मुंबई: सरकार के दबाव में, नेटफ्लिक्स इंडिया ने मंगलवार को कहा कि उसने वेब सीरीज 'IC814: द कंधार हाईजैक' में दिखाए गए इंडियन एयरलाइंस के विमान के हाईजैकर्स के असली और कोड नाम शामिल किए हैं. इस वेब सीरीज में आतंकवादियों के हिंदू कोड नाम को रखने से नेटिजन्स ने काफी विरोध किया था. उनका तर्क था कि अपहरणकर्ताओं की वास्तविक पहचान को बदलना ऐतिहासित घटनाओं को गलत तरीके से दिखाने के बराबर है. सूचना और प्रसारण सचिव संजय जाजू ने नेटफ्लिक्स इंडिया की कंटेंट हेड मोनिका शेरगिल को तलब किया और वेब सीरीज में कुछ चीजों को लेकर सरकार की कड़ी असहमति जताई.
मेकर्स ने अपहरकर्ताओं को दिए असली नाम
अपहरणकर्ताओं के असली नाम इब्राहिम अतहर, शाहिद अख्तर सईद, सनी, अहमद काजी, जहूर मिस्त्री और शाकिर थे. वहीं सीरीज में इनके नाम बदलकर भोला, शंकर, डॉक्टर, बर्गर और चीफ रख दिए थे जिन्हें अब वापस बदलकर उनके असली नाम दे दिए हैं. एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि ओटीटी प्लेटफॉर्म को यह समझने की जरूरत है कि कुछ चीजों का समाज पर क्या प्रभाव पड़ सकता है. अधिकारी ने कहा, 'मुद्दा यह है कि हमें एक-दूसरे को समझना चाहिए. आपकी सोच क्या है, हमारी सोच क्या है. एक-दूसरे को समझने और यह समझने की जरूरत है कि कुछ चीजें समाज पर किस तरह का प्रभाव डाल सकती हैं'. सरकार ने वेब सीरीज के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है, जिसमें एक वरिष्ठ प्रतिनिधि ने तर्क दिया है कि 'किसी को भी इस देश के लोगों की भावनाओं के साथ खेलने का अधिकार नहीं है'.
सोशल मीडिया पर खड़ा हुआ था विवाद
अनुभव सिन्हा द्वारा निर्देशित और विजय वर्मा, पत्रलेखा, पंकज कपूर, नसीरुद्दीन शाह, अरविंद स्वामी, दीया मिर्जा जैसे कलाकारों से सजी यह वेब सीरीज दिसंबर 1999 में पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन हरकत-उल मुजाहिदीन द्वारा विमान अपहरण की सच्ची कहानी को बयां करती है.इस सीरीज ने सोशल मीडिया और अन्य जगहों पर विवाद खड़ा कर दिया है, जिसमें कई लोगों ने दावा किया है कि फिल्म निर्माता ने कथित तौर पर एक खास समुदाय से जुड़े आतंकवादियों को बचाने के लिए अपहरणकर्ताओं के नाम बदलकर 'शंकर' और 'भोला' कर दिए.