नई दिल्ली: भारत 77वें कान्स फिल्म महोत्सव में दुनिया भर के प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्तियों और प्रतिनिधियों के लिए देश में असंख्य रचनात्मक अवसरों को प्रदर्शित करने के लिए 'भारत पर्व' की मेजबानी करने के लिए तैयार है. सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि प्रतिष्ठित फिल्म समारोह में, केंद्र और राज्य सरकारों के प्रतिनिधियों के साथ-साथ इंडस्ट्री के सदस्यों का एक प्रतिनिधिमंडल महत्वपूर्ण पहलों की एक सीरीज के माध्यम से मार्चे डु फिल्म्स में भारत की क्रिएटिव इकोनॉमी का प्रदर्शन करेगा.
यह पहली बार होगा कि देश दुनिया भर की फिल्म हस्तियों, फिल्म मेकर्स, निर्देशकों, प्रोड्यूसर, खरीदारों, बायर्स और सेल्स के साथ जुड़ने और रचनात्मक अवसरों और रचनात्मक प्रतिभा का एक समृद्ध बैंक का प्रदर्शन करने के लिए कान्स फिल्म फेस्टिव में भारत पर्व की मेजबानी करेगा.
आईएफएफआई का ट्रेलर
20 से 28 नवंबर को गोवा में आयोजित होने वाले 55वें इंडिया इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (आईएफएफआई) के आधिकारिक पोस्टर और ट्रेलर का भी भारत पर्व पर अनावरण किया जाएगा.भारत पर्व में, प्रतिनिधिमंडल वर्ल्ड ऑडियो-विजुअल एंड एंटरटेनमेंट समिट (वेव्स) के पहले एडिशन के लिए सेव द डेट का विमोचन भी देखेगा, जो 55वें आईएफएफआई के साथ होगा.
भारत मंडप, जो भारतीय फिल्म समुदाय के लिए विभिन्न गतिविधियों में शामिल होने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है, 108 विलेज इंटरनेशनल रिवेरा में 77वें कान्स फिल्म फेस्टिवल में 15 मई को प्रतिष्ठित हस्तियों की उपस्थिति में उद्घाटन किया जाएगा.
भारत स्टॉल की व्यवस्था
मंडप का आयोजन राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (एनएफडीसी) द्वारा उद्योग भागीदार के रूप में फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के सहयोग से किया जाएगा. भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के माध्यम से मार्चे डु कान्स में एक भारत स्टॉल लगाया जाएगा.
क्या है इस साल की थीम?
भारत पवेलियन को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, अहमदाबाद द्वारा डिजाइन किया गया है. इस साल की थीम 'क्रिएट इन इंडिया' को दर्शाने के लिए इसे 'सूत्रधार' नाम दिया गया है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त महोत्सव में, कई भारतीय फिल्में और प्रोडक्शन्स दिखाए जाएंगे. मुख्य आकर्षण फिल्म निर्माता पायल कपाड़िया की 'ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट' होगी, जिसे कंपेटिशन सेक्शन के लिए चुना गया है, जहां यह सॉप प्राइज पाल्मे डी'ओर के लिए प्रतिस्पर्धा करेगी.
ब्रिटिश-भारतीय फिल्म निर्माता संध्या सूरी की 'संतोष' को 77वें एडिशन में अन सर्टन रिगार्ड सेक्शन के तहत प्रदर्शित किया जाएगा. फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एफटीआईआई) के छात्रों की एक शॉर्ट फिल्म 'सनफ्लावर वेयर द फर्स्ट वन्स टू नो' को ला सिनेफ कॉम्पिटिटिव सेक्शन में शॉर्टलिस्ट किया गया है. करण कंधारी की 'सिस्टर मिडनाइट' डायरेक्टर्स फोर्टनाइट में और मैसम अली की 'इन रिट्रीट' एल'एसिड में दिखाई जाएगी.
'मंथन' का एक रिस्टोर वर्जन
फिल्म निर्माता श्याम बेनेगल की 1976 की फिल्म 'मंथन' का एक रिस्टोर वर्जन कान्स क्लासिक्स के तहत प्रदर्शित किया जाएगा, जो 20 साल पहले बनाया गया एक सेक्शन है जिसमें सेलिब्रेशन, रिस्टोर प्रिंट्स और डॉक्यूमेंट्री शामिल हैं.
राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता सिनेमैटोग्राफर संतोष सिवन फेस्टिवल में प्रतिष्ठित पियरे एंजनीएक्स श्रद्धांजलि के प्राप्तकर्ता होंगे, जहां वह एक मास्टरक्लास भी देंगे, और इस सम्मान से सम्मानित होने वाले पहले भारतीय बन जाएंगे.