नई दिल्ली: दूध को हमेशा से ही एक पौष्टिक आहार माना जाता है. इसके बिना कोई भी हेल्दी डाइट पूरी नहीं मानी जाती. अक्सर कहा जाता है कि आप जितना ज्यादा दूध पिएंगे, उतनी ही हड्डियां मजबूत होंगी. यह ही कारण है कि बच्चों से लेकर घर के बुजुर्गों तक सभी लोग दूध पीते हैं. इससे शरीर को कई तरह के फायदे होते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसका अधिक मात्रा में सेवन करना आपकी सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकता है.
कई लोगों का मानना है कि शारीरिक विकास के लिए भरपूर मात्रा में दूध जरूरी है. हालांकि, यह सच नहीं है. यह सच है कि दूध संपूर्ण आहार का हिस्सा है, लेकिन इसे पीने की भी एक सीमित मात्रा है. इसे ज्यादा मात्रा में पीने से बॉडी को कई तरह के नुकसान हो सकते हैं.
किन लोगों को नहीं पीना चाहिए दूध
जो लोग सर्दी-ज़ुकाम, खांसी, अपच, डायरिया, स्किन डिजीज जैसी बीमारियों से जूझ रहे हैं उनको दूध बिल्कुल भी नहीं पीना चाहिए. इसके अलावा ऐसे लोग, जिन्हें दूध से एलर्जी है, उनके लिए भी दूध पीना नुकसानदायक साबित हो सकता है.
कितना पीना चाहिए दूध
आमतौर पर एक हेल्दी शख्स को नियमित रूप से दूध पीना ही चाहिए, क्योंकि इसमें कैल्शियम, विटामिन बी12, विटामिन डी, कैलोरी, पोटैशियम, प्रोटीन और हेल्दी फैट होता है, जो शरीर के लिए बेहद जरूरी होते हैं. यूनाइटेड स्टेट्स नेशनल डाइटरी गाइडलाइंस के मुताबिक एक वयस्क व्यक्ति को हर रोज 750ML (3 कप) दूध पीना चाहिए, जबकि बच्चों के लिए करीब 2.5 कप दूध पीना उचित होता है. उल्लेखनीय है कि यह मात्रा व्यक्ति की शारीरिक जरूरतों के अनुसार कम या ज्यादा भी सकती है.
क्या सच में मजबूत होती हैं हड्डियां
स्वीडन में हुई एक रिसर्च के अनुसार 3 कप से ज्यादा दूध पीने से हिप फ्रैक्चर, हड्डी संबंधी समस्याएं और और मौत का खतरा भी अधिक हो सकता है. इसलिए इस मिथक को सत्य न मानें कि जितना ज्यादा दूध उतनी हड्डियां मजबूत.
फेरिटिन आयरन की कमी
इसके अलावा बच्चों को ज्यादा दूध पिलाने से उसका पेट भर जाता है. ऐसे में बच्चा खाना खाने के लिए दिलचस्पी नहीं दिखाता है, जो उसकी सेहत के लिए ठीक नहीं होता. वहीं, ज्यादा दूध पीने से शरीर में आयरन की मात्रा कम होने लगती है. खास तौर पर फेरिटिन नाम का आयरन. फेरिटिन आयरन की डिफिशिएंसी से एनीमिया की संभावना बढ़ जाती है.
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