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बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना का इस्तीफा, पहुंची भारत, सेना ने संभाला मोर्चा - Bangladesh Protest

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Aug 5, 2024, 2:55 PM IST

Updated : Aug 5, 2024, 7:39 PM IST

Bangladesh Protest PM Sheikh Hasina Resignation: बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सोमवार को इस्तीफा दे दिया. उसके बाद वहां पर सेना ने मोर्चा संभाल लिया है. सेना ने कहा है कि वह बांग्लादेश में एक अंतरिम सरकार का गठन करेगी. बांग्लादेश पीएम आवास पर प्रदर्शनकरियों ने कब्जा कर लिया है. शेख हसीना इस समय भारत में हैं. सूत्रों के अनुसार भारत के राष्ट्रीय सुरक्ष सलाहकार अजीत डोभाल ने शेख हसीना के साथ मुलाकात की है.

Bangladesh Protest PM Sheikh Hasina Resignation
बांग्लादेश में हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना का इस्तीफा (AP)

ढाका: बांग्लादेश में हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बीच सोमवार को प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया और देश छोड़ दिया. उनका एयरक्राफ्ट सोमवार शाम को यूपी के गाजियाबाद में हिंडन एयरबेस पर उतरा. एयरबेस पर वायु सेना के अधिकारियों ने उन्हें रिसीव किया. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक शेख हसीना यहां से किसी तीसरे देश के लिए रवाना हो सकती हैं.

सूत्रों के अनुसार शेख हसीना देश छोड़ने से पहले विदाई भाषण देना चाहती थीं, लेकिन प्रदर्शनकारियों के उनके आवास के नजदीक आने की वजह से वह ऐसा नहीं कर सकीं. देश छोड़ते समय हसीना के साथ उनकी बहन शेख रेहाना भी थीं. न्यूज एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक, ढाका में हजारों प्रदर्शनकारियों ने शेख हसीना के आधिकारिक आवास पर धावा बोल दिया. हालांकि तब तक हसीना आवास छोड़ चुकी थीं.

पीएम आवास पर कब्जा, मूर्तियां तोड़ीं

प्रदर्शनकारियों ने उनके सरकारी आवास पर कब्जा जमा लिया. वहां पर रखी गई कई चीजों को तोड़ दिया. वहां पर उन्होंने सेल्फी ली. आवास में रखे गए भोजन को साफ कर गए. कुछ ऐसे फुटेज सामने आए हैं, जिसमें प्रदर्शनकारी ढाका में प्रधानमंत्री शेख हसीना के सरकारी आवास को लूटते हुए दिख रहे हैं. कुछ प्रदर्शनकारियों को आवास से कुर्सियां और सोफा जैसी दिखने वाली चीज ले जाते हुए देखा जा सकता है. रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने ढाका में बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर्रहमान की मूर्ति भी तोड़ दी. ढाका में भारी हिंसा की खबर है.

क्या कहा सेना प्रमुख ने

बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पीएम शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया है. सेना प्रमुख ने कहा कि बांग्लादेश में आर्मी अंतरिम सरकार बनाएगी. उन्होंने अपील की है कि लोग कानून का पालन करें. उन्होंने कहा कि हम देश में शांति बहाल करेंगे, हम नागरिकों से हिंसा रोकने का अनुरोध करते हैं, हम पिछले कुछ हफ्तों में हुई सभी हत्याओं की जांच करेंगे.

सेना प्रमुख ने नागरिकों से शांति बहाल करने के लिए समय मांगा. उन्होंने बांग्लादेश के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि सेना पर भरोसा रखें, हम हाल में हुई सभी हत्याओं की जांच करेंगे और जिम्मेदार लोगों को दंडित करेंगे. सेना प्रमुख ने कहा, "मैंने आदेश दिया है कि सेना और पुलिस किसी भी तरह की गोलीबारी में शामिल नहीं होगी."

एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने ढाका में प्रधानमंत्री हसीना के महल पर धावा बोला दिया. बांग्लादेश की प्रधानमंत्री हसीना के बेटे ने सुरक्षा बलों से किसी भी गैर-निर्वाचित सरकार को सत्ता में आने से रोकने का आग्रह किया है.

अवामी लीग के केंद्रीय कार्यालय में आगजनी

रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने ढाका में अवामी लीग के केंद्रीय कार्यालय को आग के हवाले कर दिया है. प्रदर्शनकारियों ने धनमंडी स्थित बंगबंधु भवन को भी आग के हवाले कर दिया. इसमें बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान मेमोरियल म्यूजियम भी शामिल है. प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने ढाका में बांग्लादेश सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ओबैदुल हसन के आधिकारिक आवास पर भी हमला किया. हिंसा और उत्पात के दौरान प्रदर्शनकारियों ने बड़े पैमाने पर लूटपाट भी की.

हजारों प्रदर्शनकारियों का ढाका तक लॉन्ग मार्च

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार को हिंसा की नई घटना में छह लोग मारे गए. वहीं, हजारों प्रदर्शनकारियों ने ढाका तक लॉन्ग मार्च किया. गौरतलब है कि रविवार को कई छात्र संगठनों के बैनर तले पीएम शेख हसीना के इस्तीफे की मांग को लेकर आंदोलन शुरू हुआ था. सत्तारूढ़ पार्टी अवामी लीग के समर्थकों और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प हो गई थी, जिसमें 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी.

बांग्लादेश संकट पर विशेषज्ञों की टिप्पणी
बांग्लादेश में राजनीतिक संकट पर पूर्व विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि वह इसे एक आर्थिक कारक और अवसरवाद के रूप में भी देखेंगे. चाहे विपक्षी बीएनटी हो या बांग्लादेश जमात-ए-इस्लामी...वे विरोध में शामिल हो गए हैं और उन्होंने विरोध में हिंसा को बढ़ावा दिया है. बांग्लादेश में भारत के उच्चायुक्त रह चुके श्रृंगला ने कहा कि विरोध प्रदर्शन में उन विदेशी ताकतों की संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता जो बांग्लादेश के हितों और भारत की सुरक्षा के खिलाफ हैं. इस तथ्य से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि कुछ ताकतें अपना हित साधने की कोशिश कर रही हैं. लेकिन उन्हें लगता है कि बांग्लादेश के भीतर उत्पन्न हुए कई कारकों के कारण यह स्थिति पैदा हुई.

हसीना के इस्तीफा के पीछे सेना का हस्तक्षेप हो सकता है...
बांग्लादेश में भारत के पूर्व उच्चायुक्त पिनाक रंजन चक्रवर्ती ने कहा कि पीएम शेख हसीना पर इस्तीफे का दबाव और उनके खिलाफ प्रदर्शन बढ़ रहे थे. जिससे सरकार दबाव में थी. उनके इस्तीफा के पीछे देश की शक्तिशाली सेना का हस्तक्षेप होगा. उन्होंने कहा कि यह बांग्लादेश में बड़ा घटनाक्रम है और हम देश में एक नई तरह की सरकार देखेंगे. अस्थिरता का दौर भी आ सकता है, जो देश के लिए बुरा है. यह पूरे क्षेत्र के लिए भी अच्छा नहीं है.

बांग्लादेश की स्थिति से हम सभी चिंतित...
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बांग्लादेश की स्थिति पर चिंता जताई. उन्होंने कहा, "हमें विस्तृत जानकारी नहीं है. इस स्थिति में मैं बंगाल में सभी से शांत रहने का अनुरोध करूंगी. किसी को भी कोई तनाव नहीं बढ़ाना चाहिए. कोई भी भड़काऊ बात नहीं कहनी चाहिए. क्योंकि मामला भारत सरकार के अधीन है. भारत सरकार जो भी निर्णय लेगी, हम उसका पालन करेंगे. दो सरकारों का मामला है. हम भारत सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करेंगे. मैं भाजपा और हमारे नेताओं से भी कहूंगी कि वे शांत रहें."

प. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने की शांति की अपील. उन्होंने बांग्लादेश के निवासियों से शांति बनाए रखने की अपील की है.

यह भी पढ़ें- बांग्लादेश में हिंसा भड़कने के बाद भारत ने नागरिकों को यात्रा न करने की सलाह दी

ढाका: बांग्लादेश में हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बीच सोमवार को प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया और देश छोड़ दिया. उनका एयरक्राफ्ट सोमवार शाम को यूपी के गाजियाबाद में हिंडन एयरबेस पर उतरा. एयरबेस पर वायु सेना के अधिकारियों ने उन्हें रिसीव किया. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक शेख हसीना यहां से किसी तीसरे देश के लिए रवाना हो सकती हैं.

सूत्रों के अनुसार शेख हसीना देश छोड़ने से पहले विदाई भाषण देना चाहती थीं, लेकिन प्रदर्शनकारियों के उनके आवास के नजदीक आने की वजह से वह ऐसा नहीं कर सकीं. देश छोड़ते समय हसीना के साथ उनकी बहन शेख रेहाना भी थीं. न्यूज एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक, ढाका में हजारों प्रदर्शनकारियों ने शेख हसीना के आधिकारिक आवास पर धावा बोल दिया. हालांकि तब तक हसीना आवास छोड़ चुकी थीं.

पीएम आवास पर कब्जा, मूर्तियां तोड़ीं

प्रदर्शनकारियों ने उनके सरकारी आवास पर कब्जा जमा लिया. वहां पर रखी गई कई चीजों को तोड़ दिया. वहां पर उन्होंने सेल्फी ली. आवास में रखे गए भोजन को साफ कर गए. कुछ ऐसे फुटेज सामने आए हैं, जिसमें प्रदर्शनकारी ढाका में प्रधानमंत्री शेख हसीना के सरकारी आवास को लूटते हुए दिख रहे हैं. कुछ प्रदर्शनकारियों को आवास से कुर्सियां और सोफा जैसी दिखने वाली चीज ले जाते हुए देखा जा सकता है. रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने ढाका में बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर्रहमान की मूर्ति भी तोड़ दी. ढाका में भारी हिंसा की खबर है.

क्या कहा सेना प्रमुख ने

बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पीएम शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया है. सेना प्रमुख ने कहा कि बांग्लादेश में आर्मी अंतरिम सरकार बनाएगी. उन्होंने अपील की है कि लोग कानून का पालन करें. उन्होंने कहा कि हम देश में शांति बहाल करेंगे, हम नागरिकों से हिंसा रोकने का अनुरोध करते हैं, हम पिछले कुछ हफ्तों में हुई सभी हत्याओं की जांच करेंगे.

सेना प्रमुख ने नागरिकों से शांति बहाल करने के लिए समय मांगा. उन्होंने बांग्लादेश के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि सेना पर भरोसा रखें, हम हाल में हुई सभी हत्याओं की जांच करेंगे और जिम्मेदार लोगों को दंडित करेंगे. सेना प्रमुख ने कहा, "मैंने आदेश दिया है कि सेना और पुलिस किसी भी तरह की गोलीबारी में शामिल नहीं होगी."

एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने ढाका में प्रधानमंत्री हसीना के महल पर धावा बोला दिया. बांग्लादेश की प्रधानमंत्री हसीना के बेटे ने सुरक्षा बलों से किसी भी गैर-निर्वाचित सरकार को सत्ता में आने से रोकने का आग्रह किया है.

