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अमेरिका: ट्रंप की रैली के पास हथियारों के साथ शख्स गिरफ्तार, क्या निशाने पर थे पूर्व राष्ट्रपति?

अमेरिका के कैलिफोर्निया में ट्रंप की रैली के पास एक शख्स को हथियारों के साथ गिरफ्तार किया गया.

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : 2 hours ago

Former US President Donald Trump
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (AP)

लॉस एजिल्स: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में केवल तीन सप्ताह शेष हैं. पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप धुआंधार प्रचार अभियान में जुटे हैं. इस बीच ट्रंप की सुरक्षा को लेकर एक बड़ा खतरा सामने आया. हालांकि कड़ी सुरक्षा के चलते यह खतरा टल गया. ट्रंप की एक रैली के पास एक शख्स को दो हथियारों के साथ पकड़ा गया.

इससे ट्रंप की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है. अब चर्चा इस बात की हो रही है कि क्या तीसरी बार ट्रंप की हत्या का प्रयास किया जा रहा था. हालांकि संघीय कानून प्रवर्तन अधिकारियों का कहना है कि इस घटना से जुड़े हत्या के प्रयास का कोई संकेत नहीं है. हालांकि मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि सुरक्षा बलों ने कहा कि आरोपी ट्रंप को मारने की साजिश रच रहा था.

आरोपी की पहचान हुई

ट्रंप की रैली के पास हथियार के साथ पकड़े गए शख्स की पहचान नेवादा निवासी वेम मिलर (49) के रूप में हुई है. पुलिस ने उसके वाहन में एक एक लोडे़ गन और उच्च क्षमता वाली मैगजीन बरामद की. जांच पड़तला के दौरान उसके पास बंदूकें और फर्जी प्रेस और वीआईपी पास भी मिले. पुलिस ने कहा कि मिलर को दक्षिणपंथी सरकार विरोधी संगठन का सदस्य माना जाता है.

सुरक्षा जांच चौकी पर पकड़ा गया शख्स

आरोपी काले रंग की एसयूवी चला रहा था. संदिग्ध पाए जाने पर सुरक्षा बलों ने उसे ट्रंप की रैली के प्रवेश द्वार से लगभग आधा मील दूर सुरक्षा जांच चौकी पर रोका. तलाशी के दौरान उसके एसयूवी से खतरनाक हथियार बरामद किए गए. हथियार बगैर लाइसेंस के थे. संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर पुलिस उसे उसे गिरफ्तार कर लिया. हालांकि बाद में 5,000 अमेरिकी डॉलर की जमानत पर उसे रिहा कर दिया गया.

शेरिफ कार्यालय की ओर से कहा गया कि इस घटना से पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप या कार्यक्रम में शामिल होने वाले लोगों की सुरक्षा पर कोई असर नहीं पड़ा. घटना के संबंध में अमेरिकी अटॉर्नी कार्यालय, अमेरिकी सीक्रेट सर्विस और एफबीआई द्वारा एक संयुक्त संघीय बयान जारी किया गया.

अमेरिकी सीक्रेट सर्विस का आकलन है कि इस घटना से सुरक्षात्मक कार्यों पर कोई असर नहीं पड़ा और पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप किसी भी खतरे में नहीं थे. हालांकि इस समय कोई संघीय गिरफ्तारी नहीं की गई है, लेकिन जांच जारी है. रैली में सुरक्षा बढ़ा दी गई. मीडिया सदस्यों और वीआईपी टिकट धारकों को कई जांच से होकर गुजरना पड़ा.

बता दें कि जुलाई में एक हत्या के प्रयास में ट्रंप बाल-बाल बच गए थे. पेंसिल्वेनिया में एक अभियान रैली के दौरान एक बंदूकधारी की गोली उनके कान को छूती हुई निकल गई थी. सितंबर में एक अन्य व्यक्ति पर ट्रंप की हत्या का प्रयास करने का आरोप लगा. इस घटना में सीक्रेट सर्विस एजेंटों ने आरोपी को ट्रंप के पाम बीच गोल्फ कोर्स के पास एक राइफल के साथ छिपा हुआ पाया था.

