मास्को: रूस के दक्षिणी क्षेत्र दागेस्तान में ईसाइयों और यहूदियों के धर्मस्थल (सिनेगॉग) में हुए आतंकी हमले के बाद तीन दिन तक शोक दिवस की घोषणा की गई. बता दें कि, रूस के दागेस्तान में रविवार को बड़ा आतंकी हमला हुआ. यहां छह बंदूकधारियों ने दो शहरों पर धावा बोल दिया. ये आतंकी दो ऑर्थोडॉक्स चर्च, एक सिनेगॉग (यहूदी पूजा स्थल) और एक पुलिस चौकी में घुस गए और ताबड़तोड़ गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. इस हमले में एक पादरी और कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई. मरने वालों में 15 पुलिसकर्मी शामिल हैं. वहीं खबर के मुताबिक पुलिस की जवाबी कार्रवाई में 5 हमलावर भी ढेर हो गए. हमले क्षेत्रीय राजधानी माखचकाला और डर्बेंट शहर में हुए.
रूस के दागेस्तान में आतंकी हमला, 3 दिन का शोक
दागेस्तान की क्षेत्रीय राजधानी मखचकाला और निकटवर्ती डर्बेंट में रविवार को हुई हिंसा के के लिए इस्लामी चरमपंथियों को जिम्मेदार ठहराया है. बता दें कि, रूस के दागिस्तान में रविवार को हुए आतंकी हमलों में पादरी और पुलिसकर्मियों समेत कुल 20 लोगों की मौत हुई है. रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तरी काकेशस के माखचकाला और डर्बेंट शहरों में हुए इन हमलों की किसी आतंकी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है. हालांकि, शक की सुई इस्लामिक स्टेट की तरफ घूम रही है. वह इसलिए क्योंकि करीब 3 महीने पहले बंदूकधारियों ने मॉस्को के पास एक कॉन्सर्ट हॉल पर हमला किया था. उस हमले में 145 लोगों की मौत हो गई थी. अफगानिस्तान में इस्लामिक स्टेट समूह के सहयोगी संगठन ने मार्च के हमले की जिम्मेदारी ली थी. इस आतंकी समूह के सहयोगी संगठन ने ताजा हमले की प्रशंसा करते हुए कहा है कि, इस वारदात से पता चलता है कि उनका संगठन अभी भी मजबूत है.
इस्लामी चरमपंथियों को जिम्मेदार ठहराया
वहीं, वाशिंगटन स्थित इंस्टीटयूट फॉर द स्टडी ऑफ वॉर ने आशंका जताई कि, इस हमले के पीछे इस्लामिक स्टेट समूह की उत्तरी काकेशस शाखा, विलायत कावकज का हाथ हो सकता है. विलायत कावकज उग्रवादी इस्लामी समूह इस्लामिक स्टेट (आईएस) की एक शाखा है, जो रूस के उत्तरी काकेशस क्षेत्र में सक्रिय है. वहीं, दागेस्तान के गवर्नर सर्गेई मेलिकोव ने विदेश से निर्देशित इस्लामिक स्लीपर सेल के सदस्यों को इस हमले का दोषी ठहराया. हालांकि, उन्होंने इस पर कोई अन्य जानकारी नहीं दी. उन्होंने एक वीडियो बयान में कहा कि हमलावरों का उद्देश्य दहशत और भय फैलाना था. उन्होंने हमले को यूक्रेन में मास्को की सैन्य कार्रवाई से जोड़ने का प्रयास किया, लेकिन कोई सबूत भी नहीं दिया.
इससे पहले भी हुए आतंकी हमले
वहीं, राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मार्च में हुए आतंकी हमले के लिए यूक्रेन को दोषी ठहराने की कोशिश की थी. हालांकि, कीव ने पुतिन के दावे को सिरे से नकार दिया. वहीं, क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि, पुतिन ने रविवार के आतंकी हमले के बाद पीड़ितों की मदद के लिए आगे आए हैं. वहीं, रूस के शीर्ष आपराधिक जांच एजेंसी, जांच समिति ने कहा कि, रूस के दक्षिणी क्षेत्र दागेस्तान में हुए आतंकी हमले में शामिल सभी पांच हमलावर मारे गए हैं. बता दें कि, इस आतंकी हमले में 20 लोग मारे गए, जिनमें से 15 पुलिसकर्मी शामिल है. वहीं, दागेस्तान में चिकित्सा अधिकारियों ने बताया कि, इस आतंकी हमले में 46 लोग घायल हुए हैं. घायलों में 13 पुलिसकर्मी शामिल हैं. वहीं गंभीर रूप से घायल चार अधिकारियों के इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मरने वालों में एक चर्च के 66 साल के रूसी ऑर्थोडॉक्स पादरी रेवरेंड निकोलाई कोटेलनिकोव भी शामिल थे. स्थानीय सार्वजनिक निरीक्षण निकाय के उप प्रमुख शमील खदुलायेव के अनुसार, हमलावरों ने चर्च में आग लगाने से पहले उनका गला काट दिया. यह हमला उस समय हुआ जब ऑर्थोडॉक्स श्रद्धालु पेंटेकोस्ट मना रहे थे, जिसे ट्रिनिटी संडे के नाम से भी जाना जाता है.
दागेस्तान में आतंकी हमलों का इतिहास
2000 के दशक की शुरुआत में, दागेस्तान में पुलिस और अन्य अधिकारियों पर लगभग हर रोज हमले होते थे, जिसके लिए चरमपंथी चरमपंथियों को दोषी ठहराया जाता था. इस्लामिक स्टेट समूह के उभरने के बाद, इस क्षेत्र के कई निवासी सीरिया और इराक में इसके साथ जुड़ गए. हाल के वर्षों में दागेस्तान में हिंसा कम हुई है, लेकिन इस बात का संकेत है कि इस क्षेत्र में चरमपंथी भावनाएं अभी भी बहुत ज्यादा हैं. जानकारी के मुताबिक, अक्टूबर में वहां के एक हवाई अड्डे पर भीड़ ने दंगा किया था, जिसमें इज़राइल से आने वाली एक उड़ान को निशाना बनाया गया. सैकड़ों लोगों, जिनमें से कुछ के हाथ में यहूदी विरोधी नारे वाले बैनर थे. इन लोगों ने हवाई अड्डे पर पहुंचकर यात्रियों को पीछा किया और पुलिस पर पत्थर फेंके. इस घटना में 20 से ज्यादा लोग घायल हुए थे.
क्या बोले सुरक्षा विश्लेषक
मार्च में मॉस्को कॉन्सर्ट हॉल पर हुए हमले के बाद, रूस की शीर्ष सुरक्षा एजेंसी ने बताया कि उसने दक्षिणी रूस में एक आतंकवादी सेल को नष्ट कर दिया है और उसके चार सदस्यों को गिरफ़्तार किया है. जिन्होंने मॉस्को में संदिग्ध हमलावरों को हथियार और नकदी मुहैया कराई थी. उत्तरी काकेशस में विशेषज्ञता रखने वाले राजनीतिक और सुरक्षा विश्लेषक हेरोल्ड चैंबर्स ने कहा कि रविवार के आतंकी हमले के प्रति अधिकारियों की प्रतिक्रिया पहले की तुलना में काफी बेहतर थी, लेकिन फिर भी इसमें कमी थी, खासकर प्रतिक्रिया समय के मामले में. उन्होंने कहा कि इस हमले ने उन्हें चौंकने पर मजबूर किया है.
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