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बॉलीवुड गायक मोहित चौहान पहुंचे नैनीताल, किया पर्यटक स्थलों का दीदार, पहाड़ों को आपदा मुक्त रखने की प्रार्थना की - Singer Mohit Chauhan in Nainital

Singer Mohit Chauhan Nainital visit मशहूर बॉलीवुड सिंगर मोहित चौहान उत्तराखंड आए हैं. सिल्क रूट बैंड का हिस्सा रहे और दो बार सर्वश्रेष्ठ पुरुष पार्श्व गायन के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार, तीन बार सर्वश्रेष्ठ पुरुष पार्श्व गायक के लिए जी सिने पुरस्कार पाने वाले मोहित चौहान को उत्तराखंड का नैनीताल बहुत पसंद आया है. नैनीताल में मोहित चौहान ने क्या प्रार्थना की, इस खबर में जानिए.

Singer Mohit Chauhan Nainital visit
मोहित चौहान का नैनीताल दौरा (Photo- ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jun 3, 2024, 11:33 AM IST

नैनीताल: बॉलीवुड गायक मोहित चौहान अपने परिवार के साथ नैनीताल समेत कुमाऊं की शांत वादियों का दीदार करने के लिए पहुंचे हैं. मोहित ने विश्व प्रसिद्ध बाबा नीब करौरी महाराज के दर्शन कर हिमालयी राज्यों उत्तराखंड, हिमाचल को आपदा मुक्त रखने की प्रार्थना की.

मोहित ने बताया कि मुंबई की थकान भरी जिंदगी से कुछ समय आराम करने के लिए कुमाऊं क्षेत्र में आया हूं. कुमाऊं की खूबसूरती के बारे में जितना सुना था, कुमाऊं उससे कहीं ज्यादा सुंदर है. अपने परिवार के संग मुक्तेश्वर, जागेश्वर, कसार देवी समेत अन्य क्षेत्रों का भ्रमण करेंगे. मोहित ने कहा इन दिनों मैदानी क्षेत्रों में काफी गर्मी पड़ रही है, लेकिन नैनीताल का मौसम और यहां का वातावरण बहुत खूबसूरत है.

पहाड़ की संस्कृति को अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाना लक्ष्य: मोहित चौहान ने कहा कि उनका जन्म हिमाचल प्रदेश में हुआ है. उनकी पत्नी उत्तराखंडी हैं. उनका पहाड़ों से अनमोल रिश्ता है. पहाड़ी होने के नाते उनका फर्ज है कि यहां की बोली, भाषा और संस्कृति को अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाया जाए. वो अपने गीतों में हमेशा उत्तराखंडी और हिमाचली भाषा का प्रयोग करते हैं. उन्होंने नई फिल्म चमकीला के गीतों इश्क मिटाए और ख्वाजा में हिमाचली भाषा का समावेश किया है. मोहित ने बताया कि उनका हिमालय की वादियों से गहरा नाता रहा है. उनके अधिकांश गीतों में पहाड़ और हिमालय का वृत्तांत दिखता है.

कुमाऊंनी व्यंजनों के दीवाने हुए मोहित: निजी दौरे में नैनीताल पहुंचे मोहित चौहान को होटल प्रबंधन ने कुमाऊंनी व्यंजन परोसे, जिन्हें मोहित ने खूब पसंद किया. होटल के मैनेजर पंकज ने बताया कि मोहित और उनके परिवार को होटल पहुंचने पर बुरांश का जूस पिला कर स्वागत किया. जिसके बाद माेहित को भट की दाल, पहाड़ी चावल, ककड़ी का राई वाला रायता और झंगोरे की खीर दी गई, जो उनको काफी पसंद आई.

