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Diabetes Control Tips: ये चीजें डायबिटीज को जड़ से खत्म कर देगी, पूरी तरह कंट्रोल में रहेगा शुगर - Diabetes is incurable disease

आज के दौर में डायबिटीज एक लाइलाज बीमारी बन चुका है. बहुत तेजी से लोग इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के आंकड़ों के मुताबिक दुनिया में लगभग 42 करोड़ लोग इसके शिकार हैं. विशेषज्ञों की मानें तो लाइफस्टाइल में सुधार कर और एक्सरसाइज के साथ इस बीमारी पर कंट्रोल किया जा सकता है.

Diabetes Control Tips
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Apr 1, 2024, 5:34 AM IST

पटना: भारत में हर 11 में से 1 युवा डायबिटीज की चपेट में है. खराब लाइफस्टाइल इसकी मुख्य वजह बतायी जाती है. आधुनिक चिकित्सा डायबिटीज के लक्षणों को दूर करने और नियंत्रित करने की काम तो करती है पर प्राकृतिक चिकित्सा इसके मूल कर्म को समझकर और शारीरिक पर्यावरण के साथ प्राकृतिक व्यवहार दुरुस्त करने में भी मदद प्रदान करने की क्षमता रखती है.

क्या-क्या हो सकता है नुकसानः सीनियर नेचुरोपैथी डॉक्टर नितेश कुमार का कहना है कि डायबिटीज हमारे समय का एक प्रमुख रोग है. यह उच्च रक्तचाप स्ट्रोक और हृदय रोग के लिए खतरा पैदा करता है. डायबिटीज के इलाज में प्राकृतिक चिकित्सा का उपयोग हृदय रोग के जोखिम को कम करते हुए रोगियों को उनके ब्लड शुगर के स्तर में सुधार करने में मदद कर सकता है.

फाइबर का सेवन हो सकता है फायदेमंद: शोध में स्पष्ट रूप से बताया गया है कि नेचुरोपैथ और योग डायबिटीज के रोगियों को उनके लक्षणों में काफी सुधार करने में मदद कर सकता है. प्राकृतिक दृष्टिकोण में रोगियों के आहार में से सभी संसाधित खाद्य पदार्थों को निकालना और उन्हें कम कैलरी वाले आहार पर रखना शामिल है. कैलरी की मात्रा कम करना और फाइबर का सेवन ब्लड शुगर के स्तर को कम करने में बहुत फायदेमंद है.

खाने में बहुत सारे फल लेंः बहुत सारे फल, सब्जियों सहित पौधा आधारित आहार रोगियों को एंटीऑक्सीडेंट की उच्च खुराक प्रदान करते हैं जो शरीर में मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से लड़ने में मदद करते हैं. इसके अलावे योग और व्यायाम के साथ यह दृष्टिकोण शरीर और मस्तिष्क में आवश्यक जीवन शक्ति को पुनः स्थापित करता है.

डायबिटीज के लक्ष्णः डा. नितेश कुमार ने बताया कि डायबिटीज के अलग-अलग प्रकार होते हैं. वजन में कमी आना, अधिक भूख प्यास लगना, बार-बार संक्रमण होना या देरी से घाव भरना, हाथ पैरों में झनझनाहट इसके लक्षण हैं. योग का नियमित अभ्यास शरीर के लिए विभिन्न रूपों में फायदेमंद होता है. इससे आप अधिक ऊर्जावान महसूस करते हैं.

इस आसन को आजमाएं: दोनों पैर को शरीर के सामने बिल्कुल सीधा करके बैठ जाएं. दाहिने पैर को मोड़ें इसे बाएं पैर के बाहर घुटने के पास जमीन पर रखें. बाएं पैर को मोड़कर बोटाक्स के नीचे या उसके पास रखें. उसके बाद अपने बाएं हाथ को दाहिने घुटने पर रखें धीमे से अपने चेहरे को दाहिने कंधे की ओर मोड़ कुछ देर तक इसी मुद्रा में बने रहें. फिर दूसरी और भी ऐसा ही करें जिससे कि डायबिटीज की स्थिति में प्रभावी रूप में काम करता है.

डिस्क्लेमर: यहां हम अपने सुधी पाठकों को बताना चाहते हैं कि यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है. यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता.

