नयी दिल्ली : वर्ष 2019 के अंतिम महीनों में चीन से उठे कोरोना का बवंडर कुछ ही महीने में हर तरफ तबाही मचाने लगा. 11 मार्च 2021 को विश्व में 11 करोड़ से ज्यादा लोगों के कोरोना महामारी से पीड़ित होने की खबर आई. इससे ठीक एक वर्ष पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इसे वैश्विक महामारी (Covid Global Pendimic) घोषित कर दिया था और पूरी मानव जाति के अस्तित्व पर मंडराते इस खतरे से मुकाबले के लिए दुनिया एकजुट हो गई थी.
जनवरी 2020 में डब्ल्यूएचओ ने निमोनिया जैसा संक्रमण फैलने की जानकारी दी थी लेकिन इसके कारण अथवा निदान के बारे में कुछ नहीं बताया गया था. भारत के केरल राज्य में कोविडा-19 का पहला मामला 30 जनवरी 2020 को पहला मामला सामने आया था और 30 जनवरी को ही इसे डब्ल्यूएचओ ने स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया. वहीं कोविड वैश्विक स्तर पर कोविड के लगातार प्रसार के बाद भयावह स्थिति को कंट्रोल करने के लिए WHO ने 2020 में 30 जनवरी को अंतरराष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल (Public health emergency of international concern) घोषित करना पड़ा. वहीं 11 मार्च 2020 को इस प्रकोप को महामारी के रूप में चिह्नित किया गया है.
कोविड 2019 (महामारी) का वैश्विक प्रकोप आज भी है. इसमें पीड़ित व्यक्ति गंभीर तीव्र श्वसन सिंड्रोम कोरोनावायरस 2 (Severe Acute Respiratory Syndrome Coronavirus 2) का शिकार हो जाता है. चीन में 2019 के दिसंबर में ही नॉवेल कोरोनावायरस से संबंधित पहला मामला पाया गया था. इसके बाद यह वहां से निकलकर दुनिया के कोने-कोने तक पहुंचा गया. इसके कारण व्यापक तबाही हुई. इसका असर सिर्फ इंसानों के स्वास्थ पर ही नहीं पड़ा, बल्कि सामाजिक, आर्थिक सहित सभी सेक्टरों पर पड़ा. बता दें कि आज भी यह वायरस दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में एक्टिव है.
5 लाख से ज्यादा लोगों की हो चुकी है मौत
भारत में कोविड के कारण 5.33510 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. भारत सरकार के अधीन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर 11 मार्च 2024 के डेटा के अनुसार देश में कोविड के एक्टिव मामलों की संख्या 1158 है. वहीं 44496894 लोग कोविड से पीड़ित होने के बाद स्वस्थ हो चुके हैं. वहीं कोविड से बचाव के लिए अब तक 22,68,09,699 लोगों का टीकाकरण हो चुका है.