अवामी लीग के केंद्रीय कार्यालय में आगजनी

रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने ढाका में अवामी लीग के केंद्रीय कार्यालय को आग के हवाले कर दिया है. प्रदर्शनकारियों ने धनमंडी स्थित बंगबंधु भवन को भी आग के हवाले कर दिया. इसमें बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान मेमोरियल म्यूजियम भी शामिल है. प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने ढाका में बांग्लादेश सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ओबैदुल हसन के आधिकारिक आवास पर भी हमला किया. हिंसा और उत्पात के दौरान प्रदर्शनकारियों ने बड़े पैमाने पर लूटपाट भी की.

हजारों प्रदर्शनकारियों का ढाका तक लॉन्ग मार्च

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार को हिंसा की नई घटना में छह लोग मारे गए. वहीं, हजारों प्रदर्शनकारियों ने ढाका तक लॉन्ग मार्च किया. गौरतलब है कि रविवार को कई छात्र संगठनों के बैनर तले पीएम शेख हसीना के इस्तीफे की मांग को लेकर आंदोलन शुरू हुआ था. सत्तारूढ़ पार्टी अवामी लीग के समर्थकों और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प हो गई थी, जिसमें 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी.

बांग्लादेश संकट पर विशेषज्ञों की टिप्पणी
बांग्लादेश में राजनीतिक संकट पर पूर्व विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि वह इसे एक आर्थिक कारक और अवसरवाद के रूप में भी देखेंगे. चाहे विपक्षी बीएनटी हो या बांग्लादेश जमात-ए-इस्लामी...वे विरोध में शामिल हो गए हैं और उन्होंने विरोध में हिंसा को बढ़ावा दिया है. बांग्लादेश में भारत के उच्चायुक्त रह चुके श्रृंगला ने कहा कि विरोध प्रदर्शन में उन विदेशी ताकतों की संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता जो बांग्लादेश के हितों और भारत की सुरक्षा के खिलाफ हैं. इस तथ्य से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि कुछ ताकतें अपना हित साधने की कोशिश कर रही हैं. लेकिन उन्हें लगता है कि बांग्लादेश के भीतर उत्पन्न हुए कई कारकों के कारण यह स्थिति पैदा हुई.

हसीना के इस्तीफा के पीछे सेना का हस्तक्षेप हो सकता है...
बांग्लादेश में भारत के पूर्व उच्चायुक्त पिनाक रंजन चक्रवर्ती ने कहा कि पीएम शेख हसीना पर इस्तीफे का दबाव और उनके खिलाफ प्रदर्शन बढ़ रहे थे. जिससे सरकार दबाव में थी. उनके इस्तीफा के पीछे देश की शक्तिशाली सेना का हस्तक्षेप होगा. उन्होंने कहा कि यह बांग्लादेश में बड़ा घटनाक्रम है और हम देश में एक नई तरह की सरकार देखेंगे. अस्थिरता का दौर भी आ सकता है, जो देश के लिए बुरा है. यह पूरे क्षेत्र के लिए भी अच्छा नहीं है.

बांग्लादेश की स्थिति से हम सभी चिंतित...
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बांग्लादेश की स्थिति पर चिंता जताई. उन्होंने कहा, "हमें विस्तृत जानकारी नहीं है. इस स्थिति में मैं बंगाल में सभी से शांत रहने का अनुरोध करूंगी. किसी को भी कोई तनाव नहीं बढ़ाना चाहिए. कोई भी भड़काऊ बात नहीं कहनी चाहिए. क्योंकि मामला भारत सरकार के अधीन है. भारत सरकार जो भी निर्णय लेगी, हम उसका पालन करेंगे. दो सरकारों का मामला है. हम भारत सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करेंगे. मैं भाजपा और हमारे नेताओं से भी कहूंगी कि वे शांत रहें."

प. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने की शांति की अपील. उन्होंने बांग्लादेश के निवासियों से शांति बनाए रखने की अपील की है.

यह भी पढ़ें- बांग्लादेश में हिंसा भड़कने के बाद भारत ने नागरिकों को यात्रा न करने की सलाह दी

Last Updated : Aug 5, 2024, 7:39 PM IST
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