तेल अवीव : इजराइल के द्वारा हिजबुल्लाह के खिलाफ कार्रवाई किए जाने के बाद हिजबुल्लाह का डिप्टी लीडर और संगठन का उप महासचिव नईम कासिम इस समय ईरान में है. बताया जाता है कि वह करीब हफ्ते पहले एक ईरानी प्लेन से लेबनान से भागने में सफल रहा.
द टाइम ऑफ इजराइल के मुताबिक यूएई बेस्ड एरेम न्यूज ने एक अज्ञात ईरानी सूत्र के हवाले से यह जानकारी दी गई है. सूत्र के मुताबिक इजराइल के द्वारा हत्या किए जाने के डर की वजह से इस्लामिक गणराज्य के शीर्ष नेताओं ने उनके स्थानांतरण किए जाने का आदेश दिया था.
रिपोर्ट के मुताबिक नईम कासिम कथित रूप से 5 अक्टूबर को तेहरान के विदेश मंत्री अब्बास अरागची के द्वारा लेबनान और सीरिया की राजकीय यात्रा के लिए प्रयोग किए गए प्लेन से बेरूत से रवाना हुआ. बता दें कि कासिम ने हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह की मौत के बाद से तीन भाषण दिए हैं. वहीं सूत्र का कहना है कि पहला भाषण बेरूत में रिकॉर्ड किया गया था, जबकि दूसरा और तीसरा भाषण तेहरान में दिया गया.
हिजबुल्लाह में 71 वर्षीय नईम कासिम को 'नंबर दो' के रूप में देखा जाता है. साथ ही नईम कासिम का शिया राजनीति से लंबा जुड़ाव है. इतना ही नहीं कासिम 1970 के दशक में इमाम मूसा अल-सदर के आंदोलन में शामिल हुआ था. बाद में यही आंदोलन लेबनान में एक शिया ग्रुप के 'अमल आंदोलन' का हिस्सा बन गया था. हालांकि बाद में कासिम अमल आंदोलन से अलग हो गया था. कासिम ने 1980 के दशक में हिजबुल्लाह की स्थापना में मदद की थी. वह ग्रुप के संस्थापक धार्मिक विद्वानों में से एक है.
गौरतलब है कि इजराइल डिफेंस फोर्सेज (IDF) ने पिछले 27 सितंबर को हिजबुल्ला चीफ हसन नसरल्लाह को ढेर कर दिया था. नसरल्लाह को 30 साल की उम्र में 1992 में हिजबुल्लाह का महासचिव बनाया गया था. वहीं उसने 32 सालों में हिजबुल्लाह को लेबनान ही नहीं बल्कि मध्य पूर्व की एक बड़ी ताकत के रूप में खड़ा कर दिया था.
हालांकि नसरल्लाह की मौत के बाद कासिम ने 30 सितंबर को कहा था कि ईरान समर्थित लेबनानी संगठन अपनी लड़ाई में विजेता बनकर उभरेगा. उसने कहा कि उनका संगठन लेबनान पर इजराइली सेना के जमीनी हमले का मुकाबला करेगा.
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