इस्लामाबाद: पाकिस्तान में नवाज शरीफ की पीएमएल-एन पार्टी सरकार बनाने की ओर अग्रसर है. इस बीच करीब दर्जन भर निर्दलीय उम्मीदवार पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) में शामिल हो गए. इससे उनकी पार्टी की दावेदारी और मजबूत हो गई. समा टीवी ने मंगलवार को रिपोर्ट दी.
रिपोर्ट के मुताबिक राजनपुर के एनए-189 से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुने गए शमशेर अली मजारी ने घोषणा की कि वह पीएमएल-एन को समर्थन देने के लिए नवाज शरीफ के नेतृत्व वाली पार्टी में शामिल हो गए हैं. मजारी ने एक वीडियो बयान में अपने फैसले की घोषणा करते हुए कहा कि उन्होंने पीएमएल-एन को समर्थन देने का फैसला करने से पहले अपने सहयोगियों से सलाह ली.
राज्य के कल्याण के लिए, मैंने पीएमएल-एन में शामिल होने का फैसला किया है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में मजारी को कथित तौर पर यह कहते हुए सुना जा सकता है. वीडियो में वह एक कार में यात्रा करते हुए बोलते हुए दिखाई दे रहे हैं. पाकिस्तान स्थित मीडिया ने बताया कि मजारी ने पीएमएल-एन के सरदार रियाज के 32,000 के मुकाबले 38,875 वोट हासिल किए.
इसी तरह पंजाब विधानसभा के पीपी-240 निर्वाचन क्षेत्र से चुने गए एक स्वतंत्र उम्मीदवार मुहम्मद सोहेल, पीपी-48 से खुर्रम विर्क और पीपी-49 से राणा मुहम्मद फैयाज भी पीएमएल-एन में शामिल हो गए. इससे पहले रविवार को पीपी-94 से निर्दलीय उम्मीदवार तैमूर लाली भी पीएमएल-एन में शामिल हुए थे. राजनपुर के पीपी-297 से एमपीए-निर्वाचित, पीटीआई समर्थित स्वतंत्र उम्मीदवार सरदार खिजर खान मजारी ने भी पीएमएल-एन को समर्थन देने की घोषणा की.
मजारी ने पीएमएल-एन के सरदार मीर दोस्त मजारी के खिलाफ 39,206 वोटों से जीत हासिल की जिन्होंने 30,933 वोट हासिल किए. फैयाज ने कहा कि उन्होंने पीएमएल-एन नेतृत्व पर पूरा भरोसा जताया है और उनके साथ बैठक करेंगे. चिनियट से पीपी-96 से एक सफल उम्मीदवार सरदार जुल्फिकार पीएमएल-एन में शामिल हो गए.
समा टीवी की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा कि उन्होंने क्षेत्र के कल्याण और विकास के लिए यह निर्णय लिया है. पीपीपी के सैयद हसन मुर्तजा को हराने के बाद जुल्फिकार अली शाह एमपीए चुने गए. स्वतंत्र उम्मीदवार राजा खुर्रम नवाज को एनए-48 से एमएनए के रूप में चुना गया, जबकि एनए-253 से मियां मुहम्मद खान बुगती ने भी घोषणा की कि वह पीएमएल-एन में शामिल हो गए हैं.
इस बीच संघीय सरकार चलाने के लिए एक नया गठबंधन बनाने की योजना के तहत पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने किसी भी पार्टी से अल्पकाल के लिए भी प्रधानमंत्री नियुक्त करने की संभावना पर विचार-विमर्श किया है. रिपोर्ट के मुताबिक पार्टी नेताओं ने रविवार को अपनी पहली बैठक में आधे कार्यकाल के लिए प्रधानमंत्री नियुक्त करने की संभावना पर चर्चा की. 2013 में बलूचिस्तान में पीएमएल-एन और नेशनल पार्टी (एनपी) द्वारा समान सत्ता-साझाकरण फॉर्मूला तैयार किया गया था, जब दोनों दलों के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवारों ने पांच साल के कार्यकाल के आधे समय के लिए पद संभाला था.