वॉशिंगटन: अमेरिका के वर्जीनिया में नेपाली मूल के नरेश भट्ट पर अपनी पत्नी के लापता होने के चार महीने बाद उसकी हत्या का आरोप लगाया है. यह आरोप उस पर तब लगा, जब उसने कथित तौर पर गूगल पर सर्च किया कि अमेरिका में पत्नी की मौत के बाद शादी होने में कितना समय लगता है?.
अदालत के दस्तावेजों के अनुसार 37 वर्षीय व्यक्ति पर प्रिंस विलियम काउंटी ग्रैंड जूरी ने हत्या और शव को अपवित्र करने के आरोप में चार्जेस लगाए थे. फिलहाल उसकी पत्नी ममता भट्ट का शव नहीं मिला है. हालांकि, जांचकर्ताओं ने उसके डीएनए को दंपति के मानसास स्थित घर में मिले खून से मिलाया है.पुलिस ने इसकी पुष्टि की है.
पत्नी के गायब होने से पहले जुटाई थी जानकारी
अभियोजकों ने न्यूयॉर्क पोस्ट के हवाले से बताया कि नरेश ने अपनी 28 वर्षीय पत्नी के गायब होने से तीन महीने पहले इस बारे में जानकारी जुटाई थी कि पति या पत्नी की मौत के बाद शादी करने में कितना समय लगता है?
न्यूज एजेंसी ने इस संबंध में पुलिस प्रमुख मारियो लुगो के हवाले से बताया कि शुरू से ही उनका मानना था कि उनकी हत्या की गई है. लुगो ने कहा मीडिया से कहा, "मुझे लगता है कि शव न मिलने के पीछे हमारे पास मजबूत मामला है."
परिवार और स्थानीय निवासियों ने चलाया अभियान
बाल चिकित्सा नर्स ममता भट्ट के लापता होने की जांच ने उत्तरी वर्जीनिया के छोटे से समुदाय की ओर अंतरराष्ट्रीय ध्यान आकर्षित किया है, क्योंकि नेपाल में उनके परिवार और स्थानीय निवासियों ने जवाब खोजने के लिए एकजुट होकर सोशल मीडिया अभियान चलाया है.
इसके अलावा परिवार के लोगों ने सामुदायिक कार्यक्रम और रैलियां भी आयोजित की हैं. बता दें कि जुलाई के अंत में ममता के लापता होने के तीन सप्ताह बाद, नरेश पर एक शव को छिपाने का आरोप लगाया गया था. फिलहाल वह जेल में है.