मुंबई: बॉलीवुड एक्टर आयुष्मान खुराना को हमेशा एक रिस्क टेकिंग एक्टर के रूप में देखा जाता रहा है. वजह उनकी फिल्मों की चॉइस है, आयुष्मान हमेशा ऐसी स्क्रिप्ट चुनते हैं जो आम तौर पर अन्य एक्टर करने में हिचकिचाते हैं. वे फिल्में आम लोगों की जिंदगी से भी जुड़ी होती है और समाज को सोचने पर भी मजबूर करती हैं. आयुष्मान ने बॉलीवुड में अपनी शुरुआत 'विकी डोनर' (2012) से की, जिसमें वह एक स्पर्म डोनर के रोल में थे. ये ऐसे विषय थे जिन्हें अक्सर भारतीय समाज में बात करने से नकारा जाता है. इसके बावजूद फिल्म को काफी सराहा गया साथ ही आयुष्मान के काम की भी तारीफ की गई. जिसके बाद उन्होंने 'शुभ मंगल सावधान', 'बधाई हो', 'आर्टिकल 15', 'बाला', 'शुभ मंगल सावधान' सहित अन्य फिल्मों में भी काम किया जिनके टॉपिक एकदम अलग और यूनिक थे.
आयुष्मान अभी भी उठाना चाहते हैं रिस्क
फिल्मों की चॉइस को लेकर आयुष्मान ने बात करते हुए कहा, 'आप सभी जर्नलिस्ट स्पेशल स्टोरीज पब्लिश करते समय जोखिम उठाते हैं उसी तरह मुझे उन स्टोरीज को सामने लाने में आनंद आता है, जो जोखिम भरी हैं. मुझे लगता है कि लाइफ बिना रिस्क के कुछ नहीं, आपको बिना जोखिम उठाए काम करने का सही एंजॉयमेंट नहीं मिल पाएगा इसीलिए मैं इस तरह के टॉपिक चुनकर अपने देश को और फैंस को प्राउड फील करवाना चाहता हूं.
पिछली बार आयुष्मान को कॉमेडी-ड्रामा 'ड्रीम गर्ल 2' में देखा गया था. फिल्म में अनन्या पांडे, अन्नू कपूर और अभिषेक बनर्जी भी थे, यह फिल्म हिट रही. वह अपनी अगली फिल्मों को लेकर भी उत्साहित हैं, जो इस साल रिलीज होंगी. आयुष्मान ने एक बयान में कहा, 'मैं 2024 में कई एक्सपेरिमेंट करने जा रहा हूं, मैं कुछ दिलचस्प फिल्में लॉक कर रहा हूं, जिन्हें लोग सिनेमाघरों में पूरी फैमिली के साथ देखना पसंद करेंगे.