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इजराइल और तुर्की के बीच रिश्ते बिगड़े, इस्माइल हानिया की हत्या बड़ी वजह - Israel Turkey Relations deteriorate

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Aug 3, 2024, 11:17 AM IST

Israel-Turkey Relations deteriorate Ismail Haniyeh mourning: हमास के साथ संघर्ष के दौरान इजराइल और तुर्की के संबंध बेहद खराब हो गए. तुर्की हमास और फिलिस्तीन का समर्थक रहा है. वहीं, हमास प्रमुख इस्माइल हानिया की हत्या के बाद से दोनों देशों के बीच संबंध और बिगड़ गए हैं. पढ़ें पूरी रिपोर्ट...

Benjamin Netanyahu Erdogan
इजराइल और तुर्की के बीच रिश्ते बिगड़े (प्रतीकात्मक फोटो) (IANS)

तेल अवीव: इजराइल और तुर्की के बीच पिछले कुछ समय से रिश्ते लगातार बिगड़ते जा रहे हैं. वहीं, हमास प्रमुख इस्माइल हानिया की हत्या को लेकर दोनों देशों के बीच खटास और बढ़ गई है. इजराइल के विदेश मंत्री इजराइल काट्ज ने तुर्की के उपराजदूत को फटकार लगाई. इजराइल ने साफ शब्दों में कहा कि वह हानिया जैसे हत्यारों की मौत पर मातम को बर्दाश्त नहीं करेगा.

इजराइल के विदेश मंत्री ने तुर्की को दी कड़ी चेतावनी
इजराइल के विदेश मंत्री ने हमास प्रमुख इस्माइल हानिया की मौत पर शोक मनाने पर तुर्की के खिलाफ कड़ी आपत्ति जताई. बता दें कि इस्माइल हानिया की मौत पर इजराइल की राजधानी तेल अवीव में तुर्की दूतावास में तुर्की के ध्वज को आधा झुका दिया गया था. इसे लेकर विदेश मंत्री ने तुर्की के उपराजदूत को फटकार लगाई.

विदेश मंत्री ने साफ शब्दों में कहा कि हानिया जैसे हत्यारे के लिए शोक व्यक्त करने को इजराइल बर्दाश्त नहीं करेगा. यदि दूतावास के प्रतिनिधि शोक मनाना चाहते हैं, तो उन्हें तुर्की जाना चाहिए और अपने मालिक एर्दोगन के साथ शोक मनाना चाहिए. एर्दोगन पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह आतंकवादी संगठन हमास को गले लगाते हैं और उसके द्वारा की हत्या और आतंक के कृत्यों का समर्थन करते हैं. इजराइल काट्ज ने कहा,'हानिया ने 7 अक्टूबर को हमास को अत्याचार करने में नेतृत्व किया और अपने सहयोगियों के साथ टेलीविजन पर भयानक तस्वीरें देखते हुए हत्यारों की सफलता की कामना करते हुए प्रार्थना की.'

हानिया की हत्या पर तुर्की में मनाया गया राष्ट्रीय शोक
हमास प्रमुख इस्माइल हानिया की हत्या की कई देशों ने कड़ी निंदा की. इसमें प्रमुख रूप से तुर्की, ईरान, पाकिस्तान शामिल है. वहीं, तुर्की में हानिया की मौत पर राष्ट्रीय शोक मनाया गया. इससे हमास के प्रति तुर्की के समर्थन को और बल मिला है. वहीं, तुर्की पहले से ही हमास और फिलिस्तीनियों का समर्थक रहा है.

हानिया की मौत पर शोक के लोकर तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप एर्दोगन ने सोशल मीडिया एक्स पर कहा, 'फिलिस्तीनी मुद्दे के प्रति अपना समर्थन और अपने फिलिस्तीनी भाइयों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए, हमास राजनीतिक ब्यूरो के अध्यक्ष इस्माइल हानिया की शहादत के कारण कल एक दिवसीय राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया. मैं इस्माइल हनिया और सभी फिलिस्तीनी शहीदों को सम्मानपूर्वक याद करता हूं, और अपनी और अपने राष्ट्र की ओर से मैं फिलिस्तीनी लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं.'

एर्दोगन ने कहा जरूरत पड़ने पर युद्ध में हस्तक्षेप करेंगे
गाजा में हाल में गोलान हाइट्स के मजदल शम्स के ड्रूज गांव में हिजबुल्लाह के द्वारा दागे गए रॉकेट से 12 किशोरों की मौत की घटना के बाद तुर्की ने इजराइल के खिलाफ कार्रवाई के संकेत दिए. तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने इजराइल और हमास के बीच जारी युद्ध में तनाव और बढ़ा दिया. हाल में तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन ने स्पष्ट संकेत दिया है कि जरूरत पड़ने पर वह इसमें हस्तक्षेप करेंगे. उन्होंने अल्बानिया और अजरबैजान हमले का जिक्र करते हुए कहा जब हम उन युद्धों में हस्तक्षेप कर सकते हैं तो यहां क्यों नहीं. एर्दोगन की यह टिप्पणी इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच बढ़ते संघर्ष के बीच आई.

हानिया पर इजराइल हमले का आरोप
इजराइल का कहना है कि 7 अक्टूबर को तेल अवीव पर हुए हमले के दौरान हानिया हमास का नेता था. इस हमले में करीब 1,200 इजराइली और विदेशी मारे गए. वहीं, 250 से अधिक लोगों को गाजा में बंधक बना लिया गया था. इसके बाद इजराइल ने तटीय क्षेत्र पर हमला किया. गाजा में युद्ध शुरू होने के बाद से इजराइल और तुर्किये के बीच तनाव तेजी से बढ़ा है. इसमें 39,000 से अधिक फिलिस्तीनियों के मारे जाने की रिपोर्ट है.

