हैदराबाद: हर महिला और पुरुष का सपना होता है कि उनकी स्किन का रंग साफ हो, वे गोरा दिखें. इसके लिए वे कई जदोजहद भी करते हैं. कई तरह के स्किन व्हाइटनिंग क्रीम और मेकअप भी करते हैं. लेकिन अधुनिक समय में बढ़ते पॉल्यूशन, धूल-मिट्टी और गंदगी के चलते त्वचा की रंगत पर असर पड़ता है. लेकिन क्या आपको पता है कि चहरे के काले होने के पीछे बॉडी में कुछ विटामिन्स की कमी भी एक वजह हो सकती है.
जी हां, सही सुन रहे हैं आप, यदि आपके शरीर में इन विटामिन्स की कमी हो जाए, तो इससे आपके त्वचा पर कई तरह के दाग-धब्बे, कील-मुंहासे और जगह-जगह छाइयां होने लगती हैं. इसके साथ ही अपके स्किन का जो ग्लो होता है, वह भी धीरे-धीरे कम होने लगता है. तो चलिए ग्वालियर के होम्योपैथी चिकित्सक डॉ. गौरव सैनी से जानते हैं कि किन विटामिन्स की कमी से त्वचा काली होने लगती है.
Vitamin B12 के कमी से हाइपरपिग्मेंटेशन
डॉ. गौरव सैनी बताते हैं कि विटामिन B12 की कमी से त्वचा खराब होने लगती है. इसकी वजह से फेस पर सफेद दाग होने लगते हैं. साथ ही अनइवन स्किन टोन की समस्या होने लगती है. यदि आपके साथ भी ये समस्या है तो ऐसी स्थिति में आप अपने खाने में दूध, दही, मक्खन जैसी चीजों को शामिल कर सकते हैं. इन सभी आहारों से काफी हद तक Vitamin B12 की कमी को दूर किया जा सकता है.
Vitamin D की इसकी कमी से त्वचा संबंधी समस्या
शरीर में विटामिन D की कमी के चलते त्वचा की रौनक गायब होने लगती है. विटामिन डी की कमी के कारण आपकी त्वचा लाल, सूखी और खुजलीदार हो सकती है. विटामिन डी की कम मात्रा से बार-बार मुंहासे हो सकते हैं. Vitamin D के एंटीऑक्सीडेंट गुण मुंहासों को रोकने में भी मदद करते हैं. इसके कारण हार्मोन में होने वाले बदलाव से भी मुंहासे हो सकते हैं. विटामिन डी का कम स्तर आपकी त्वचा को तेजी से बूढ़ा बना सकता है.
सूरज की रोशनी Vitamin D का सबसे अच्छा सोर्स है. आपका शरीर सूरज की रोशनी के संपर्क में आने पर विटामिन डी का उत्पादन करता है. सूरज की रोशनी के अलावा, विटामिन डी के कई खाद्य स्रोत हैं. जैसे कि संतरे का रस, दलिया, अनाज, सोया दूध, गाय का दूध, सैल्मन मछली, मशरूम और अंडे की जर्दी आदि.
Vitamin K की कमी से त्वचा पड़ जाती है काली
शरीर में विटामिन K की कमी के चलते आपकी त्वचा का रंग काला हो सकता है. इसकी वजह से आंखों के आसपास के कैपिलरीज डैमेज होने लगते हैं, जो त्वचा के कालेपन का कारण बन सकती हैं. इसकी भरपाई के लिए आप अपने आहार में मछली, अंडे, अलसी के बीज, चिया सीड्स जैसे डाइट को शामिल करें.