पटना: अंडा प्रोटीन का एक बेहतरीन स्रोत होता है. ये शरीर को काफी एनर्जी देता है और खाने वाले को इसका टेस्ट भी काफी अच्छा लगता है लेकिन बाजार में अब आर्टिफिशियल अंडे भी आ गए हैं, जो सेहत के लिए काफी नुकसानदेह हैं. आम लोग असली और नकली अंडे में फर्क नहीं कर पाते हैं. ऐसे में अगर आप अंडा खाने जा रहे हैं तो अंडा असली है या नकली यह जरूर चेक कर लें. हम आपको बताएंगे कि असली और नकली अंडे की पहचान कैसे की जाए.
कैसे करें अंडे की पहचान?: पटना की डाइटिशियन पूजा कुमारी बताती हैं कि ''दूर से देखने में आप सिंथेटिक अंडा और ओरिजिनल अंडा में फर्क नहीं कर पाएंगे. दोनों के स्वाद में भी बहुत अंतर नहीं होता है लेकिन सेहत के लिए सिंथेटिक अंडा बहुत ही नुकसानदायक होता है. अंडा का सफेद पार्ट यदि रफ है तो समझिए कि यह सिंथेटिक अंडा है क्योंकि नेचुरल अंडा चिकना होता है. इसके अलावा अंडा को उबालने के बाद उसे छिलकर काटने पर यदि उसका पीला वाला पार्ट बहुत अधिक पीला दिख रहा है तो समझ जाइए कुछ गड़बड़ है.''
प्लास्टिक से मिलकर बना होता है नकली अंडा: पूजा कुमारी ने बताया कि ''असली और नकली अंडा चेक करने के लिए बेहतर है कि किसी बर्तन में पानी डाले और उसमें अंडे को डाल दें. अंडा यदि आसानी से डूब जा रहा है तो वह असली है और यदि नहीं डूब रहा है तो वह नकली है. नकली अंडे यदि खुले में रहते हैं तो उसके आसपास मक्खियों और चींटी नहीं लगती है. इसके अलावा नकली अंडा आग के संपर्क में आने पर आग पकड़ लेता है क्योंकि यह प्लास्टिक से मिलकर बना होता है.''
इन बीमारियों का घर है नकली अंडा: पूजा कुमारी बताती है कि आर्टिफिशियल अंडा सेहत के लिए काफी खतरनाक है. यह अलग-अलग केमिकल कंपाउंड से मिलकर बने होते हैं. इनको खाने से आपका के शरीर का मेटाबॉलिज्म कमजोर हो जाएगा और पेट में पाचन संबंधी समस्या पैदा होगी. नकली अंडा खाने से ब्लड प्रेशर बढ़ता है, लिवर पर भी बुरा असर देखने को मिलता है और हड्डियां कमजोर होती हैं. अच्छी क्वालिटी का अंडा खाते हैं तो यह शरीर में विटामिन ए, विटामिन बी, विटामिन बी 12, विटामिन डी, आयोडीन, ओमेगा 3 जैसे कई विटामिन और मिनरल्स की कमी को पूरा करता है.