ये भी पढ़ें- अमेरिका ने मिडिल-ईस्ट में युद्धपोत, लड़ाकू विमानों को भेजने का फैसला लिया, बढ़ा तनाव

तेल अवीव: इजराइल और तुर्की के बीच पिछले कुछ समय से रिश्ते लगातार बिगड़ते जा रहे हैं. वहीं, हमास प्रमुख इस्माइल हानिया की हत्या को लेकर दोनों देशों के बीच खटास और बढ़ गई है. इजराइल के विदेश मंत्री इजराइल काट्ज ने तुर्की के उपराजदूत को फटकार लगाई. इजराइल ने साफ शब्दों में कहा कि वह हानिया जैसे हत्यारों की मौत पर मातम को बर्दाश्त नहीं करेगा.

इजराइल के विदेश मंत्री ने तुर्की को दी कड़ी चेतावनी
इजराइल के विदेश मंत्री ने हमास प्रमुख इस्माइल हानिया की मौत पर शोक मनाने पर तुर्की के खिलाफ कड़ी आपत्ति जताई. बता दें कि इस्माइल हानिया की मौत पर इजराइल की राजधानी तेल अवीव में तुर्की दूतावास में तुर्की के ध्वज को आधा झुका दिया गया था. इसे लेकर विदेश मंत्री ने तुर्की के उपराजदूत को फटकार लगाई.

विदेश मंत्री ने साफ शब्दों में कहा कि हानिया जैसे हत्यारे के लिए शोक व्यक्त करने को इजराइल बर्दाश्त नहीं करेगा. यदि दूतावास के प्रतिनिधि शोक मनाना चाहते हैं, तो उन्हें तुर्की जाना चाहिए और अपने मालिक एर्दोगन के साथ शोक मनाना चाहिए. एर्दोगन पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह आतंकवादी संगठन हमास को गले लगाते हैं और उसके द्वारा की हत्या और आतंक के कृत्यों का समर्थन करते हैं. इजराइल काट्ज ने कहा,'हानिया ने 7 अक्टूबर को हमास को अत्याचार करने में नेतृत्व किया और अपने सहयोगियों के साथ टेलीविजन पर भयानक तस्वीरें देखते हुए हत्यारों की सफलता की कामना करते हुए प्रार्थना की.'

हानिया की हत्या पर तुर्की में मनाया गया राष्ट्रीय शोक
हमास प्रमुख इस्माइल हानिया की हत्या की कई देशों ने कड़ी निंदा की. इसमें प्रमुख रूप से तुर्की, ईरान, पाकिस्तान शामिल है. वहीं, तुर्की में हानिया की मौत पर राष्ट्रीय शोक मनाया गया. इससे हमास के प्रति तुर्की के समर्थन को और बल मिला है. वहीं, तुर्की पहले से ही हमास और फिलिस्तीनियों का समर्थक रहा है.

हानिया की मौत पर शोक के लोकर तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप एर्दोगन ने सोशल मीडिया एक्स पर कहा, 'फिलिस्तीनी मुद्दे के प्रति अपना समर्थन और अपने फिलिस्तीनी भाइयों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए, हमास राजनीतिक ब्यूरो के अध्यक्ष इस्माइल हानिया की शहादत के कारण कल एक दिवसीय राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया. मैं इस्माइल हनिया और सभी फिलिस्तीनी शहीदों को सम्मानपूर्वक याद करता हूं, और अपनी और अपने राष्ट्र की ओर से मैं फिलिस्तीनी लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं.'

एर्दोगन ने कहा जरूरत पड़ने पर युद्ध में हस्तक्षेप करेंगे
गाजा में हाल में गोलान हाइट्स के मजदल शम्स के ड्रूज गांव में हिजबुल्लाह के द्वारा दागे गए रॉकेट से 12 किशोरों की मौत की घटना के बाद तुर्की ने इजराइल के खिलाफ कार्रवाई के संकेत दिए. तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने इजराइल और हमास के बीच जारी युद्ध में तनाव और बढ़ा दिया. हाल में तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन ने स्पष्ट संकेत दिया है कि जरूरत पड़ने पर वह इसमें हस्तक्षेप करेंगे. उन्होंने अल्बानिया और अजरबैजान हमले का जिक्र करते हुए कहा जब हम उन युद्धों में हस्तक्षेप कर सकते हैं तो यहां क्यों नहीं. एर्दोगन की यह टिप्पणी इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच बढ़ते संघर्ष के बीच आई.

हानिया पर इजराइल हमले का आरोप
इजराइल का कहना है कि 7 अक्टूबर को तेल अवीव पर हुए हमले के दौरान हानिया हमास का नेता था. इस हमले में करीब 1,200 इजराइली और विदेशी मारे गए. वहीं, 250 से अधिक लोगों को गाजा में बंधक बना लिया गया था. इसके बाद इजराइल ने तटीय क्षेत्र पर हमला किया. गाजा में युद्ध शुरू होने के बाद से इजराइल और तुर्किये के बीच तनाव तेजी से बढ़ा है. इसमें 39,000 से अधिक फिलिस्तीनियों के मारे जाने की रिपोर्ट है.

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