हैदराबाद: पुराने समय में चाहे गांव हो या शहर लोग फर्श पर बैठकर खाना खाते थे. जमीन पर बैठकर भोजन ग्रहण करना धर्मिक तौर पर भी काफी शुभ माना गया है. लेकिन, आजकल बदलते दौर के साथ लोगों के खान पान के तरीकों, रहन सहन और पहनावों में काफी बदलाव आ गया है.
आजकल डाइनिंग टेबल, कुर्सियां और सोफों के आने के बाद ज्यादा लोग फर्श बैठकर भोजन करना पसंद नहीं करते हैं. हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि जमीन पर बैठकर खाना खाने से कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं. अगर आप भी इस लाभ को जानेंगे जरूर हैरान रह जाएंगे...
जमीन पर बैठकर खाना खाने के कई फायदे हैं. आयुर्वेद के मुताबिक, भोजन करते वक्त फर्श पर बैठने का मतलब है कि आप सुखासन पर यानी क्रास लेग्ड स्थिति में बैठें हैं. दरअसल जब हम जमीन पर बैठकर खाना खाते है तो इससे पाचन क्रिया को तेज करने में मदद मिलती है.
पाचन के लिए अच्छा
बैठकर खाना खाने से पाचन बेहतर होता है. इसका मतलब है कि जब हम बैठते हैं तो रीढ़ की हड्डी स्थिर होती है. इससे पाचन अंगों पर दबाव कम हो जाता है. इससे खाना पचने में आसानी होती है. साथ ही विशेषज्ञों का कहना है कि इससे अपच और गैस जैसी पाचन संबंधी समस्याएं भी कम हो जाएंगी. 2016 में 'जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन एंड मेटाबॉलिज्म' में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, शोधकर्ताओं ने पाया कि फर्श पर बैठकर खाना खाने से पाचन में सुधार होता है. ईरान में तेहरान यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज के पोषण और खाद्य विज्ञान विभाग में प्रोफेसर 'डॉ. शाहीन घरावी' ने इस अध्ययन में भाग लिया था.
आप अपना वजन कम कर सकते हैं
विशेषज्ञों का कहना है कि डाइनिंग टेबल पर बैठकर खाना खाने से वजन बढ़ सकता है. वहीं इसके विपरीत, ऐसा कहा जाता है कि जमीन पर बैठकर खाने से दिमाग को संकेत मिलता है कि पेट भर गया है और कम खाओ. इस वजह से हम कम खाना खाते हैं, और हमारा वजन भी नियंत्रण में रहता है.
ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है
फर्श पर बैठकर खाना खाने से पैरों में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है. विशेषज्ञों का कहना है कि इससे पैर दर्द और पीठ दर्द कम होता है.
तनाव कम करता है
जमीन पर बैठकर खाना खाने से तनाव और चिंता कम होती है. यह सुखासन आपको वह मानसिक शांति देता है जो आपको ध्यान और योग करने पर मिलती है. जब हम फर्श पर बैठते हैं तो अपनी रीढ़ की हड्डी सीधी रखते हैं और गहरी सांस लेते हैं. इससे तनाव कम होता है.
नोट: यहां आपको दी गई सभी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सुझाव केवल आपके समझने के लिए हैं. हम यह जानकारी वैज्ञानिक अनुसंधान, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य पेशेवर सलाह के आधार पर प्रदान कर रहे हैं. लेकिन, बेहतर होगा कि इन पर अमल करने से पहले आप अपने निजी डॉक्टर की सलाह ले लें.
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