पटनाः बिहार शिक्षा विभाग ने सक्षमता परीक्षा में शामिल होने वाले सभी नियोजित शिक्षकों के लिए निर्देश जारी किया है. डीईओ कार्यालय के माध्यम से जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना के समक्ष थंब इंप्रेशन का मिलान करना होगा. 7 मार्च से थंब इंप्रेशन का मिलन शुरू हुआ है. नियोजित शिक्षकों को 15 मार्च तक हर हाल में अपना थंब इंप्रेशन मिलान कर लेना है. थंब इंप्रेशन के लिए जाते समय सक्षमता परीक्षा का एडमिट कार्ड साथ में होना आवश्यक है.
पटना में 9 मार्च को होगा थंब इंप्रेशनः पटना जिले में तकनीकी कारणों से 7 मार्च को थंब इंप्रेशन कार्य नहीं शुरू हो पाया. अब यह 9 मार्च से शुरू होगा जो 17 मार्च तक चलेगा. थंब इंप्रेशन के बाद नियोजित शिक्षकों को सक्षमता परीक्षा का अपना मूल एडमिट कार्ड जिला कार्यक्रम पदाधिकारी के समक्ष जमा करा देना है.
लाखों शिक्षकों ने किया था आवेदनः शिक्षा विभाग के मुताबिक सक्षमता परीक्षा में नियोजित शिक्षकों में टीईटी शिक्षकों से अधिक दक्षता परीक्षा पास करने वाले नगर निकायों से नियुक्त शिक्षकों ने आवेदन किया है. कुल 221255 नियोजित शिक्षकों ने आवेदन किया. दक्षता परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले शिक्षकों की संख्या 101482 है. टीईटी शिक्षकों के 89177 आवेदन प्राप्त हुए. सीटेट वाले 17554, बीटेट वाले 52697 और एसटेट वाले 18926 हैं. इसके अलावा दूसरे परीक्षा के आधार पर आवेदन करने वाले नियोजित शिक्षकों की संख्या 28128 है. विभिन्न परीक्षाओं के माध्यम से बने नियोजित शिक्षकों की संख्या 2468 है.
इसलिए हो रहा था विरोधः बता दें कि बिहार में शिक्षक पात्रता परीक्षा के माध्यम से प्रदेश में नियोजित शिक्षक बने थे. सक्षमता परीक्षा को लेकर विरोध नहीं थी बल्कि विरोध स्थानांतरण को लेकर ही था. जबकि दक्षता परीक्षा वाले सक्षमता परीक्षा का स्पष्ट विरोध कर रहे थे. उनका कहना था कि उनकी पात्रता जांचने के लिए सरकार ने पूर्व में ही दक्षता परीक्षा ले ली है. हालांकि विभाग ने जब जानकारी सार्वजनिक की तो नियोजित शिक्षकों की संख्या काफी अधिक दिख रही है.
14 मार्च तक आपत्ति दावा कर सकते हैंः 7 मार्च को ही शिक्षा विभाग में एससीईआरटी ने सक्षमता परीक्षा को लेकर आंसर की उपलब्ध करा दी है. आंसर की पर दावा आपत्ति के लिए 12 मार्च से 14 मार्च के बीच शिक्षकों को समय दिया जाएगा. कुल 59 विषयों की साक्षमता परीक्षा 26 फरवरी से 6 मार्च तक आयोजित की गई थी. इसमें प्राथमिक में कक्षा 1 से 5 के लिए एक विषय की परीक्षा, मध्य में कक्षा 6 से 8 के लिए आठ विषय की परीक्षा, माध्यमिक में कक्षा 9 और 10 के लिए 19 विषय की परीक्षा और उच्च माध्यमिक में कक्षा 11 और 12 के लिए 31 विषय की परीक्षा आयोजित की गई.
यह भी पढ़ेंः बिहार में बड़ा फर्जीवाड़ा! एक सर्टिफिकेट पर कई नियोजित शिक्षकों की बहाली, 860 फर्जी टीचरों पर लटकी तलवार