ओटीटी प्लेटफॉर्म ने दिया प्रतिभाओं को मौका: नैनीताल पहुंचे मोहित चौहान ने कहा कि 80 या 90 के दशक में अपनी कला का प्रदर्शन कर उसे जनता तक लाना चुनौती से कम नहीं था. पहले गीत को रिकॉर्ड करने के लिए शहर के स्टूडियो के चक्कर लगाने पड़ते थे. फिर रिकॉर्ड हुए गीत को जनता तक पहुंचाने में काफी समय लगता था. मगर अब ओटीटी प्लेटफॉर्म और इंटरनेट मीडिया के माध्यम से अपनी गायिकी समेत सभी प्रकार की कला को आसानी ने जनता तक पहुंचाया जा रहा है. इससे नई प्रतिभाओं को आसानी से मुंबई, दिल्ली जैसे महानगरों में मौका मिल रहा है.
ये भी पढ़ें: सुपरस्टार रजनीकांत आध्यात्मिक यात्रा पर पहुंचे उत्तराखंड, बदरीनाथ केदारनाथ के लिए हुए रवाना, द्वाराहाट भी जाएंगे

नैनीताल: बॉलीवुड गायक मोहित चौहान अपने परिवार के साथ नैनीताल समेत कुमाऊं की शांत वादियों का दीदार करने के लिए पहुंचे हैं. मोहित ने विश्व प्रसिद्ध बाबा नीब करौरी महाराज के दर्शन कर हिमालयी राज्यों उत्तराखंड, हिमाचल को आपदा मुक्त रखने की प्रार्थना की.

मोहित ने बताया कि मुंबई की थकान भरी जिंदगी से कुछ समय आराम करने के लिए कुमाऊं क्षेत्र में आया हूं. कुमाऊं की खूबसूरती के बारे में जितना सुना था, कुमाऊं उससे कहीं ज्यादा सुंदर है. अपने परिवार के संग मुक्तेश्वर, जागेश्वर, कसार देवी समेत अन्य क्षेत्रों का भ्रमण करेंगे. मोहित ने कहा इन दिनों मैदानी क्षेत्रों में काफी गर्मी पड़ रही है, लेकिन नैनीताल का मौसम और यहां का वातावरण बहुत खूबसूरत है.

पहाड़ की संस्कृति को अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाना लक्ष्य: मोहित चौहान ने कहा कि उनका जन्म हिमाचल प्रदेश में हुआ है. उनकी पत्नी उत्तराखंडी हैं. उनका पहाड़ों से अनमोल रिश्ता है. पहाड़ी होने के नाते उनका फर्ज है कि यहां की बोली, भाषा और संस्कृति को अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाया जाए. वो अपने गीतों में हमेशा उत्तराखंडी और हिमाचली भाषा का प्रयोग करते हैं. उन्होंने नई फिल्म चमकीला के गीतों इश्क मिटाए और ख्वाजा में हिमाचली भाषा का समावेश किया है. मोहित ने बताया कि उनका हिमालय की वादियों से गहरा नाता रहा है. उनके अधिकांश गीतों में पहाड़ और हिमालय का वृत्तांत दिखता है.

कुमाऊंनी व्यंजनों के दीवाने हुए मोहित: निजी दौरे में नैनीताल पहुंचे मोहित चौहान को होटल प्रबंधन ने कुमाऊंनी व्यंजन परोसे, जिन्हें मोहित ने खूब पसंद किया. होटल के मैनेजर पंकज ने बताया कि मोहित और उनके परिवार को होटल पहुंचने पर बुरांश का जूस पिला कर स्वागत किया. जिसके बाद माेहित को भट की दाल, पहाड़ी चावल, ककड़ी का राई वाला रायता और झंगोरे की खीर दी गई, जो उनको काफी पसंद आई.

ओटीटी प्लेटफॉर्म ने दिया प्रतिभाओं को मौका: नैनीताल पहुंचे मोहित चौहान ने कहा कि 80 या 90 के दशक में अपनी कला का प्रदर्शन कर उसे जनता तक लाना चुनौती से कम नहीं था. पहले गीत को रिकॉर्ड करने के लिए शहर के स्टूडियो के चक्कर लगाने पड़ते थे. फिर रिकॉर्ड हुए गीत को जनता तक पहुंचाने में काफी समय लगता था. मगर अब ओटीटी प्लेटफॉर्म और इंटरनेट मीडिया के माध्यम से अपनी गायिकी समेत सभी प्रकार की कला को आसानी ने जनता तक पहुंचाया जा रहा है. इससे नई प्रतिभाओं को आसानी से मुंबई, दिल्ली जैसे महानगरों में मौका मिल रहा है.
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