ETV Bharat / entertainment

उत्तराखंडी संस्कृति में रंगा कोक स्टूडियो भारत, राजुला मालुसाई की प्रेम कथा पर नेहा कक्कड़ और कमला देवी ने गाया 'सुनचड़ी' - Rajula Malusai Sonchadi Song - RAJULA MALUSAI SONCHADI SONG

उत्तराखंड की पौराणिक प्रेम कहानी राजुला मालुसाई बहुत प्रसिद्ध है. अब तक उत्तराखंड की वादियों में गाया जाने वाला राजुला मालुसाई लोकगीत अब देश के हर कोने में गुगुनाया जाएगा. दरअसल उत्तराखंड मूल से आने वाली सुमधुर गायिका नेहा कक्कड़ और कमला देवी ने उत्तराखंड के लोक गीत राजुला मालुसाई को कोक स्टूडियो के मंच पर "सुनचड़ी" सोंग के रूप में नया रूप देने की कोशिश की है.

RAJULA MALUSAI SONCHADI SONG
राजुला मालुसाई पर गीत सुनचड़ी (Photo- ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : May 9, 2024, 8:54 AM IST

Updated : May 9, 2024, 12:43 PM IST

देहरादून: इन दिनों कोक स्टूडियो भारत, पहाड़ के रंगों में रंगा हुआ है. कमला देवी के लोकगीत पूरे कोक स्टूडियो में गूंज रहे हैं और देश दुनिया सुन रही है. कोक स्टूडियो भारत में उत्तराखंड की कमला देवी द्वारा गाये गए राजुला मालुसाई की बेहद खूबसूरत झलक आपको कोक स्टूडियो के "सुनचड़ी" गीत में सुनने को मिलेगी. कॉक स्टूडियो ने इसे बुधवार को लॉन्च किया है और इस गीत को उत्तराखंड की फोक थीम में बनाया गया है.

कोक स्टूडियो के माध्यम से राजुला मालुसाई की अमर प्रेम कथा अब पूरे देश और दुनिया में जानी जाएगी, जिसे एक अलग स्तर पर ले जाने का काम किया है उत्तराखंड की लोक कलाकार कमला देवी ने. वैसे तो उत्तराखंड की वादियों में राजुला मालुसाई कई लोक कलाकारों द्वारा गाया जाता रहा है. लेकिन कमला देवी ने इसे अलग स्तर पर ले जाने का काम किया है. वहीं कोक स्टूडियो की बात करें तो यह एक अंतरराष्ट्रीय ब्रांड है, जो दुनिया भर में अपने क्वालिटी म्यूसिक के लिए जाना जाता है और कोक स्टूडियो लोकल फोक को अंतर्राष्ट्रीय मंच देने का भी काम करता है.

  • " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="">

उत्तराखंड के फोक को कोक स्टूडियो ले जाने वाली कमला देवी कौन हैं? कमला देवी उत्तराखंड के बागेश्वर की रहने वाली हैं. लोक गीतों का आशीर्वाद उन्हें विरासत के रूप में उनके पिता से मिला है. वह बचपन से ही तमाम स्थानीय लोक गीत झोड़ा, चांछड़ी इत्यादि गाती आयी हैं. वो हुड़का भी बजाती हैं, जिसके बारे में आप उनके सोशल मीडिया अकाउंट पर भी देख सकते हैं. लेकिन कमला देवी को जो प्रसिद्धि उत्तराखंड के फेमस लोकगीत राजुला मलुसाई से मिलती है, वो अद्भुत है. कमला देवी कोक स्टूडियो से अपना अनुभव साझा करते हुए एक वीडियो में बताती हैं कि वह बचपन से अपने पिता जी को सुनती आयी हैं. वहीं इसके अलावा हुड़की बोल जो कि पहाड़ों में धान की रोपाई के साथ गए जाते हैं, अन्य भी कई तरह के लोकल फोक कमला देवी ने अलग अलग मंचों पर गाये हैं. अब वह इसे दुनियाभर में ले जाने का काम कर रही हैं.

कोक स्टूडियो में समाया पूरा पहाड़: दरअसल बुधवार को कोक स्टूडियो से रिलीज हुआ "सुनचड़ी" गीत पूरी तरह से उत्तराखंड के फोक पर केंद्रित है. राजुला मालुसाई को अब तक जिस तरह से उत्तराखंड की खूबसूरत वादियों में गाया गया है, वही टच कोक स्टूडियो ने अपने सेट में भी देने का काम किया गया है. उत्तराखंड के कल्चर के साथ साथ इस गाने में यहां के पहाड़, जंगल और खेतों की झलक देखने को मिल रही है. इस गाने में कमला देवी के साथ साथ बॉलीवुड की मशहूर सिंगर नेहा कक्कड़ भी मौजूद हैं. वो भी उत्तराखंड के ऋषिकेश से हैं. बताया जा रहा है कि कोक स्टूडियो से रिलीज हुए "सुनचड़ी" गाने में और भी कई कलाकार मौजूद हैं.

