रांची: वर्ष 2024 में हुए नीट यूजी की परीक्षा का परिणाम घोषित हो चुका है. इस परीक्षा में पूरे देश में सबसे ज्यादा अंक लाने वाले रांची के रातू इलाका का रहने वाला छात्र मानव प्रियदर्शी है. मानव प्रियदर्शी रांची के पहले ऐसे छात्र हैं जिन्होंने नीट यूजी की परीक्षा में सबसे ज्यादा नम्बर प्राप्त किए हैं. नीट यूजी की परीक्षा में 720/720 नंबर प्राप्त करने के बाद ईटीवी भारत से खास बातचीत में मानव प्रियदर्शी ने बताया कि इस सफलता में उनकी मेहनत के साथ-साथ उनके माता-पिता स्कूल व संस्था का भी बराबर का सहयोग है.
उन्होंने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि कई बार उनके नंबर काम आए और कई बार उन्हें लगा कि शायद वह परीक्षा में अच्छा नंबर नहीं ला पाएंगे लेकिन इन सभी नकारात्मक सोच को दूर करने में उनके माता-पिता और परिवार के सभी लोगों ने पूरा सहयोग किया. उन्होंने कहा कि वह राजधानी रांची में ही पढ़ाई करके आज देश के अव्वल छात्रों में शुमार हुए हैं. उन्होंने कहा कई बार छात्रों की शिकायत होती है कि उन्हें बाहर जाने की आवश्यकता है कोटा, दिल्ली जैसे शहरों में जाकर ही वह कंपटीशन पास कर सकते हैं.
टॉपर ने बताया परीक्षा की तैयारी के कॉन्सेप्ट
मानव प्रियदर्शी ने कहा कि आज की तारीख में तकनीक का इस्तेमाल कर छात्र कहीं से भी पढ़ाई करके बेहतर रैंक प्राप्त कर सकते हैं. मालूम हो कि पूरे देश में नीट यूजी 2024 की परीक्षा में 67 छात्रों ने 720/720 अंक प्राप्त किए हैं. टॉपर्स की बढ़ती संख्या को देखते हुए मानव प्रियदर्शी कहते हैं कि निश्चित रूप से अब पेपर से ज्यादा कंपटीशन टफ हो रहे हैं. आज की टॉप कंपटीशन में टॉपर्स को भी टफ कंपटीशन का सामना करना पड़ रहा है.
वहीं, मानव ने अपने जूनियरों को संदेश देते हुए कहा कि अपनी पढ़ाई पर एकाग्रता बना कर रखे और ज्यादा से ज्यादा मॉडल क्वेश्चन पेपर को सॉल्व करें. पढ़ाई अपने मन से करें ना कि किसी के दबाव में आकर क्योंकि जब तक छात्र अपने मन से और दिल से पढ़ाई नहीं करेंगे तब तक वह सभी सब्जेक्ट के कॉन्सेप्ट को नहीं समझ पाएंगे.
मानव की सफलता में पिता की रही अहम भूमिका
मानव प्रियदर्शी की सफलता में अपनी अहम भूमिका निभाने वाले उनके पिता सुधीर कुमार ने कहा कि उन्होंने कभी भी अपने बच्चों को पढ़ाई के लिए दबाव नहीं बनाया. मानव के अलावा भी उनकी तीन बेटियां हैं और तीनों बेटियां पढ़ाई में बेहतर कर रही है. एक बेटी निमिषा प्रिया जो भागलपुर के मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर है तो वहीं दो बेटी पढ़ाई के क्षेत्र में तैयारी करने में जुटी हुई है.
मानव के पिता ने कहा कि वह दूसरे अभिवावकों से यही कहना चाहते हैं कि अपने बच्चों को पढ़ाई के लिए सभी संसाधन मुहैया जरूर करवाएं क्योंकि वह खुद भी पेशे से एक शिक्षक हैं और शिक्षा के महत्व को वह समझते हैं. वहीं, मानव की मां पूनम देवी ने बताया कि उसका बेटा बचपन से ही पढ़ाई और खेल के प्रति सिंसियर था. बचपन से ही उसके लक्षण बेहतर छात्र बनने के दिखते थे.
इसीलिए कभी भी मानव ने अपनी मां से कोई डांट नहीं सुनी. मानव प्रियदर्शी ने बताया कि वह बड़े होकर चिकित्सा के क्षेत्र में बड़े कार्डियोलॉजिस्ट या फिर न्यूरोलॉजिस्ट बनना चाहते हैं. गौरतलब है कि राजधानी रांची के मानव प्रियदर्शी ने नीट यूजी में 100% नंबर लाकर यह साबित कर दिया कि यदि कोई भी इंसान अपने लक्ष्य के प्रति पूरी तरह से वफादार है तो वह लाख बाधा रहने के बावजूद भी अपनी लक्ष्य को जरूर प्राप्त कर सकता है.
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