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इजराइल में प्रदर्शनकारियों ने पीएम नेतन्याहू से कहा- 'आप पर शर्म आती है'...

हमास द्वारा बंधक बनाए गए कई इजराइल के लोगों को एक वर्ष बाद भी नहीं छोड़ा गया है. इससे पीड़ित परिवारों में रोष है.

Bereaved families heckle PM Netanyahu
इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के भाषण के दौरान बंधकों की रिहाई को लेकर पीड़ित परिवारों ने उठाई आवाज (AP)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : 2 hours ago

Updated : 2 hours ago

तेल अवीव: इजराइली बंधकों के अभी भी हमास की कैद में होने पर बढ़ते आक्रोश के बीच कुछ शोक संतप्त परिवारों ने रविवार को इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के भाषण को बाधित किया और चिल्लाया, 'आप पर शर्म आनी चाहिए!' टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट में इस घटना की जानकारी दी गई है.

नेतन्याहू 7 अक्टूबर को हमास द्वारा किए गए हमलों के पीड़ितों की याद में आयोजित एक समारोह में बोल रहे थे. रिश्तेदार चिल्ला रहे थे कि उनके परिवार के सदस्य मारे गए हैं, जबकि अन्य चिल्ला रहे थे, 'शर्म आनी चाहिए!. नेतन्याहू ने अपना भाषण तब तक रोके रखा जब तक कि लोगों को समारोह से बाहर नहीं निकाल दिया गया.

इस तरह के स्मारक कार्यक्रम विवादों से घिरे रहे क्योंकि पीड़ितों के परिवारों ने इजरायल सरकार पर उन विफलताओं का आरोप लगाया जिसकी वजह से हमास को हमले करने का मौका मिला. टाइम्स ऑफ इजरायल के अनुसार परिवारों ने बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने में सरकार की विफलता के लिए भी सरकार को दोषी ठहराया.

जब दूसरे स्मारक दिवस की घोषणा की गई थी, तो शुरू में इसमें 7 अक्टूबर को शोक संतप्त परिवारों के भाषण शामिल नहीं किए जाने थे, क्योंकि इस बात की चिंता थी कि इस मंच का इस्तेमाल सरकार की आलोचना करने के लिए किया जा सकता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि विरोध के बीच इसमें एक शोक संतप्त परिवार के प्रतिनिधि को शामिल करने के लिए बदलाव किया गया.

इससे पहले शनिवार को इजरायल रक्षा बलों (IDF) ने ईरानी सैन्य ठिकानों पर सटीक हमले किए. लगभग एक महीने पहले ईरान ने इजरायल की ओर लगभग 200 बैलिस्टिक मिसाइलें दागी थी. इजरायल की यह कार्रवाई ईरान द्वारा इस महीने की शुरूआत में तेल अवीव की ओर मिसाइलों की बौछार करने के कुछ सप्ताह बाद हुई है.

ईरान की यह कार्रवाई सितंबर में लेबनान में पेजर और वॉकी-टॉकी के समन्वित विस्फोट के बाद हुई है जिसमें 2800 से अधिक लोग घायल हुए थे और कई लोग मारे गए थे. इससे पहले लेबनान से आए ड्रोन द्वारा उनके निजी आवास को निशाना बनाए जाने के बाद प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने ईरान को चेतावनी दी थी. उन्होंने कहा था कि इस गलती की बड़ी कीमत चुकानी होगी. नेतन्याहू की यह प्रतिक्रिया इजराइली शहर कैसरिया में उनके आवास की ओर ड्रोन से किए गए हमले के बाद आई. हमले के समय वह और उनकी पत्नी सारा घर पर नहीं थीं.

ये भी पढ़ें- इजराइल के तेल अवीव में आतंकी हमला, 30 से ज्यादा घायल, 6 की हालत गंभीर

तेल अवीव: इजराइली बंधकों के अभी भी हमास की कैद में होने पर बढ़ते आक्रोश के बीच कुछ शोक संतप्त परिवारों ने रविवार को इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के भाषण को बाधित किया और चिल्लाया, 'आप पर शर्म आनी चाहिए!' टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट में इस घटना की जानकारी दी गई है.

नेतन्याहू 7 अक्टूबर को हमास द्वारा किए गए हमलों के पीड़ितों की याद में आयोजित एक समारोह में बोल रहे थे. रिश्तेदार चिल्ला रहे थे कि उनके परिवार के सदस्य मारे गए हैं, जबकि अन्य चिल्ला रहे थे, 'शर्म आनी चाहिए!. नेतन्याहू ने अपना भाषण तब तक रोके रखा जब तक कि लोगों को समारोह से बाहर नहीं निकाल दिया गया.

इस तरह के स्मारक कार्यक्रम विवादों से घिरे रहे क्योंकि पीड़ितों के परिवारों ने इजरायल सरकार पर उन विफलताओं का आरोप लगाया जिसकी वजह से हमास को हमले करने का मौका मिला. टाइम्स ऑफ इजरायल के अनुसार परिवारों ने बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने में सरकार की विफलता के लिए भी सरकार को दोषी ठहराया.

जब दूसरे स्मारक दिवस की घोषणा की गई थी, तो शुरू में इसमें 7 अक्टूबर को शोक संतप्त परिवारों के भाषण शामिल नहीं किए जाने थे, क्योंकि इस बात की चिंता थी कि इस मंच का इस्तेमाल सरकार की आलोचना करने के लिए किया जा सकता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि विरोध के बीच इसमें एक शोक संतप्त परिवार के प्रतिनिधि को शामिल करने के लिए बदलाव किया गया.

इससे पहले शनिवार को इजरायल रक्षा बलों (IDF) ने ईरानी सैन्य ठिकानों पर सटीक हमले किए. लगभग एक महीने पहले ईरान ने इजरायल की ओर लगभग 200 बैलिस्टिक मिसाइलें दागी थी. इजरायल की यह कार्रवाई ईरान द्वारा इस महीने की शुरूआत में तेल अवीव की ओर मिसाइलों की बौछार करने के कुछ सप्ताह बाद हुई है.

ईरान की यह कार्रवाई सितंबर में लेबनान में पेजर और वॉकी-टॉकी के समन्वित विस्फोट के बाद हुई है जिसमें 2800 से अधिक लोग घायल हुए थे और कई लोग मारे गए थे. इससे पहले लेबनान से आए ड्रोन द्वारा उनके निजी आवास को निशाना बनाए जाने के बाद प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने ईरान को चेतावनी दी थी. उन्होंने कहा था कि इस गलती की बड़ी कीमत चुकानी होगी. नेतन्याहू की यह प्रतिक्रिया इजराइली शहर कैसरिया में उनके आवास की ओर ड्रोन से किए गए हमले के बाद आई. हमले के समय वह और उनकी पत्नी सारा घर पर नहीं थीं.

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Last Updated : 2 hours ago
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