हैदराबाद: भारत में शाकाहारी लोग ओल को बहुत पसंद करते हैं. इसे सूरन, जिमीकंद, याम और अन्य नामों से भी जाना जाता है. ओल का वैज्ञानिक नाम अमोर्फोफैलस पाओनीफोलिअस (Amorphophallus Paeoniifolius) है. कुछ जगहों पर इसे 'शाकाहारी मटन' भी कहा जाता है.
ओल स्वादिष्ट होने के साथ शरीर के लिए काफी लाभदायक भी है. यह कई बीमारियों से लड़ने में मदद करता है. ओल के सेवन से एनीमिया (खून की कमी) का भी खतरा कम होता है. विशेषज्ञों के मुताबिक, ओल का सेवन करने से त्वचा रोग भी दूर होते हैं. यह जड़ी-बूटी की तरह है. विभिन्न बीमारियों से संबंधित आयुर्वेदिक दवाओं में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है.
मधुमेह और कैंसर में फायदेमंद
विभिन्न रिपोर्ट्स के मुताबिक, ओल का सेवन मधुमेह या डायबिजीट में फायदेमंद होता है, क्योंकि इसमें एलेन्टॉइन (Allantoin) तत्व पाया जाता है. वैज्ञानिक शोध के मुताबिक, यह तत्व एंटी-डायबिटिक प्रभाव वाला होता है. ओल में ऐसे औषधीय गुण पाए जाते हैं, जो कैंसर से लड़ने में भी सहायक हैं. एलेन्टॉइन के अलावा इसमें एल-आर्जिनिन (L-Arginine) तत्व होता है, शरीर में प्रतिरोध क्षमता बढ़ाता है और कैंसर की रोकथाम में योगदान देता है.
वैज्ञानिक अध्ययन के मुताबिक ओल में पर्याप्त मात्रा में फाइबर होता है, जो पाचन क्रिया को संतुलित करता है. विशेषज्ञों के मुताबिक, फाइबर वजन घटाने में भी मददगार होता है. ओल में एंटी-इंफ्लमेटरी और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण भी होता है, जो विभिन्न बीमारियों से बचाव करता है.
(डिस्कलेमर: इस वेबसाइट पर दी गई सभी स्वास्थ्य जानकारी, चिकित्सा युक्तियां और सुझाव सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं. बेहतर होगा कि इन पर अमल करने से पहले आप अपने निजी डॉक्टर की सलाह लें.)
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