ये भी पढ़ें- ट्रंप की दूसरी बार हत्या की कोशिश, गोलीबारी में सुरक्षित बचे पूर्व राष्ट्रपति, बोले- झुकूंगा नहीं

लॉस एजिल्स: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में केवल तीन सप्ताह शेष हैं. पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप धुआंधार प्रचार अभियान में जुटे हैं. इस बीच ट्रंप की सुरक्षा को लेकर एक बड़ा खतरा सामने आया. हालांकि कड़ी सुरक्षा के चलते यह खतरा टल गया. ट्रंप की एक रैली के पास एक शख्स को दो हथियारों के साथ पकड़ा गया.

इससे ट्रंप की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है. अब चर्चा इस बात की हो रही है कि क्या तीसरी बार ट्रंप की हत्या का प्रयास किया जा रहा था. हालांकि संघीय कानून प्रवर्तन अधिकारियों का कहना है कि इस घटना से जुड़े हत्या के प्रयास का कोई संकेत नहीं है. हालांकि मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि सुरक्षा बलों ने कहा कि आरोपी ट्रंप को मारने की साजिश रच रहा था.

आरोपी की पहचान हुई

ट्रंप की रैली के पास हथियार के साथ पकड़े गए शख्स की पहचान नेवादा निवासी वेम मिलर (49) के रूप में हुई है. पुलिस ने उसके वाहन में एक एक लोडे़ गन और उच्च क्षमता वाली मैगजीन बरामद की. जांच पड़तला के दौरान उसके पास बंदूकें और फर्जी प्रेस और वीआईपी पास भी मिले. पुलिस ने कहा कि मिलर को दक्षिणपंथी सरकार विरोधी संगठन का सदस्य माना जाता है.

सुरक्षा जांच चौकी पर पकड़ा गया शख्स

आरोपी काले रंग की एसयूवी चला रहा था. संदिग्ध पाए जाने पर सुरक्षा बलों ने उसे ट्रंप की रैली के प्रवेश द्वार से लगभग आधा मील दूर सुरक्षा जांच चौकी पर रोका. तलाशी के दौरान उसके एसयूवी से खतरनाक हथियार बरामद किए गए. हथियार बगैर लाइसेंस के थे. संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर पुलिस उसे उसे गिरफ्तार कर लिया. हालांकि बाद में 5,000 अमेरिकी डॉलर की जमानत पर उसे रिहा कर दिया गया.

शेरिफ कार्यालय की ओर से कहा गया कि इस घटना से पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप या कार्यक्रम में शामिल होने वाले लोगों की सुरक्षा पर कोई असर नहीं पड़ा. घटना के संबंध में अमेरिकी अटॉर्नी कार्यालय, अमेरिकी सीक्रेट सर्विस और एफबीआई द्वारा एक संयुक्त संघीय बयान जारी किया गया.

अमेरिकी सीक्रेट सर्विस का आकलन है कि इस घटना से सुरक्षात्मक कार्यों पर कोई असर नहीं पड़ा और पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप किसी भी खतरे में नहीं थे. हालांकि इस समय कोई संघीय गिरफ्तारी नहीं की गई है, लेकिन जांच जारी है. रैली में सुरक्षा बढ़ा दी गई. मीडिया सदस्यों और वीआईपी टिकट धारकों को कई जांच से होकर गुजरना पड़ा.

बता दें कि जुलाई में एक हत्या के प्रयास में ट्रंप बाल-बाल बच गए थे. पेंसिल्वेनिया में एक अभियान रैली के दौरान एक बंदूकधारी की गोली उनके कान को छूती हुई निकल गई थी. सितंबर में एक अन्य व्यक्ति पर ट्रंप की हत्या का प्रयास करने का आरोप लगा. इस घटना में सीक्रेट सर्विस एजेंटों ने आरोपी को ट्रंप के पाम बीच गोल्फ कोर्स के पास एक राइफल के साथ छिपा हुआ पाया था.

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