारह चीनी, दो दक्षिण कोरियाई और एक लाओटियन श्रमिक थे. वहीं, दक्षिण कोरिया से भी एक मृतक शामिल है.

बता दें, चीन और दक्षिण कोरिया के बीच 1992 में राजनयिक संबंध स्थापित होने के बाद से कई चीनी लोग (जिनमें जातीय कोरियाई भी शामिल हैं) नौकरी की तलाश में दक्षिण कोरिया चले गए हैं. दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के अन्य प्रवासी मजदूरों की तरह कारखानों, निर्माण स्थलों और रेस्तरां में काम करते हैं. यह श्रमिक यहां काफी 'कठिन, खतरनाक और गंदे' काम करते हैं, जिन्हें ज्यादा संपन्न दक्षिण कोरियाई लोग नहीं करते.

इस घटना के बाद चीनी राजदूत जिंग हैमिंग ने सोमवार रात को फैक्ट्री साइट का दौरा किया. कथित तौर पर उन्होंने पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त की. अग्निशमन अधिकारियों के अनुसार, पुलिस शवों और उनके संभावित रिश्तेदारों से डीएनए नमूने निकाल रही है ताकि उनके संबंधों की पुष्टि हो सके. फैक्ट्री के एक कर्मचारी से संपर्क नहीं हो पाया है, लेकिन सोमवार दोपहर को इमारत में उसके मोबाइल फोन का सिग्नल पाया गया. आठ लोग घायल हुए हैं, जिनमें से दो की हालत गंभीर है.

स्थानीय अग्निशमन अधिकारी किम जिन-यंग ने एक टेलीविजन ब्रीफिंग में बताया कि मंगलवार को 50 से अधिक अग्निशमन अधिकारियों, दो बचाव कुत्तों और अन्य उपकरणों की सहायता से जली हुई फैक्ट्री में खोज जारी है. उन्होंने कहा कि आंशिक अवशेष खोजे गए थे, लेकिन यह तुरंत पता नहीं चला कि वे अवशेष लापता व्यक्ति के थे या नहीं. किम ने कहा कि पुलिस और अन्य विशेषज्ञों की एक अलग टीम भी आज साइट की जांच तैयार है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि आग लगने का वास्तव में क्या कारण था.

वहीं, श्रम अधिकारियों ने कहा कि सरकार अलग से इस घटना की जांच करेगी कि आग में कोई सुरक्षा मुद्दा शामिल था या नहीं. बता दें, फैक्ट्री का स्वामित्व बैटरी निर्माता एरिसेल के पास है. वरिष्ठ अग्निशमन अधिकारी जो सोन-हो ने सोमवार को संवाददाताओं को बताया कि अधिकांश मृत कर्मचारी दिहाड़ी मजदूर थे, इसलिए वे इमारत की आंतरिक संरचना से परिचित नहीं थे.

ये भी पढ़ें-

सियोल: दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में सोमवार को एक लिथियम बैटरी प्लांट में भीषण आग लगने से तकरीबन 22 लोगों की मौत हो गई और 8 अन्य घायल हो गए. जानकारी के मुताबिक, लिथियम बैटरी के फटने से यह घटना घटी, मरने वालों में अधिकतर चीनी प्रवासी श्रमिक थे. वहीं, आज मंगलवार को बचावकर्मी फैक्ट्री भवन में जले हुए अवशेषों की तलाश कर रहे थे, ताकि आग के शिकार अन्य लोगों की तलाश की जा सके.

दक्षिण सियोल के ह्वासोंग शहर में स्थित फैक्ट्री में सोमवार सुबह जब आग लगी, तब 100 से अधिक लोग काम कर रहे थे. अग्निशमन अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा कैमरों में फैक्ट्री की दूसरी मंजिल पर धुआं उठता हुआ दिखाई दिया, इसके तुरंत बाद उस जगह से चिंगारी निकलने का पता चला जहां लिथियम बैटरियां रखी हुई थीं. अधिकारियों को शक है कि फैक्ट्री में और भी मजदूरों की लाश फंसी हो सकती है. जिसके लिए यह तलाशी ली गई.

जानकारी के मुताबिक, इस घटना के एक पीड़ित को आज अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया, वहीं, सोमवार को घटना के बाद अग्निशमन कर्मियों ने फैक्ट्री से एक-एक करके 21 शव निकाले. बताया गया कि मृतकों में अठारह चीनी, दो दक्षिण कोरियाई और एक लाओटियन श्रमिक थे. वहीं, दक्षिण कोरिया से भी एक मृतक शामिल है.

बता दें, चीन और दक्षिण कोरिया के बीच 1992 में राजनयिक संबंध स्थापित होने के बाद से कई चीनी लोग (जिनमें जातीय कोरियाई भी शामिल हैं) नौकरी की तलाश में दक्षिण कोरिया चले गए हैं. दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के अन्य प्रवासी मजदूरों की तरह कारखानों, निर्माण स्थलों और रेस्तरां में काम करते हैं. यह श्रमिक यहां काफी 'कठिन, खतरनाक और गंदे' काम करते हैं, जिन्हें ज्यादा संपन्न दक्षिण कोरियाई लोग नहीं करते.

इस घटना के बाद चीनी राजदूत जिंग हैमिंग ने सोमवार रात को फैक्ट्री साइट का दौरा किया. कथित तौर पर उन्होंने पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त की. अग्निशमन अधिकारियों के अनुसार, पुलिस शवों और उनके संभावित रिश्तेदारों से डीएनए नमूने निकाल रही है ताकि उनके संबंधों की पुष्टि हो सके. फैक्ट्री के एक कर्मचारी से संपर्क नहीं हो पाया है, लेकिन सोमवार दोपहर को इमारत में उसके मोबाइल फोन का सिग्नल पाया गया. आठ लोग घायल हुए हैं, जिनमें से दो की हालत गंभीर है.

स्थानीय अग्निशमन अधिकारी किम जिन-यंग ने एक टेलीविजन ब्रीफिंग में बताया कि मंगलवार को 50 से अधिक अग्निशमन अधिकारियों, दो बचाव कुत्तों और अन्य उपकरणों की सहायता से जली हुई फैक्ट्री में खोज जारी है. उन्होंने कहा कि आंशिक अवशेष खोजे गए थे, लेकिन यह तुरंत पता नहीं चला कि वे अवशेष लापता व्यक्ति के थे या नहीं. किम ने कहा कि पुलिस और अन्य विशेषज्ञों की एक अलग टीम भी आज साइट की जांच तैयार है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि आग लगने का वास्तव में क्या कारण था.

वहीं, श्रम अधिकारियों ने कहा कि सरकार अलग से इस घटना की जांच करेगी कि आग में कोई सुरक्षा मुद्दा शामिल था या नहीं. बता दें, फैक्ट्री का स्वामित्व बैटरी निर्माता एरिसेल के पास है. वरिष्ठ अग्निशमन अधिकारी जो सोन-हो ने सोमवार को संवाददाताओं को बताया कि अधिकांश मृत कर्मचारी दिहाड़ी मजदूर थे, इसलिए वे इमारत की आंतरिक संरचना से परिचित नहीं थे.

ये भी पढ़ें-

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.