हैदराबादः अक्सर गांव-घर में कहा जाता है कच्चे दूध का सेवन ज्यादा फायदेमंद होता है. ताजा शोध के आधार पर चिकित्सकों ने इस दावे को खारिज कर दिया है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेताया है कि कच्चा दूध पीना सुरक्षित नहीं है. कच्चे दूध में मौजूद कीटाणु आपको गंभीर रूप से बीमार कर सकते हैं.
Despite some claims to the contrary, drinking raw milk is not safe. Health experts say that germs in raw milk could make you seriously ill.#HarvardHealthhttps://t.co/AhbbJeZzZL
— Harvard Health (@HarvardHealth) August 7, 2024
क्या है कच्चा दूध?
कच्चा दूध गाय और बकरी जैसे जानवरों से आता है. कीटाणुओं को मारने के लिए इसे पाश्चराइज्ड किया जाता है. कुछ लोगों को लगता है कि कच्चे दूध का स्वाद पाश्चराइज्ड दूध से बेहतर होता है. कच्चे दूध के बारे में स्वास्थ्य संबंधी दावों में से एक यह है कि यह लैक्टोज असहिष्णुता (Lactose Intolerance) को ठीक कर सकता है. एलर्जी का इलाज कर सकता है और आंत के स्वास्थ्य का समर्थन (Gut Health) कर सकता है. शोध के आधार पर स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने पाया कि इनमें से कोई भी मिथक सच नहीं है.
कच्चा दूध पीना स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है
"मुझे चिंता है कि कच्चा दूध पीना एक चलन बन गया है. खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों को पाश्चराइज्ड करना अच्छा विकल्प है.-डॉ. मिशेल चैन, संक्रामक रोग विशेषज्ञ, डेकोनेस अस्पताल, बेथ इजराइल
कच्चे दूध का सेवन करने से स्वास्थ्य संबंधी क्या जोखिम हैं?
- कच्चे दूध में खतरनाक कीटाणु हो सकते हैं जो खाद्य विषाक्तता का कारण बन सकते हैं. खाद्य विषाक्तता वाले अधिकांश लोगों को पेट में ऐंठन, उल्टी और दस्त का कुछ संयोजन अनुभव होता है.
- कच्चे दूध में पाए जाने वाले कीटाणु जो खाद्य जनित बीमारी का कारण बन सकते हैं, उनमें साल्मोनेला, ई. कोली, लिस्टेरिया और कैम्पिलोबैक्टर शामिल हैं.
- कच्चा दूध पीने वाला कोई भी व्यक्ति बीमार हो सकता है. विशेष रूप से शिशु, छोटे बच्चे, किशोर, गर्भवती महिलाएं और बुजुर्गों के लिए ज्यादा खतरनाक है.
- कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोग, जिनमें कैंसर, मधुमेह या एचआईवी/एड्स से पीड़ित लोग और वे लोग शामिल हैं जिनका अंग प्रत्यारोपण हुआ है.
- अमेरिका में राज्य की सीमाओं के पार कच्चा दूध बेचना अवैध है. लगभग आधे अमेरिकी राज्यों में कच्चे दूध पर प्रतिबंध है. जिन राज्यों में इसकी अनुमति है, उनमें से अधिकांश ने निर्दिष्ट किया है कि यह सीधे किसान से आना चाहिए.
- फार्मों पर अच्छी स्वच्छता प्रथाओं से संदूषण का खतरा कम हो सकता है. हालांकि, वे इसकी गारंटी नहीं दे सकते कि उनका कच्चा दूध खतरनाक कीटाणुओं से सुरक्षित है.
बर्ड फ्लू और कच्चा दूध
मार्च 2024 में डेयरी गायों में बर्ड फ्लू का एक बहु-राज्य प्रकोप (Multi-state outbreak) हुआ, यह पहली बार था जब गायों में बर्ड फ्लू वायरस पाया गया था.
वर्तमान में इस बारे में सीमित जानकारी है कि संक्रमित गायों के कच्चे दूध के माध्यम से वायरस मनुष्यों में फैल सकता है या नहीं. न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित एक पत्र में संक्रमित गायों के कच्चे दूध में वायरस के उच्च स्तर की सूचना दी गई है. अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) ने सिफारिश की है कि किसान बर्ड फ्लू के लक्षण दिखाने वाली गायों या इसके संपर्क में आने वाली गायों से कच्चा दूध न उपयोग करें न बेचें.
वाणिज्यिक दूध प्रसंस्करण का अनुकरण करने के लिए डिजाइन किए गए एक अध्ययन में, FDA और कृषि के संयुक्त राज्य अमेरिका विभाग (USDA) ने पाया कि सबसे अधिक इस्तेमाल किए जाने वाले पाश्चुरीकरण समय और तापमान की आवश्यकताओं ने पाश्चुरीकृत दूध में बर्ड फ्लू वायरस को प्रभावी रूप से निष्क्रिय कर दिया.
पाश्चुरीकरण क्या है?
पाश्चुरीकरण एक ऐसी प्रक्रिया है जो गर्मी का उपयोग करके खाद्य पदार्थों में कीटाणुओं को मारती है. पाश्चुरीकृत दूध को कम से कम 145 डिग्री फारेनहाइट तक गर्म किया जाता है और फिर जल्दी से ठंडा किया जाता है. इस प्रक्रिया का आविष्कार वैज्ञानिक लुई पाश्चर ने 1864 में किया था.
क्या पाश्चुरीकृत दूध में कच्चे दूध के समान पोषण संबंधी लाभ हैं?
कई अध्ययनों में इस बात का कोई सबूत नहीं मिला है कि कच्चा दूध पाश्चराइज्ड दूध से अधिक पौष्टिक होता है. सीडीसी और एफडीए के अनुसार पाश्चुरीकृत दूध कच्चे दूध के समान ही पोषण संबंधी लाभ प्रदान करता है, वह भी जोखिम के बिना.
डॉ. चैन का मानना है कि कच्चा दूध पीने का मतलब है अपने स्वास्थ्य के साथ बड़ा जोखिम उठाना. उन्होंने कहा, "मेरी सलाह है कि शोध पर ध्यान दें, कच्चा दूध पीने से जुड़े जोखिमों के बारे में जागरूक रहें और आम तौर पर इसे पीने से बचें." हार्वर्ड हेल्थ पब्लिशिंग (हार्वर्ड मेडिकल स्कूल) के वेबसाइट पर लिसा कैटानेसे ने अपने लेख इस बात का खुलासा किया है.