तेल अवीव: इजराइल गाजा युद्ध में युद्धविराम और बंधक समझौते को हासिल करने के लेटेस्ट प्रयासों को राफा शहर पर योजनाबद्ध हमले से पहले आखिरी मौके के रूप में देखता है. एक वरिष्ठ इजराइली अधिकारी के अनुसार, शुक्रवार को तेल अवीव में मिस्र और इजराइली प्रतिनिधियों के बीच बातचीत 'बहुत अच्छी' और केंद्रित थी. जाहिर तौर पर मिस्रवासी किसी समझौते पर पहुंचने के लिए फिलिस्तीनी आतंकवादी संगठन हमास पर दबाव बनाने के लिए तैयार थे.
टाइम्स ऑफ इजराइल ने शुक्रवार देर शाम रिपोर्टों के हवाले से कहा कि बातचीत के सभी क्षेत्रों में प्रगति हुई है. इजराइली अधिकारी के हवाले से कहा गया कि इजराइल, राफा में योजनाबद्ध सैन्य हमले को रोकने के लिए हमास को विशेष रूप से गाजा पट्टी में उसके नेता याह्या अल-सिनवार को बंधक समझौते में देरी करने की अनुमति नहीं देगा.
याह्या अल-सिनवार को 7 अक्टूबर 2023 को इजराइल में हुए नरसंहार का मास्टरमाइंड माना जाता है, जिसमें लगभग 1,200 इजराइली सैनिक और नागरिक मारे गए थे. जबकि 200 से ज्यादा लोगों को गाजा में अपहरण कर लिया गया था. इजराइली सेना का मानना है कि अल-सिनवार राफा के नीचे सुरंगों में छिपा हुआ है.
टाइम्स ऑफ इजराइल ने अज्ञात (अनाम) इजराइली सरकारी अधिकारी के हवाले से कहा कि राफा जाने से पहले यह आखिरी मौका है. यह या तो भविष्य का समझौता है या राफा का. इजराइल मिस्र की सीमा से लगे दक्षिणी गाजा के शहर में बची हुई हमास बटालियनों को भी नष्ट करना चाहता है. इजरायली मीडिया के मुताबिक, मिस्र राफा पर हमले को रोकने के लिए एक समझौते पर पहुंचना चाहता है. मिस्र को चिंता है कि बड़ी संख्या में फिलिस्तीनी सीमा पार कर सकते हैं. गाजा पट्टी के बाकी हिस्सों में लड़ाई से दस लाख से अधिक नागरिक भाग गए हैं और उन्होंने राफा में शरण ली है.
इजरायल ने राफा पर हमले रोकने के लिए 33 बंधकों की रिहाई की मांग की : इजरायल ने गाजा पट्टी के दक्षिण में राफा शहर पर योजनाबद्ध हमलों को रोकने के लिए हमास से कम से कम 33 बंधकों को रिहा करने की मांग की है. इजरायली रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि यह मांग मोसाद प्रमुख डेविड बार्निया ने अपने खुफिया प्रमुख मेजर जनरल अब्बास कामेल के नेतृत्व वाले मिस्र के प्रतिनिधिमंडल के सामने रखी थी. मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फत्ताह अल-सिसी ने हाल ही में काहिरा की यात्रा के दौरान अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन को राफा पर योजनाबद्ध हमले पर अपने देश की चिंता जताई थी.
मिस्र को डर है कि राफा क्षेत्र पर हमले से नागरिक तबाही होगी. साथ ही मिस्र में बड़ी संख्या में शरणार्थियों का पलायन होगा क्योंकि राफा, देश के सिनाई क्षेत्र से सटा है. इजरायल ने अपनी आंतरिक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि 129 इजरायली बंधकों में 33 लोग ऐसे हैं जो बुजुर्ग, महिला और बीमार की श्रेणी में आते हैं. इजराइल के मुताबिक, 129 बंधकों में से कई की मौत हो चुकी है.