यरूशलम: हमास नेता याह्या सिनवार इजराइल की वांछित सूची में सबसे टॉप पर था. इजराइल सेना ने उसे गाजा सिटी में रॉकेट हमले में मृत मान लिया था लेकिन अब उसके जीवित होने की चर्चा हो रही है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उसने कतर में बंधक-युद्धविराम समझौता मध्यस्थों के साथ फिर से संपर्क स्थापित कर लिया है.
21 सितम्बर को गाजा शहर में विस्थापित फिलिस्तीनियों को आश्रय देने वाले एक स्कूल पर इजराइली रॉकेट हमले के बाद सिनवार के बारे में कुछ समय तक कोई जानकारी उपलब्ध नहीं थी. जेरूसलम पोस्ट की रिपोर्ट में कहा गया है कि सिनवार ने संपर्क तोड़ दिया क्योंकि उनका मानना था कि इजरायल किसी समझौते पर पहुंचने में दिलचस्पी नहीं रखता. वाल्ला न्यूज साइट की एक रिपोर्ट में एक वरिष्ठ इजराइली अधिकारी ने कहा कि सिनवार ने बंधक-और-युद्धविराम समझौते पर किसी भी तरह से अपने रुख को नरम नहीं किया है.
जेरूसलम पोस्ट ने अपनी रिपोर्ट में कतर के एक वरिष्ठ राजनयिक के हवाले से कहा कि सिनवार ने सीधा संपर्क नहीं बनाया. उनके अनुसार संपर्क हमास के एक वरिष्ठ व्यक्ति खलील अल-हयाह के जरिए स्थापित किया गया था.
हमास ने वार्ता के तहत गाजा से इजरायली सेना की पूरी तरह वापसी और युद्ध को स्थायी रूप से समाप्त करने की मांग की है. इजरायल ने उनकी मांगों को पूरा करने से इनकार कर दिया है और जोर देकर कहा है कि इस व्यवस्था से आतंकवादी समूह को गाजा पट्टी पर नियंत्रण बनाए रखने और अपनी सैन्य ताकत का पुनर्निर्माण करने की अनुमति मिल जाएगी.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कतर के अधिकारियों ने हमास की हिरासत में मौजूद इजराइलियों के परिवारों से कहा कि हमास नेताओं के खिलाफ तेल अवीव की 'हत्या की नीति' किसी समझौते पर पहुंचने के लिए 'असंगत' है. रिपोर्ट के अनुसार अधिकारियों ने बंधक परिवारों से ये भी कहा कि हमास नेता इस्माइल हनिया को मार दिया गया. अब खालिद मेशाल है और वह हानिया से कहीं अधिक शक्तिशाली है.