इसे भी पढ़ेंः छोड़ दें बासी खाने को दोबारा गर्म करने की आदत, वरना घेर लेंगी कई खतरनाक बीमारियां - Stale Food Is Not Good For Health
इसे भी पढ़ेंः निकल रही तोंद तो खाने में रोज शामिल करें अंकुरित और भुना चना, तेजी से घटने लगेगा वजन - Food For Weight Loss

इसे भी पढ़ेंः Health Tips : एक दिन में कितने केले खाना सेहत के लिए है हेल्दी? जानें कितने केले खाने से शरीर को होता है नुकसान

पटना: भारत में हर 11 में से 1 युवा डायबिटीज की चपेट में है. खराब लाइफस्टाइल इसकी मुख्य वजह बतायी जाती है. आधुनिक चिकित्सा डायबिटीज के लक्षणों को दूर करने और नियंत्रित करने की काम तो करती है पर प्राकृतिक चिकित्सा इसके मूल कर्म को समझकर और शारीरिक पर्यावरण के साथ प्राकृतिक व्यवहार दुरुस्त करने में भी मदद प्रदान करने की क्षमता रखती है.

क्या-क्या हो सकता है नुकसानः सीनियर नेचुरोपैथी डॉक्टर नितेश कुमार का कहना है कि डायबिटीज हमारे समय का एक प्रमुख रोग है. यह उच्च रक्तचाप स्ट्रोक और हृदय रोग के लिए खतरा पैदा करता है. डायबिटीज के इलाज में प्राकृतिक चिकित्सा का उपयोग हृदय रोग के जोखिम को कम करते हुए रोगियों को उनके ब्लड शुगर के स्तर में सुधार करने में मदद कर सकता है.

फाइबर का सेवन हो सकता है फायदेमंद: शोध में स्पष्ट रूप से बताया गया है कि नेचुरोपैथ और योग डायबिटीज के रोगियों को उनके लक्षणों में काफी सुधार करने में मदद कर सकता है. प्राकृतिक दृष्टिकोण में रोगियों के आहार में से सभी संसाधित खाद्य पदार्थों को निकालना और उन्हें कम कैलरी वाले आहार पर रखना शामिल है. कैलरी की मात्रा कम करना और फाइबर का सेवन ब्लड शुगर के स्तर को कम करने में बहुत फायदेमंद है.

खाने में बहुत सारे फल लेंः बहुत सारे फल, सब्जियों सहित पौधा आधारित आहार रोगियों को एंटीऑक्सीडेंट की उच्च खुराक प्रदान करते हैं जो शरीर में मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से लड़ने में मदद करते हैं. इसके अलावे योग और व्यायाम के साथ यह दृष्टिकोण शरीर और मस्तिष्क में आवश्यक जीवन शक्ति को पुनः स्थापित करता है.

डायबिटीज के लक्ष्णः डा. नितेश कुमार ने बताया कि डायबिटीज के अलग-अलग प्रकार होते हैं. वजन में कमी आना, अधिक भूख प्यास लगना, बार-बार संक्रमण होना या देरी से घाव भरना, हाथ पैरों में झनझनाहट इसके लक्षण हैं. योग का नियमित अभ्यास शरीर के लिए विभिन्न रूपों में फायदेमंद होता है. इससे आप अधिक ऊर्जावान महसूस करते हैं.

इस आसन को आजमाएं: दोनों पैर को शरीर के सामने बिल्कुल सीधा करके बैठ जाएं. दाहिने पैर को मोड़ें इसे बाएं पैर के बाहर घुटने के पास जमीन पर रखें. बाएं पैर को मोड़कर बोटाक्स के नीचे या उसके पास रखें. उसके बाद अपने बाएं हाथ को दाहिने घुटने पर रखें धीमे से अपने चेहरे को दाहिने कंधे की ओर मोड़ कुछ देर तक इसी मुद्रा में बने रहें. फिर दूसरी और भी ऐसा ही करें जिससे कि डायबिटीज की स्थिति में प्रभावी रूप में काम करता है.

डिस्क्लेमर: यहां हम अपने सुधी पाठकों को बताना चाहते हैं कि यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है. यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता.

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