हैदराबाद: दिन में सोना या झपकी लेना आम तौर पर बच्चों से जुड़ा होता है, लेकिन एक रिसर्च में यह पता चला है कि वयस्कों को भी इससे काफी फायदा होता है. बच्चों के सीखने और दिमाग के विकास में नींद की अहम भूमिका होती है, और जो बच्चे नियमित रूप से झपकी लेते हैं, वे सीखी हुई चीजों को बेहतर तरीके से याद रखते हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि उनकी अल्पकालिक यादें वयस्कों की तरह लंबे समय तक संग्रहीत नहीं होती हैं, इसलिए उन्हें अपने मस्तिष्क को तरोताजा करने के लिए बार-बार आराम की जरूरत होती है. आश्चर्यजनक रूप से, हाल की रिसर्च से पता चलता है कि वयस्कों के लिए भी दिन में सोना उतना ही जरूरी है जितना बच्चों को.
आलस्य नहीं, स्वस्थ आदत है : दिन में सोना या झपकी लेना एक स्वस्थ आदत है, जिसे अक्सर आलस्य के साथ जोड़ा जाता है. यहां तक की कुछ कार्यस्थलों पर दिन में झपकी लेने को प्रोत्साहित करने के लिए 'स्लीपिंग रूम' भी शुरू किए जा रहे हैं. दिन के दौरान झपकी लेने की जरूरत महसूस करना सामान्य है, खासकर अगर आप पिछली रात ठीक से नहीं सोए हों या सुबह थका हुआ महसूस करते हों. कुछ लोगों ने दिन में सोने की आदत बना ली है और हाल के अध्ययनों ने इसे एक स्वस्थ आदत के रूप में प्रोत्साहित किया है. दिन में सोने या झपकी लेने से सतर्कता बढ़ती है और याददाश्त अच्छी होती है.
An afternoon nap is a
— James DiNicolantonio (@drjamesdinic) August 15, 2024
pencil sharpener for your mind.
If you’re feeling low energy, take
a 20 minute nap.
Your mood, energy & focus will 🚀.
Napping is a superpower. 🦸 🏃♂️
परीक्षणों से पता चलता है कि झपकी लेने के बाद लोग संख्याएँ और शब्द ज्यादा अच्छे ढंग से याद रख पाते हैं. बेचैन स्वभाव वाले लोग दिन में झपकी लेने के बाद ज्यादा शांत और कम चिड़चिड़े भी होते हैं. डॉक्टर ऑफ फार्मेसी और कार्डियोवैस्कुलर रिसर्च साइंटिस्ट जेम्स डिनिकोलैंटोनियो के अनुसार
"दोपहर में 20 मिनट की झपकी आपके दिमाग के लिए एक पेंसिल शार्पनर की तरह है.अगर आप कम ऊर्जा महसूस कर रहे हैं, तो 20 मिनट की झपकी लें. आपका मूड, ऊर्जा और ध्यान बेहतर होगा. झपकी लेना आपके लिए एक सुपर पावर है"
दिमाग की शक्ति बढ़ाना : मस्तिष्क रासायनिक संकेतों के जरिए काम करता है, जोकि उम्र बढ़ने के साथ कम होते जाते हैं. थोड़ी सी झपकी दिमाग को फ्रेश कर सकती है, जिससे भूलने की बीमारी को बहुत जल्दी होने से रोकने में मदद मिलती है.
थकान से लड़ना : जब गाड़ी या भारी मशीनरी चलाते हैं तो थकान खतरनाक हो सकती है. दिन की थोड़ी सी झपकी आपकी प्रतिक्रिया की गति को बढ़ा सकती है और दुर्घटनाओं को रोकने में मदद कर सकती है. अगर आपको लंबी यात्रा पर जाना है, तो पहले थोड़ा आराम करने से अनिद्रा और थकान दूर हो सकती है.
शरीर की प्रतिरक्षा को मजबूत बनाना : दिन में सोने से शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली भी मजबूत होती है, जिससे संक्रमण और सूजन को तेजी से कम करने में मदद मिलती है. यही कारण है कि डॉक्टर अक्सर बीमार लोगों को आराम करने की सलाह देते हैं
हार्ट के लिए फायदेमंद : दिन में झपकी लेना रक्तचाप को कम करके हार्ट के स्वास्थ्य के लिए फ़ायदेमंद हो सकता है, खासकर तनावपूर्ण घटनाओं से पहले झपकी लेना फायदेमंद हो सकता है, इससे रक्तचाप को बेहतर तरीके से नियंत्रित करने में मदद मिलती है.
समय और अवधि का ध्यान रखें : सुबह उठने के 6 से 8 घंटे के बाद झपकी लेना सबसे अच्छा होता है, क्योंकि इस समय तक कोर्टिसोल हार्मोन का स्तर कम होना शुरू हो जाता है. कोर्टिसोल हार्मोन आपको सतर्क रखने में मदद करता है. दिन में झपकी लेने से क्रिएटिविटी को बढ़ावा मिल सकता है और समस्या-समाधान की क्षमताओं में सुधार होता है.
दिन में झपकी लेने की सावधानी
झपकी लेने की अवधि : कुछ लोगों के लिए 10-15 मिनट की झपकी पर्याप्त हो सकती है, जबकि अन्य को थोड़ी लंबी झपकी की आवश्यकता हो सकती है। हालाँकि, 90 मिनट से अधिक लंबी झपकी लेना उचित नहीं है। झपकी की इष्टतम अवधि लगभग 30-40 मिनट है
नींद की जड़ता से बचना : दो घंटे या उससे अधिक समय तक झपकी लेने से जड़ता या सुस्ती हो सकती है जो काम के प्रदर्शन को खराब कर सकती है.
सही समय का चुनाव : दोपहर 1 से 3 बजे के बीच झपकी लेने से कार्य कौशल सुधारता है. यह कैफीन की तुलना में अधिक लाभकारी प्रभाव भी डालता है. दोपहर 3 बजे के बाद झपकी लेने से बचना चाहिए क्योंकि यह रात की नींद को प्रभावित कर सकता है.
भोजन के बाद झपकी लेना : भोजन के तुरंत बाद झपकी लेने से बचें.
निष्कर्ष : दिन में सोना वयस्कों के लिए फायदेमंद है, लेकिन बिना किसी नुकसान के स्वास्थ्य लाभ पाने के लिए समझदारी से और सही समय सीमा के भीतर झपकी लेना महत्वपूर्ण है.
डिस्कलेमर: यहां दी गई जानकारी और सुझाव सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं. बेहतर होगा कि इन पर अमल करने से पहले आप डॉक्टर की सलाह ले लें.