देर अल-बलाह: गाजा पट्टी में इजराइली हवाई हमलों में शुक्रवार रात से लेकर शनिवार सुबह तक एक दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो गई. अस्पताल और स्थानीय अधिकारियों के मुताबिक, स्वास्थ्य कार्यकर्ता इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर प्रकोप को रोकने के लिए बनाए गए तत्काल पोलियो टीकाकरण अभियान के दूसरे चरण को पूरा कर रहे थे.
इजरायइली आक्रमण के बाद नुसेरत के मध्य गाजा के शहरी शरणार्थी शिविर में, अल-अवदा अस्पताल ने कहा कि उन्हें दो अलग-अलग हवाई हमलों में मारे गए नौ लोगों के शव मिले हैं. अस्पताल ने कहा कि शनिवार की सुबह एक आवासीय इमारत पर हमला हुआ, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई और कम से कम 10 घायल हो गए, जबकि नुसेरत के पश्चिमी हिस्से में एक घर पर हुए हमले में पांच अन्य लोग मारे गए. इसके अलावा, डेर अल-बलाह शहर में मध्य गाजा के मुख्य अस्पताल अल-अक्सा शहीद अस्पताल ने कहा कि, शनिवार की सुबह बुरेज के पास के शहरी शरणार्थी शिविर में एक घर पर हुए एक अन्य हमले में एक महिला और उसके दो बच्चे मारे गए.
वहीं, गाजा पट्टी के उत्तरी भाग में, जबालिया शहर में विस्थापित लोगों के लिए आश्रय स्थल बने एक स्कूल पर हवाई हमले में कम से कम चार लोगों की मौत हो गई और लगभग दो दर्जन अन्य घायल हो गए, यह जानकारी गाजा के नागरिक सुरक्षा प्राधिकरण ने दी, जो क्षेत्र की हमास द्वारा संचालित सरकार के अधीन काम करता है.
एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, स्वास्थ्य अधिकारियों की तरफ से 25 सालों में फिलिस्तीनी एन्क्लेव में पहले पोलियो मामले की पुष्टि के बाद टीकाकरण अभियान शुरू किया गया था. जिसमें 10 महीने का एक बच्चा शामिल था, जिसका पैर अब लकवाग्रस्त हो गया है. संयुक्त राष्ट्र स्वास्थ्य एजेंसी और उसके सहयोगियों द्वारा चलाया जा रहा 9 दिवसीय अभियान पिछले रविवार को मध्य गाजा में शुरू हुआ. इसका महत्वकांक्षी लक्ष्य 10 वर्ष से कम आयु के 6 लाख 40 हजार बच्चों को टीका लगाना है. बता दें कि, इजराइली हमलों ने गाजा की स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली और इसके अधिकांश बुनियादी ढ़ांचे को नष्ट कर दिया है.
गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि, पट्टी के दक्षिणी हिस्से में टीकाकरण का दूसरा चरण और अंतिम चरण शनिवार को पूरा होने जा रहा था. इससे पहले ही इजराइली हवाई हमलों ने सब कुछ खत्म कर दिया. मंत्रालय ने खान यूनिस और राफा के दक्षिणी शहरों में दर्जनों स्थानों को चिन्हित किया, जहां लोग अपने बच्चों के साथ टीके लगवाने के लिए जा सकते थे. इस बीच, इजराइल ने गाजा में अपना सैन्य आक्रमण जारी रखा और हवाई हमले किए.
खूनी जंग की शुरुआत हमास और अन्य उग्रवादियों ने 7 अक्टूबर को इजराइल पर हमला करके किया था. जिसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए थे. माना जाता है कि हमास ने अभी भी 100 से अधिक लोगों को बंधक बना रखा है. इजराइली अधिकारियों का अनुमान है कि हमास के हमले में लगभग एक तिहाई लोग मारे गए हैं.
हमास-नियंत्रित गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजराइल के जवाबी हमले में 40 हजार से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए. मंत्रालय ने बताया कि युद्ध शुरू होने के बाद से 94 हजार से अधिक लोग घायल हुए हैं.
कब्जे वाले वेस्ट बैंक में भी हिंसा बढ़ गई है, जेनिन शहर में एक हफ्ते से ज्यादा समय तक चले सैन्य अभियान में दर्जनों लोग मारे गए और तबाही का मंजर देखने को मिला. शुक्रवार को वेस्ट बैंक में अलग-अलग घटनाओं में एक 13 वर्षीय लड़की और एक अमेरिकी प्रदर्शनकारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई. दो फिलिस्तीनी डॉक्टरों ने बताया कि सिएटल की 26 वर्षीय आयसेनुर एजगी एयगी, जो तुर्की की नागरिक भी थीं, शुक्रवार को सिर में गोली लगने से मौत हो गई.
इजराइली सेना ने शनिवार को कहा कि प्रारंभिक जांच से संकेत मिलता है कि फिलिस्तीनी और इजराइली नागरिकों के बीच हुए दंगे को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षा बलों को तैनात किया गया था, जिसमें एक-दूसरे पर पत्थर फेंके गए थे. सेना ने कहा कि सुरक्षा बलों ने हवा में गोलियां चलाई थीं. इस इलाके में गोली लगने से एक फिलिस्तीनी लड़की की मौत के बारे में एक रिपोर्ट मिली थी. सेना ने कहा कि घटना की समीक्षा की जा रही है.
1967 में इजराइल द्वारा कब्जा किए गए क्षेत्र वेस्ट बैंक में 5 लाख से अधिक इजराइली निवासी रहते हैं. फिलिस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, अक्टूबर में इजराइल-हमास युद्ध शुरू होने के बाद से फिलिस्तीनियों पर हमलों में 690 से अधिक फिलिस्तीनी लोग मारे गए.
गाजा में संघर्ष विराम समझौते पर पहुंचने के लिए इजराइल पर अमेरिका और अन्य सहयोगियों की ओर से दबाव बढ़ रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू एक मांग पर जोर दे रहे हैं जो वार्ता में एक प्रमुख अड़चन बनकर उभरी है. फिलाडेल्फी कॉरिडोर पर इजरायल का नियंत्रण जारी है. फिलाडेल्फी कॉरिडोर मिस्र के साथ गाजा की सीमा पर एक संकरा क्षेत्र है, जहां इजरायल का दावा है कि हमास गाजा में हथियारों की तस्करी करता है.
हालांकि, मिस्र और हमास ने इससे इनकार किया है. हमास ने इजराइल पर नई मांगें जारी करके महीनों से चल रही वार्ता को खींचने का आरोप लगाया है, जिसमें फिलाडेल्फी कॉरिडोर और गाजा से गुजरने वाले दूसरे कॉरिडोर पर स्थायी इजराइली नियंत्रण शामिल है. हमास ने युद्ध की समाप्ति, इजरायली सेना की पूरी तरह वापसी और बड़ी संख्या में फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई के बदले में सभी बंधकों को रिहा करने की पेशकश की है, जिसमें मोटे तौर पर हाई-प्रोफाइल आतंकवादी शामिल हैं, जो जुलाई में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा पेश किए गए समझौते की रूपरेखा के तहत मांगे गए शर्तें हैं.