वाशिंगटन: ऑकस (AUKUS) सुरक्षा के नए समझौते के तहत पनडुब्बियों के निर्माण करने पर सहमति हुई है. इस समझौते का ऑकस राष्ट्रों ने स्वागत किया है. इसमें शामिल राष्ट्रों का मानना है कि यह रक्षा सहयोग के प्रयास में एक मील का पत्थर साबित होगा. ऑस्ट्रेलियाई रक्षा मंत्री रिचर्ड मार्ल्स, अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन और ब्रिटेन के रक्षा मंत्री ग्रांट शाप्स के त्रिपक्षीय बयान के अनुसार ऑस्ट्रेलिया के एएससी पीटीआई लिमिटेड (ASC Pty Ltd) और ब्रिटेन स्थित बीएई (BAE) सिस्टम्स के बीच समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं.
इसमें ऑस्ट्रेलिया के परमाणु ऊर्जा संचालित पनडुब्बी रखरखाव भागीदार के रूप में एएससी पीटीआई लिमिटेड को चुना गया है. एक साल पहले 13 मार्च 2023 को अमेरिका के सैन डिएगो में ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन और अमेरिकी नेताओं ने ऑकस परमाणु पनडुब्बी समझौते की घोषणा की थी. इसके तहत ऑप्टिमल पाथवे रॉयल ऑस्ट्रेलियन नेवी (आरएएन) के लिए पारंपरिक रूप से सशस्त्र, परमाणु-संचालित पनडुब्बी क्षमता (एसएसएन) प्रदान करने की एक महत्वाकांक्षी योजना की रूपरेखा तैयार करता है.
एक बयान में कहा गया कि ये योजना तीन देशों की संयुक्त सैन्य क्षमताओं को मजबूत करेगी. हमारी सामूहिक औद्योगिक क्षमता को बढ़ावा देगी. सेट उच्चतम अप्रसार मानक और इंडो-पैसिफिक और उससे आगे स्थिरता और सुरक्षा को बढ़ावा देने की हमारी क्षमता को बढ़ाएगी. साथ ही कहा गया कि ऑकस हमारे तीन देशों के बीच दशकों के घनिष्ठ रक्षा, क्षमता और प्रौद्योगिकी सहयोग के आधार पर बनाया गया है और यह हमारी साझेदारी की स्वाभाविक प्रगति है.
ऑकस भागीदारों ने ऑस्ट्रेलिया की एसएसएन ऑकस (SSN-AUKUS) पनडुब्बियों के निर्माण के लिए एएससी पीटीआई लिमिटेड और बीएई सिस्टम्स के चयन और ऑस्ट्रेलिया के परमाणु-संचालित पनडुब्बी रखरखाव भागीदार के रूप में एएससी (ASC) के चयन की घोषणा का स्वागत किया. उद्योग के साथ इन रणनीतिक साझेदारियों का गठन ऑकस प्रयास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है.
इसमें कहा गया है कि यह हमारे त्रिपक्षीय उद्योग का एक प्रदर्शन है जो ऑप्टिमल पाथवे को वास्तविकता बनने में समर्थन देता है और आने वाले दशकों के लिए एक सक्षम सुरक्षा भागीदार और पारंपरिक रूप से सशस्त्र, परमाणु-संचालित पनडुब्बी क्षमता के जिम्मेदार प्रबंधक के रूप में ऑस्ट्रेलिया की भूमिका को रेखांकित करेगा.
ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन और अमेरिका की सरकारों के बीच स्थायी त्रिपक्षीय साझेदारी इन वाणिज्यिक संबंधों का समर्थन करती है और ऑकस के समर्थन में हमारे तीन देशों में घनिष्ठ औद्योगिक सहयोग को सक्षम बनाती है. नई साझेदारी के तहत एएससी और बीएई सिस्टम्स रॉयल ऑस्ट्रेलियाई नौसेना के लिए एसएसएन ऑकस पनडुब्बियों का निर्माण करेंगे. बयान में कहा गया है कि एसएसएन ऑकस खुफिया जानकारी, निगरानी, समुद्र के अंदर युद्ध और स्ट्राइक मिशन के लिए भी सुसज्जित होगा और ऑकस भागीदारों के बीच अधिकतम क्षमता का विकास करेगा.
ऑप्टिमल पाथवे को हमेशा एक मजबूत, अधिक लचीला त्रिपक्षीय पनडुब्बी औद्योगिक आधार बनाने के लिए डिजाइन किया गया जो तीनों देशों में पनडुब्बी उत्पादन और रखरखाव का समर्थन करता है. घोषणाएँ इस बात का प्रमाण हैं - एसएसएन ऑकस के निर्माण से औद्योगिक आधार सहयोग के अवसर बढ़ेंगे. सामूहिक औद्योगिक आधार क्षमता मजबूत होगी और तीनों देशों में रक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा क्षेत्रों में आर्थिक विकास होगा.
क्या है ऑकस: यह तीन देशों का एक रक्षा समझौता है. इसका गठन 15 सितंबर 2021 को हुआ था. इसमें ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन अमेरिका शामिल हैं. ऑकस नाम तीनों देशों का संक्षिप्त रूप है. पिछले साल 13 मार्च को अमेरिका के सेन डिएगो में इन तीन देशों के बीच समझौत हुआ था. अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन ने आधिकारिक तौर पर ऑकस परमाणु पनडुब्बी समझौते की घोषणा की थी. इस समझौत के तहत ऑस्ट्रेलिया को परमाणु क्षमता वाली हाई क्वालिटी की पनडुब्बियां प्रदान की जाएगी.