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राष्ट्रपति मुइज्जू के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप की लीक हुई रिपोर्ट से मालदीव में विवाद, विपक्ष ने जांच की मांग की - Maldives Leaked Intelligence Report

Maldives Leaked Intelligence Report, मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप की रिपोर्ट लीक हो जाने से वहां पर यहां विवाद शुरू हो गया है. वहीं विपक्ष ने इसको लेकर जांच की मांग शुरू कर दी है. पढ़िए पूरी खबर...

Maldives President Muizzu
मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू
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By PTI

Published : Apr 17, 2024, 10:12 PM IST

माले: मालदीव में संसदीय चुनाव से ठीक पहले राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के 2018 से किए गए कथित भ्रष्टाचार की रिपोर्ट लीक हो जाने के बाद विपक्ष के दलों ने मामले की जांच करने के साथ ही उन पर महाभियोग की मांग शुरू कर दी है. वहीं दूसरी ओर राष्ट्रपति ने आरोप को खारिज कर दिया है.

बता दें कि मालदीव में मजलिस (संसद) के लिए रविवार को चुनाव होने हैं. ऐसे में मुख्य विपक्षी मालदीव डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) और मुइज्जू की पीपुल्स नेशनल कांग्रेस (पीएनसी) के बीच आरोप और प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो गया है.

स्थानीय मीडिया की खबरों के मुताबिक देश में राजनीतिक बवंडर सोमवार को सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक गुमनाम हैंडल हसन कुरुसी के द्वारा एक किए गए एक पोस्ट के साथ शुरू हो गया. इस पोस्ट में मालदीव पुलिस सेवा के अलावा मालदीव मौद्रिक प्राधिकरण की वित्तीय खुफिया इकाई द्वारा तैयार किए गए दस्तावेजों के साथ खुफिया रिपोर्ट लीक कर दी गई. यह रिपोर्ट कथित रूप से राष्ट्रपति मुइज्जू से संबंधित है.

इतना ही नहीं समाचार पोर्टल मालदीव रिपब्लिक के मुताबिक 2018 की इन रिपोर्ट में राष्ट्रपति मुइज्जू के निजी बैंक खाते में धन अंतरण में अनियमितताओं का दावा किया गया है. इसकी रिपोर्ट में वित्तीय कदाचार के 10 अहम संकेतकों को रेखांकित किया गया है. साथ ही समाचार पोर्टल ने कहा कि इन संकेतकों से राजनीति से जुड़े व्यक्तियों के साथ शामिल होने के अलावा गबन, रकम के लेनदेन को छिपाने के लिए कॉर्पोरेट संस्थाओं के उपयोग आदि के बारे में पता चलता है.

हालांकि इन आरोपों के बाद से देश में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है, वहीं विभिन्न सोशल मीडिया मंचों पर प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. फलस्वरूप मालदीव डेमोक्रेटिक पार्टी और पीपुल्स नेशनल फ्रंट ने पूरे मामले की जांच की मांग की. वहीं पूर्व उपराष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद जमील अहमद ने खुफिया रिपोर्ट लीक होने के बाद मुइज्जू पर महाभियोग चलाने की मांग की है.

समाचार पोर्टल के अनुसार पहली बार वित्तीय खुफिया इकाई की रिपोर्ट लीक हुई है. हालांकि उसने कहा है कि रिपोर्ट या आरोपों की वैधता के संबंध में सरकारी निकायों की कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है. गौरतलब है कि मुइज्जू ने मंगलवार को भ्रष्टाचार के आरोपों पर कहा था कि विपक्ष उन्हें फंसाने की कितनी भी कोशिश करे, उसे सफलता नहीं मिलेगी क्योंकि उन्होंने कोई गलती नहीं की है. मुइज्जू ने कहा कि विपक्ष पर हताश होने की वजह से रिपोर्ट लीक करने का आरोप लगाया है. उनका कहना था कि पिछले चुनाव अभियानों के दौरान भी इसी तरह के आरोप लगाए गए थे.

ये भी पढ़ें - मालदीव के राष्ट्रपति ने अपने पूर्ववर्ती पर 'एक विदेशी राजदूत' के आदेश पर काम करने का आरोप लगाया

माले: मालदीव में संसदीय चुनाव से ठीक पहले राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के 2018 से किए गए कथित भ्रष्टाचार की रिपोर्ट लीक हो जाने के बाद विपक्ष के दलों ने मामले की जांच करने के साथ ही उन पर महाभियोग की मांग शुरू कर दी है. वहीं दूसरी ओर राष्ट्रपति ने आरोप को खारिज कर दिया है.

बता दें कि मालदीव में मजलिस (संसद) के लिए रविवार को चुनाव होने हैं. ऐसे में मुख्य विपक्षी मालदीव डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) और मुइज्जू की पीपुल्स नेशनल कांग्रेस (पीएनसी) के बीच आरोप और प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो गया है.

स्थानीय मीडिया की खबरों के मुताबिक देश में राजनीतिक बवंडर सोमवार को सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक गुमनाम हैंडल हसन कुरुसी के द्वारा एक किए गए एक पोस्ट के साथ शुरू हो गया. इस पोस्ट में मालदीव पुलिस सेवा के अलावा मालदीव मौद्रिक प्राधिकरण की वित्तीय खुफिया इकाई द्वारा तैयार किए गए दस्तावेजों के साथ खुफिया रिपोर्ट लीक कर दी गई. यह रिपोर्ट कथित रूप से राष्ट्रपति मुइज्जू से संबंधित है.

इतना ही नहीं समाचार पोर्टल मालदीव रिपब्लिक के मुताबिक 2018 की इन रिपोर्ट में राष्ट्रपति मुइज्जू के निजी बैंक खाते में धन अंतरण में अनियमितताओं का दावा किया गया है. इसकी रिपोर्ट में वित्तीय कदाचार के 10 अहम संकेतकों को रेखांकित किया गया है. साथ ही समाचार पोर्टल ने कहा कि इन संकेतकों से राजनीति से जुड़े व्यक्तियों के साथ शामिल होने के अलावा गबन, रकम के लेनदेन को छिपाने के लिए कॉर्पोरेट संस्थाओं के उपयोग आदि के बारे में पता चलता है.

हालांकि इन आरोपों के बाद से देश में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है, वहीं विभिन्न सोशल मीडिया मंचों पर प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. फलस्वरूप मालदीव डेमोक्रेटिक पार्टी और पीपुल्स नेशनल फ्रंट ने पूरे मामले की जांच की मांग की. वहीं पूर्व उपराष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद जमील अहमद ने खुफिया रिपोर्ट लीक होने के बाद मुइज्जू पर महाभियोग चलाने की मांग की है.

समाचार पोर्टल के अनुसार पहली बार वित्तीय खुफिया इकाई की रिपोर्ट लीक हुई है. हालांकि उसने कहा है कि रिपोर्ट या आरोपों की वैधता के संबंध में सरकारी निकायों की कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है. गौरतलब है कि मुइज्जू ने मंगलवार को भ्रष्टाचार के आरोपों पर कहा था कि विपक्ष उन्हें फंसाने की कितनी भी कोशिश करे, उसे सफलता नहीं मिलेगी क्योंकि उन्होंने कोई गलती नहीं की है. मुइज्जू ने कहा कि विपक्ष पर हताश होने की वजह से रिपोर्ट लीक करने का आरोप लगाया है. उनका कहना था कि पिछले चुनाव अभियानों के दौरान भी इसी तरह के आरोप लगाए गए थे.

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