शिमला: दिवाली का पर्व हो ओर मिठाई ना हो तो त्योहार का मजा फीका ही रहता है. दीपावली पर घर में बने लजीज पकवान और हलवाई से आई मिठाइयों को देखकर मुंह में पानी आना लाजमी है. त्योहार के मौके पर मौज-मस्ती में कभी कभी कुछ ज्यादा ही खा लेते हैं. खाने और खिलाने के चक्कर में मुंह को लगा स्वाद सेहत के मिजाज को बिगाड़ जाता है. ऐसे में हमें अपने सेहत को कभी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.
त्योहार का मतलब ये नहीं है कि हम खाने-खिलाने में इतने मसरूफ हो जाएं कि सेहत को ही नजरअंदाज कर दें. कई बार डॉक्टर बीपी, शुगर के मरीजों को मीठा और अन्य चीजों से परहेज करने की सलाह देते हैं, लेकिन हम त्योहार के दिन ये सोचकर डॉक्टर की सलाह को नजर अंदाज कर देते हैं कि एक दिन मीठा खाने से क्या ही फर्क पड़ने वाला है. ये हम सबसे बड़ी गलती करते हैं.
अब दिवाली पर क्या बिना कुछ खाए पीए ही बैठे रहें? तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं है. त्योहार पर कैसे अपनी सेहत का ख्याल रखा जाए और जमकर खाया पीया भी जाए इसके लिए हमने इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज की डायटीशियन याचना शर्मा से बात की. याचना शर्मा ने सलाह दी कि त्योहार के दौरान अपने मेन्यू में कुछ ऐसे विकल्पों को शामिल कर लें, जो न सिर्फ आपको स्वाद की सौगात दें, बल्कि आपकी सेहत पर भी कोई नकारात्मक असर न डालें.
मीठा खाएं भी खिलाएं भी
भारतीय त्योहार मीठे के बिना अधूरे हैं. त्योहार पर मिठाई न हो, ऐसा भला हो सकता है, तो मिठाई खाने के बाद आपकी सेहत का क्या? इस समस्या का समाधान बताते हुए याचना शर्मा ने बताया कि, 'त्योहार पर मीठा खाएं और खिलाएं भी इसके लिए करना सिर्फ इतना है कि आप घर पर ही मिठाई बनाएं, ताकि नुकसान वाली सफेद और ब्राउन शुगर आपके पकवानों से दूर रहें. शक्कर में कैलोरी अधिक होती है, लिहाजा अपनी डिश में मिठास लाने के लिए शक्कर के विकल्प के तौर पर आप ब्राउन राइस सिरप, स्टीविया, शहद, गुड़, खजूर आदि को इस्तेमाल कर सकते हैं. इससे आप मीठा भी खा पाएंगे और नुकसान भी नहीं होगा.'
इस बार पकाएं कुछ हेल्दी
यूं तो मीठा बनाने के लिए आपके पास ढेरों विकल्प हैं, पर इस बार कुछ ऐसा पकाएं जो न सिर्फ मीठा हो, बल्कि उसमें और भी कई पोषक तत्व मौजूद हों. इससे आपकी दिवाली में स्वाद के साथ पोषण का तड़का भी लग जाएगा. याचना शर्मा के मुताबिक, 'घर पर लापसी, पायसम जैसे पकवान बनाकर सेहत को तंदरुस्त रखा जा सकता है. लापसी को बेसन, देसी घी, गुड़ आदि से तैयार किया जाता है. ये शरीर में प्रोटीन, आयरन की मात्रा को बढ़ाती है. पायसम यह खीर की तरह ही होती है, जो कि नारियल के दूध से तैयार की जाती है. इसमें प्रोटीन, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, पोटेशियम आदि पोषक तत्व होते हैं. साथ ही मिठास के लिए इसमें गुड़ का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे आपको आयरन मिलता है. इसके अलावा पूरन पोली, मूंग दाल हलवा भी अच्छे विकल्प हैं. पिसे हुए चावल की खीर फिरनी भी बना सकते हैं, जिसमें आप अपनी पसंद के साबुत मेवे डाल सकते हैं.'
खुद को रखें डीटॉक्स
डायटीशियन याचना शर्मा के मुताबिक खुद को शरीर को डीटॉक्स करने के लिए तीन चीजों की जरूरत होती है, पहली पर्याप्त मात्रा में पानी मतलब हाइड्रेशन, दूसरा एंटी-ऑक्सीडेंट और तीसरा फाइबर. हाइड्रेशन के लिए कम से कम आठ गिलास पानी पीना चाहिए. तरल खुराक के तौर पर जलजीरा, नीबू पानी आदि भी ले सकतें हैं. खट्टे फल, हरी सब्जियों से आपको एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर अच्छी मात्रा में मिल जाएंगे.
सही वक्त पर सही खाएं
बादाम, अखरोट, पिस्ता आदि मेवों से दिन की शुरुआत कीजिए. सुबह नाश्ते में सूखे मेवों को खाना रात के लंबे उपवास के बाद शरीर की अधिक ऊर्जा की मांग को पूरा करता है, साथ ही इनमें मौजूद अमीनो एसिड पाचन क्रिया को ठीक रखता है. दोपहर के भोजन के बाद की अपनी खुराक को हल्का रखें. रात के खाने में ऐसे खाद्य पदार्थों को शामिल करें, जिनमें कैलोरी और कार्बोेहाइड्रेट दोनों ही कम हों.
पाचन क्रिया को करें तेज
डायटीशियन याचना शर्मा के मुताबिक, 'त्योहार में अक्सर हम गरिष्ठ चीजें खाते हैं. यह भोजन आपके पेट के लिए भारी न पड़े, इसलिए आप उन चीजों को अपनी खुराक में शामिल कीजिए, जो आपके पाचन तंत्र को तेज या फिर यूं कहें कि ठीक रखती हैं, जिन चीजों में प्रचुर मात्रा में फाइबर और कम मात्रा में वसा पाई जाती है, वो हमारे पाचन तंत्र को ठीक करते हैं. इसके लिए ओट्स, दहीं, नींबू पानी, पुदीने का पानी, ग्रीन टी, उबला आलू, कद्दू, पालक, फलियां, समूचे अनाज, मिल्क शेक अपनी खुराक में शामिल कर सकतें.'
ये भी पढ़ें: दिवाली पर पटाखों से अगर स्किन जल जाए तो क्या करें, जानिए डॉक्टर की सलाह