नयी दिल्ली : एम्प्लॉयबिलिटी डॉट लाइफ ने ‘फ्यूचर ऑफ वर्क सेंटर प्रोग्राम' के लिए ऑस्ट्रेलिया की फेडरेशन यूनिवर्सिटी के साथ साझेदारी की है. इस पहल के लिए सात भारतीय विश्वविद्यालयों का चयन किया गया है. Employability.life की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, यह अपनी तरह का पहला कार्यक्रम है. ये केंद्र चंडीगढ़, बेंगलुरु, कोलकाता और मुंबई में स्थापित किए जा रहे हैं. इसमें स्नातक कर रहे विद्यार्थियों की रोजगार क्षमता निखारने के लिए वैश्विक कॉर्पोरेट मांगों के अनुरूप कौशल-आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम पेश किए जाएंगे.
चंडीगढ़ विश्वविद्यालय; लैमरिन टेक स्किल्स यूनिवर्सिटी (पंजाब), एमजीएम इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट (मुंबई), भगिनी निवेदिता विश्वविद्यालय (कोलकाता), गार्डन सिटी यूनिवर्सिटी (बैंगलोर), नरगुंड ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस (बैंगलोर) और मलनाड कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (हसन) चयनित किए गए छह विश्वविद्यालय हैं. Employability life के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) डॉ. मनीष मल्होत्रा ने कहा, "Federation University और Employability life मिलकर भारतीय शिक्षण संस्थाओं में पढ़ने वाले हजारों छात्र-छात्राओं को नए सिरे से विशेषज्ञता प्रदान कर रहे हैं. यह साझेदारी भारत के साथ-साथ ऑस्ट्रेलियाई शिक्षण संस्थाओं को भी आगे आने के लिए प्रेरित कर रही है.''
उन्होंने कहा, "भारत का नाम शीर्ष और प्रतिभाशाली कर्मचारियों के केंद्र के तौर पर लिया जाता है. हमारा दवा है भारतीय शिक्षण संस्थानों में ‘स्किल बेस्ड प्रोग्राम' ( Skill based Program ) शुरू होने से भारत की स्थिति और मजबूत हो रही है.'' Federation University Australia के अध्यक्ष प्रोफेसर डंकन बेंटले ने भारत को विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बताया और कहा, "आज यह कड़वी सच्चाई है की पारंपरिक शिक्षा मॉडल में अपनी पढ़ाई पूरी करने के बावजूद कई छात्र किसी कार्यस्थल पर काम करने के लिए पूरी तरह से तैयार नहीं होते. फेडरेशन यूनिवर्सिटी का मकसद भारत में Employability life के साथ मिलकर शिक्षण तथा रोजगार के बीच इस खाई का पाटना है.''