ये भी पढ़ें: Holi 2023 Special Songs: कोक स्टूडियो भारत ने 'होली रे रसिया' रिलीज किया

देहरादून: इन दिनों कोक स्टूडियो भारत, पहाड़ के रंगों में रंगा हुआ है. कमला देवी के लोकगीत पूरे कोक स्टूडियो में गूंज रहे हैं और देश दुनिया सुन रही है. कोक स्टूडियो भारत में उत्तराखंड की कमला देवी द्वारा गाये गए राजुला मालुसाई की बेहद खूबसूरत झलक आपको कोक स्टूडियो के "सुनचड़ी" गीत में सुनने को मिलेगी. कॉक स्टूडियो ने इसे बुधवार को लॉन्च किया है और इस गीत को उत्तराखंड की फोक थीम में बनाया गया है.

कोक स्टूडियो के माध्यम से राजुला मालुसाई की अमर प्रेम कथा अब पूरे देश और दुनिया में जानी जाएगी, जिसे एक अलग स्तर पर ले जाने का काम किया है उत्तराखंड की लोक कलाकार कमला देवी ने. वैसे तो उत्तराखंड की वादियों में राजुला मालुसाई कई लोक कलाकारों द्वारा गाया जाता रहा है. लेकिन कमला देवी ने इसे अलग स्तर पर ले जाने का काम किया है. वहीं कोक स्टूडियो की बात करें तो यह एक अंतरराष्ट्रीय ब्रांड है, जो दुनिया भर में अपने क्वालिटी म्यूसिक के लिए जाना जाता है और कोक स्टूडियो लोकल फोक को अंतर्राष्ट्रीय मंच देने का भी काम करता है.

  • " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="">

उत्तराखंड के फोक को कोक स्टूडियो ले जाने वाली कमला देवी कौन हैं? कमला देवी उत्तराखंड के बागेश्वर की रहने वाली हैं. लोक गीतों का आशीर्वाद उन्हें विरासत के रूप में उनके पिता से मिला है. वह बचपन से ही तमाम स्थानीय लोक गीत झोड़ा, चांछड़ी इत्यादि गाती आयी हैं. वो हुड़का भी बजाती हैं, जिसके बारे में आप उनके सोशल मीडिया अकाउंट पर भी देख सकते हैं. लेकिन कमला देवी को जो प्रसिद्धि उत्तराखंड के फेमस लोकगीत राजुला मलुसाई से मिलती है, वो अद्भुत है. कमला देवी कोक स्टूडियो से अपना अनुभव साझा करते हुए एक वीडियो में बताती हैं कि वह बचपन से अपने पिता जी को सुनती आयी हैं. वहीं इसके अलावा हुड़की बोल जो कि पहाड़ों में धान की रोपाई के साथ गए जाते हैं, अन्य भी कई तरह के लोकल फोक कमला देवी ने अलग अलग मंचों पर गाये हैं. अब वह इसे दुनियाभर में ले जाने का काम कर रही हैं.

कोक स्टूडियो में समाया पूरा पहाड़: दरअसल बुधवार को कोक स्टूडियो से रिलीज हुआ "सुनचड़ी" गीत पूरी तरह से उत्तराखंड के फोक पर केंद्रित है. राजुला मालुसाई को अब तक जिस तरह से उत्तराखंड की खूबसूरत वादियों में गाया गया है, वही टच कोक स्टूडियो ने अपने सेट में भी देने का काम किया गया है. उत्तराखंड के कल्चर के साथ साथ इस गाने में यहां के पहाड़, जंगल और खेतों की झलक देखने को मिल रही है. इस गाने में कमला देवी के साथ साथ बॉलीवुड की मशहूर सिंगर नेहा कक्कड़ भी मौजूद हैं. वो भी उत्तराखंड के ऋषिकेश से हैं. बताया जा रहा है कि कोक स्टूडियो से रिलीज हुए "सुनचड़ी" गाने में और भी कई कलाकार मौजूद हैं.

ये भी पढ़ें: Holi 2023 Special Songs: कोक स्टूडियो भारत ने 'होली रे रसिया' रिलीज किया

Last Updated : May 9, 2024, 12:43 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.