गाजा सिटी: गाजा में अल-मगाजी शरणार्थी शिविर को निशाना बनाकर हमला किया गया. इस हमले में सात बच्चों सहित कम से कम 13 लोग मारे गए और 25 से अधिक अन्य घायल हो गए. अल-अक्सा शहीद अस्पताल के अधिकारियों के हवाले से यह खबर दी गई. रिपोर्ट के अनुसार प्रत्यक्षदर्शी निहाद औदेतल्लाह से प्राप्त एक ग्राफिक वीडियो में कई हताहत लोग फर्श पर पड़े हुए दिखाई दिए.
कई लोग घबराहट में इधर-उधर भागते, चिल्लाते और शवों को गिनने और ले जाने की कोशिश करते दिखे. सीएनएन से बात करते हुए शिविर में रहने वाले ओवडेटल्लाह ने कहा कि उन्होंने मंगलवार को लगभग 3:40 बजे (स्थानीय समय) अपने से लगभग 30 से 40 मीटर की दूरी पर एक विस्फोट सुना. उन्होंने कहा, 'मैं तुरंत यह देखने के लिए चला गया कि क्या हुआ और जमीन पर गिरा हुए शव देखा. उन्होंने कहा कि लोग चिल्ला रहे थे और बच्चे जमीन पर मरे पड़े थे.
अल-अक्सा शहीद अस्पताल से ली गई फुटेज में हताहतों और घायलों को ले जाते हुए दिखाया गया है क्योंकि आपातकालीन वार्ड में मरीजों की भीड़ थी. रिपोर्ट के मुताबिक परिवार के सदस्य अपने प्रियजनों के शवों के पास भीड़ लगाए हुए थे और उन्हें पकड़कर रो रहे थे. अस्पताल के मुर्दाघर के एक वीडियो में परिवार अपने प्रियजनों की पहचान करने की कोशिश करते दिखे.
रिपोर्ट के अनुसार एक सफेद बॉडी बैग की ओर इशारा करते हुए जिसमें एक युवा लड़के का खून से सना चेहरा दिख रहा था फतमेह इस्सा ने कहा, 'यह मेरा बेटा है.' एक अन्य व्यक्ति ने कहा, 'उनका किसी से कोई लेना-देना नहीं है! वे नागरिक हैं. हम पर दया करें. आप बच्चों को मार रहे हैं. आप किसी सेना या सेनानियों को नहीं मार रहे हैं. आप उन बच्चों को मार रहे हैं जो शांति से सड़क पर खेल रहे थे.
एक वीडियो में उसे एक युवा लड़की के शव को दूसरे आदमी को सौंपते हुए दिखाया गया है. जिस व्यक्ति को उसका शव मिला उसने कहा कि वह उसकी बेटी है. उन्होंने कहा, 'यह मेरी सबसे बड़ी बेटी है. उसका नाम लुजैन है और वह नौ साल की है. जब वे बाहर सड़क पर खेल रहे थे तो उन पर अचानक हमला हो गया. वे सभी सिर्फ बच्चे हैं.
अस्पताल के बाहर लोग व्यथित दिख रहे थे क्योंकि वे अपने प्रियजनों के लिए रो रहे थे. लोगों ने मृतकों को दफनाने से पहले यार्ड में उनके लिए प्रार्थना की. संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में अनुमान के अनुसार अक्टूबर में इजराइल और हमास के बीच युद्ध शुरू होने के बाद से गाजा में 10,000 से अधिक महिलाएं मारी गई. एक अन्य रिपोर्ट में कहा गया,'छह महीने के युद्ध में गाजा में 10,000 फिलिस्तीनी महिलाएं मारी गईं, जिनमें अनुमानित 6,000 माताएं भी शामिल थीं, और 19,000 बच्चे अनाथ हो गए.'